7 नवंबर : शनि पुष्य नक्षत्र और बहीखाता खरीदी मुहूर्त

अनिरुद्ध जोशी
दीपवली के पूर्व 7 नवंबर 2020 को शनि पुष्य नक्षत्र है। शनि पुष्य नक्षत्र को बहुत ही शुभ माना जाता है। ऋग्वेद में पुष्य नक्षत्र को मंगलकर्ता भी कहा गया है। इसीलिए पुष्य नक्षत्र को खरीदारी के लिए विशेष मुहूर्त माना जाता है। कहते हैं कि इस मुहूर्त में खरीदी गई कोई भी वस्तु अधिक समय तक उपयोगी, शुभ फल देने वाली और अक्षय होती है।
 
 
धनतेरस और दीपावली के पूर्व ही बहीखाता खरीदी का यह विशेष शुभ मुहूर्त है। इस दिन बहीखातों की पूजा करना और लेखा-जोखा कार्य भी शुरू कर सकते हैं। इस दिन से नए कार्यों की शुरुआत करें, जैसे दुकान खोलना, व्यापार करना या अन्य कोई कार्य। इस दिन धन का निवेश लंबी अवधि के लिए करने पर भविष्य में उसका अच्छा फल प्राप्त होता है।
 
शनिवार को प्रारंभ होने वाला पुष्य नक्षत्र 24 घंटे 40 मिनिट रहेगा। ज्योतिष विद्वानों के अनुसार पुष्य नक्षत्र शनिवार और रविवार के दिन आने से शनि और रवि पुष्य का संयोग बनेगा। कई विद्वानों के अनुसार 7 नवंबर शनिवार को सुबह 8:04 बजे शुरू होगा जो अगले दिन 8 नवंबर रविवार को सुबह 8:44 बजे तक रहेगा। वैसे पुष्य नक्षत्र में राहु काल को छोड़कर पूरे दिन ही शुभ समय माना जाता है।
 
 
शुभ समय : प्रात: 7:35 से 9:11, 1:57 से 5:08 बजे तक
राहुकाल : प्रात: 9:00 से 10:30 तक
अभिजीत मुहूर्त : 11:48 AM – 12:32 PM

त्रिपुष्कर योग : प्रात: 07:23 से 08:05 तक
अमृत काल : 02:10 AM – 03:49 AM
 
भोपाल के मान से चौघड़िया : 7:52:46 AM से 9:16:27 AM तक शुभ, 1:27:30 से 2:51:11 PM तक लाभ। इसके बाद 4:14:52 PM तक अमृत। फिर शाम को 5:38:33 PM से 7:14:52 PM तक लाभ। 8:51:11 से 10:27:30 PM शुभ रहेगा।
 
अंत में शुक्रवार, 13 नवंबर को 06:42:30 से 18:01:28 तक बहीखाता खरीदने का शुभ मुहूर्त है। इस दिन धनतेरस भी है।
 

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