क्या वाकई PM मोदी के नाम पर इन ऑस्ट्रेलियाई सेबों का नाम ‘मोदी एप्पल’ रखा गया है...जानिए सच...

Webdunia
बुधवार, 27 मार्च 2019 (15:54 IST)
सोशल मीडिया पर भी चुनावी सरगर्मी तेज हो गई है। फेसबुक, ट्विटर और व्हाट्सऐप पर इन दिनों कुछ दिलचस्प तस्वीरें वायरल हो रही हैं। ‘मोदी’ ब्रांड नेम वाली सेब की कई तस्वीरें शेयर करते हुए लोग दावा कर रहे हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से प्रभावित होकर ऑस्ट्रेलिया के एक शख्स ने अपने सेब के व्यवसाय का नाम ‘मोदी एप्पल’ रख दिया है। मोदी स्टीकर लगे सेब और मोदी लिखे बड़े-बड़े वुडन बॉक्स में रखे सेब की तस्वीरों को देख यूजर्स खुद को इन्हें शेयर करने से नहीं रोक पा रहे हैं। लेकिन सच कुछ और है। आइए, पहले वह वायरल पोस्ट देखते हैं।

कई फेसबुक ग्रप्स और यूजर्स ने ये तस्वीरें शेयर करते हुए लिखा है-

मेलबॉर्न, ऑस्ट्रेलिया : नरेंन्द्र मोदी जी से प्रभावित फिलिपो ने अपने नए सेब के व्यवसाय को मोदी के नाम पर रखा। भारत के बाजारों में भी मिलेगा ये सेब




वायरल तस्वीरों का सच क्या है?

हमने सबसे पहले ‘मोदी एप्पल’ को इंटरनेट पर सर्च किया, तो हमें ‘मोदी एप्पल’ का फेसबुक पेज और वेबसाइट दोनों मिल गए।

वेबसाइट से पता चला कि ‘मोदी एप्पल्स’ ऑस्ट्रेलिया में मिलने वाली सेब की एक नई किस्म है। इस किस्म के सेब को सबसे पहले इटली में तैयार किया गया था। इसे कोनसोरजियो इटेलियानो विवेस्टी (सीआईवी) संस्था ने वर्ष 2007 में तैयार किया।

‘मोदी एप्पल’ का नाम इटैलियन चित्रकार एमेडियो मोडीग्लिआनी के नाम पर रखा गया है, जिनके दोस्त उन्हें प्यार से ‘मोडी’ कहकर बुलाते थे।

आपको बता दें कि वायरल हो रही सारी तस्वीरें ‘मोदी एप्पल, ऑस्ट्रेलिया’ के फेसबुक पेज से ली गई हैं।

वेबदुनिया ने अपनी पड़ताल में पाया है कि मोदी एप्पल के नाम से वायरल तस्वीरें तो सही हैं, लेकिन उनके साथ किया गया दावा गलत है। इन मोदी एप्पल का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ कोई संबंध नहीं है।

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

लेक्स फ्रिडमैन के पॉडकास्ट में ऐसा क्या बोले PM मोदी कि फिदा हो गया चीन

National Security के लिए कितना खतरनाक है सरकारी दफ्तरों में Smartphone का इस्तेमाल, क्या कहते हैं Experts

Realme P3 5G : 6000mAh बैटरी वाला सस्ता 5G स्मार्टफोन, पानी में डूबने पर नहीं होगा खराब

यूपी में एक जिला, एक माफिया का युग खत्म, CM योगी आदित्यनाथ का तंज

Hafiz Saeed Death : क्या मारा गया लश्कर सरगना हाफिज सईद? ऑपरेशन अलविदा का भारत से क्या है संबंध

सभी देखें

नवीनतम

दुनिया जानेगी प्रयागराज महाकुंभ की रणनीति, 19 मार्च को होगा शिखर सम्मेलन

GOLD : 91000 के पार पहुंचा सोना, क्यों बढ़ रहे हैं दाम, क्या 1 लाख तक पहुंच सकती है कीमत

Russia-Ukraine war : वोलोदिमीर जेलेंस्की के भरोसे को डोनाल्ड ट्रंप देंगे बड़ा झटका, पुतिन ने रखी शर्त, क्या हो पाएगा रूस-यूक्रेन युद्धविराम

एटा में प्राचीन मंदिर में प्रतिमा क्षतिग्रस्त करने का मामला, हिन्दू संगठनों ने जताया विरोध

उत्तराखंड में अब अधिसूचनाओं पर होगा हिन्दू माह एवं विक्रम संवत का उल्लेख

अगला लेख