कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटने के बाद से ही पाकिस्तान बौखलाया हुआ है। अपने प्रोपेगेंडा को फैलाने के लिए पाकिस्तान सोशल मीडिया पर फेक न्यूज का सहारा ले रहा है। पहले पूर्व गृह मंत्री रहमान मलिक ने कश्मीरियों पर अत्याचार का फर्जी वीडियो शेयर किया और अब इमरान सरकार के मंत्री अली हैदर जैदी ने भी कश्मीर में पुलिस का अत्याचार दिखाने के लिए एक फर्जी वीडियो ट्वीट किया है।
क्या है वीडियो में-
जैदी द्वारा ट्वीट किए गए वीडियो के दो हिस्से हैं। पहले में पुलिसवाले लोगों पर लाठियां भांजते दिख रहे हैं, वहीं दूसरे हिस्से में बच्चे को गोद में लिए हुए एक महिला रो रही है और उसके पास में बुर्का पहने एक महिला फर्श पर पड़ी है। वीडियो के बैकग्राउंड में एक महिला की आवाज सुनाई दे रही है, जो लोगों से इस वीडियो को ज्यादा से ज्यादा शेयर करने की अपील कर रही है।
क्या है वीडियो का सच-
जैदी ने जो वीडियो ट्वीट किया है, वह असल में 2 अलग-अलग घटनाओं के वीडियो को जोड़कर बनाया गया है। जो दूसरा हिस्सा है, जिसमें एक महिला बच्चे को गोदी में लेकर रो रही है और पास में एक महिला फर्श पर पड़ी है, वह वीडियो पुराना है, वह भी तेलंगाना का। पिछले साल यह वीडियो हिन्दू लव जिहाद के नाम पर शेयर किया गया था, जिसका फैक्ट चेक हमने किया था, इसलिए हमें वह वीडियो भली-भांति याद है।
दरअसल, वह वीडियो अगस्त 2018 के तेलंगाना के एक मामले का है, जब एक पुलिसकर्मी ने अपने अफेयर का खुलासा होने पर पत्नी और सास को पीटा था। इस घटना के बारे में पूरी जानकारी लेने के लिए
यहां क्लिक करें।
चूंकि वीडियो का दूसरा हिस्सा फर्जी था, तो हमें पहले हिस्से पर भी शक हुआ। तो हमने वीडियो पर लोगों के कमेंट्स चेक किए। वहां कई यूजर्स ने इस वीडियो को हरियाणा का बताया। एक यूजर ने इसे बाबा राम रहीम के गिरफ्तारी के वक्त का भी बताया।
फिर हमने इंटरनेट पर police lathicharge on baba ram rahim supporters कीवर्ड्स के साथ वीडियो सर्च किए, तो हमें यही वीडियो यूट्यूब पर मिला, जो यूजर्स ने 29-30 अगस्त 2017 को ‘Panchkula Lathi Charge on Dera Premis’ और ‘baba ram rahim dera sacha soda lathi charge’ शीर्षक के साथ पोस्ट किया हुआ था।
दरअसल, साल 2017 में जब डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को 2 महिलाओं से बलात्कार के मामले में सजा मिली, तो उसके समर्थक ऊग्र हो गए। उन पर काबू पाने के लिए पंचकुला में पुलिस ने समर्थकों पर लाठीचार्ज किया था। यह वीडियो उसी दौरान का है।
अब यह स्पष्ट है कि अली हैदर जैदी द्वारा ट्वीट किया गया वीडियो कश्मीर का नहीं है।
आपको बता दें कि कुछ दिन पहले जैदी ने कश्मीरी उग्रवादी बुरहान वानी की शवयात्रा के वीडियो को कश्मीर में अनुच्छेद 35A को निरस्त करने के बाद लाखों कश्मीरियों द्वारा विरोध प्रदर्शन करने का बताकर शेयर किया था।
वेबदुनिया ने अपनी पड़ताल में पाया है कि पाकिस्तानी मंत्री अली हैदर जैदी ने कश्मीर में पुलिस का अत्याचार दिखाने के लिए जो वीडियो ट्वीट किया है, वह दो अलग-अलग घटनाओं के वीडियो को जोड़कर बनाया गया है और इनका कश्मीर से कोई लेना-देना नहीं है।