Inspirational Story : लेफ्टिनेंट जनरल माधुरी कानिटकर युवा महिलाओं के लिए एक प्रेरणास्रोत

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लेफ्टिनेंट जनरल माधुरी कानिटकर सशस्त्र बलों में करियर की तलाश में एक युवा महिला के लिए एक प्रेरणास्रोत हैं जिन्होंने लेफ्टिनेंट जनरल का पद ग्रहण किया है। बता दें कि यह सेना में ऐसी तीसरी महिला हैं, जो इस पोस्ट पर पहुंची हैं।
 
इससे पहले इस पोस्ट पर सबसे पहले नौसेना की वाइस एडमिरल डॉ. पुनीता अरोड़ा और उसके बाद वायुसेना की ही एयर मार्शल पद्मावती बंदोपाध्याय पहुंची थीं।
 
वाकई लेफ्टिनेंट जनरल माधुरी कानिटकर उन तमाम लड़कियों के लिए आइडल हैं, जो सशस्त्र बलों में अपना भविष्य देखती हैं। और यह बात भी सच है कि अब महिलाओं के लिए करियर तय करने का दायरा सीमित नहीं है। महिलाएं हर क्षेत्र में खुद को साबित कर रही और मिसाल पेश कर रही हैं। माधुरी सशस्त्र बलों की पहली बालरोग विशेषज्ञ हैं जिन्होंने इतनी अहम जिम्मेदारी संभाली है।
 
एक रिपोर्ट के अनुसार माधुरी के पति राजीव कानिटकर भी लेफ्टिनेंट जनरल रह चुके हैं और यह पहला ऐसा जोड़ा है, जो इस रैंक पर पहुंचा है। बता दें कि कानिटकर को पिछले साल ही लेफ्टिनेंट जनरल के पद के लिए चुना गया था, लेकिन पद खाली नहीं होने के चलते बाद में पद ग्रहण किया।

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