Anga Sanchalana Yoga Benefits: 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर आप भी शुरू करें यह प्रक्रिया और इसे अपनी दैनिक दिनचर्या में शामिल करके हमेशा सेहतमंद बने रहे। जी हां, हम यहां बात कर रहे हैं 10 मिनट अंग संचालन के बारे में। एक ओर जहां सूर्य नमस्कार और अनुलोम-विलोम जैसे प्राणायाम अपने आप में पूर्ण अभ्यास हैं, वहीं अंग संचालन एक ऐसा सरल लेकिन शक्तिशाली अभ्यास है, जिसे मात्र 10 मिनट करके आप अपने शरीर को सेहतमंद और ऊर्जावान बनाए रख सकते हैं।
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अंग संचालन, जैसा कि नाम से स्पष्ट है, शरीर के प्रमुख जोड़ों और मांसपेशियों को धीरे-धीरे गतिशील करने का एक अभ्यास है। यह सूक्ष्म व्यायामों की श्रेणी में आता है, जो शरीर को अंदर से खोलने और ऊर्जा के प्रवाह को बेहतर बनाने में मदद करता है। यह किसी भी योग आसन या प्राणायाम अभ्यास से पहले शरीर को तैयार करने के लिए एक उत्कृष्ट अभ्यास है।
आइए यहां जानते हैं कैसे करें अंग संचालन: अंग संचालन में शरीर के विभिन्न हिस्सों के लिए विशिष्ट अभ्यास शामिल होते हैं। कुछ सामान्य चरण यहां प्रस्तुत किए जा रहे हैं:
• गर्दन का संचालन: गर्दन को धीरे-धीरे ऊपर-नीचे, दाएं-बाएं घुमाना और गोलाकार घुमाना।
• कंधों का संचालन: कंधों को आगे और पीछे की ओर गोलाकार घुमाना।
• हाथों और कलाइयों का संचालन: कोहनी को मोड़ना-सीधा करना, कलाई को घुमाना और उंगलियों को फैलाना-मोड़ना।
• पेट और कमर का संचालन: शरीर को कमर से दाएं-बाएं मोड़ना।
• कूल्हों और पैरों का संचालन: घुटनों को ऊपर-नीचे करना, टखनों को घुमाना और पैरों को फैलाना।
प्रत्येक क्रिया को सांस के साथ समन्वित करते हुए धीरे-धीरे और सावधानी से करें। यह एक सरल और समय बचाने वाला अभ्यास है जिसे कोई भी, कहीं भी कर सकता है। आप भी 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर, अंग संचालन को अपनी दिनचर्या में शामिल करें और अपने स्वास्थ्य में अद्भुत परिवर्तन देखें।
आइए मात्र 10 मिनट अंग संचालन से होने वाले फायदे जानते हैं:
2. मांसपेशियों को मजबूत और टोन करता है: यह अभ्यास मांसपेशियों को धीरे-धीरे फैलाता और सिकोड़ता है, जिससे वे मजबूत होती हैं और बेहतर ढंग से टोन होती हैं।
3. रक्त परिसंचरण में सुधार: अंगों के गतिशील होने से शरीर में रक्त का प्रवाह बेहतर होता है, जिससे ऑक्सीजन और पोषक तत्व कोशिकाओं तक अधिक कुशलता से पहुंचते हैं।
4. ऊर्जा के अवरोधों को हटाता है: योग दर्शन के अनुसार, शरीर में ऊर्जा/ प्राण का प्रवाह महत्वपूर्ण होता है। अंग संचालन शरीर में ऊर्जा के किसी भी अवरोध को खोलने में मदद करता है, जिससे ऊर्जा स्वतंत्र रूप से प्रवाहित होती है।
5. शरीर को योग आसनों के लिए तैयार करता है: यह शरीर को वार्म-अप करने और आसनों के लिए तैयार करने का एक उत्कृष्ट तरीका है, जिससे चोट लगने का खतरा कम होता है।
6. तनाव और थकान दूर करता है: शरीर की गतिविधियों पर ध्यान केंद्रित करने से मन शांत होता है और शरीर में जमा तनाव व थकान दूर होती है।
7. मानसिक एकाग्रता बढ़ाता है: शरीर की सूक्ष्म गतिविधियों पर ध्यान केंद्रित करने से मन अधिक एकाग्र होता है और वर्तमान क्षण में रहने में मदद मिलती है।
8. दर्द और अकड़न से राहत: गर्दन, कंधे या पीठ में होने वाले हल्के दर्द और अकड़न को कम करने में यह बहुत प्रभावी है, खासकर उन लोगों के लिए जो लंबे समय तक बैठे रहते हैं।
9. संतुलन और समन्वय में सुधार: कुछ अंग संचालन अभ्यास शरीर के संतुलन और समन्वय को बेहतर बनाने में भी मदद करते हैं।
10. सुबह की शुरुआत के लिए आदर्श: दिन की शुरुआत 10 मिनट के अंग संचालन के साथ करने से आप पूरे दिन ऊर्जावान और तरोताजा महसूस कर सकते हैं।
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