12 वर्षों के बाद 4 माह वक्री अवस्था में भ्रमण करेंगे गुरु ग्रह, ये राशियां बन जाएंगी धनवान

Webdunia
मंगलवार, 19 सितम्बर 2023 (12:52 IST)
Guru ki vakri chal 2023: 4 सितंबर से ही बृस्पति ग्रह मेष राशि में अपनी वक्री चाल से गति कर रहा है। ऐसा करीब 12 वर्षों के बाद हुआ है। गुरु ग्रह करीब चार माह यानी 31 दिसंबर तक इसी अवस्था में रहकर पुन: मार्गी हो जाएंगे। तब तक यह ग्रह 5 राशियों का बहुत कुछ आर्थिक लाभ कर देंगे।
 
1. मेष राशि Mesh : आपके प्रथम भाव में बृहस्पति के वक्री होने से सेहत का ध्यान रखना होगा। हलांकि व्यापार में आपको सफलता मिलेगी। नौकरीपेशा हैं तो पदोन्नति के योग बन रहे हैं। इस ग्रह की पांचम भाव पर दृष्टि भाग्य को जागृत करके अचानक से धनलाभ करा सकती है। यह समय सुखद रहेगा। 
 
2. सिंह राशि singh : आपकी राशि के नौवें भाव में वक्री हो रहे हैं। भूमि और भवन में लाभ होगा। नौकरी में आप तरक्की करेंगे और व्यापारी हैं तो आर्थिक स्थिति और भी ज्यादा मजबूत होगी। लंबी यात्रा के योग भी बनेंगे। पिता से संबंधों को मजबूत बनाकर रखें।
 
3. तुला राशि Tula : आपकी राशि के सातवें भाव में गुरु वक्री होना व्यापारिक लाभ के साथ ही दांपत्य जीवन को भी सुखमय बनाएगा। हालांकि आमदानी के साथ ही खर्चे भी बढ़ जाएंगी। हालांकि पारिवारिक जीवन भी पहले से बेहतर होगा। साझेदारी के कार्य में आपको अच्छा धनलाभ होगा।
 
4. धनु राशि Dhanu : आपके लिए गुरु का वक्री होना शुभ माना जा रहा है जो साहस और आत्मविश्वास का संचार करेगी। आपके अटके कार्य पूर्ण होंगे। नौकरी और व्यापार में सकारात्मक परिणाम देखने को मिलेंगे। बड़े कार्य की जिम्मेदारी मिलेगी।
 
5. मीन राशि Meen : आपकी राशि के दूसरे भाव में में गुरु का वक्री होना आपकी वाणी और संबंधों में सुधार करेगा। आर्थिक रूप से लाभ प्राप्त करेंगे। बचत में बढ़ोतरी होगी। करियर में सफलता मिलेगी। नौकरी में उन्नति होगी और व्यापार में मुनाफा मिलेगा। अटके हुए सभी कार्य पूर्ण होंगे।

सम्बंधित जानकारी

Show comments

ज़रूर पढ़ें

इस शिव मंदिर में पत्थरों से आती है डमरू की आवाज, जानिए एशिया के सबसे ऊंचे शिव मंदिर का रहस्य

सूर्य की शत्रु ग्रह शनि से युति के चलते 4 राशियों को मिलेगा फायदा

असम में मौजूद है नॉर्थ ईस्ट का सबसे ऊंचा शिव मंदिर, महाशिवरात्रि पर उमड़ता है श्रद्धालुओं का सैलाब

रंग गुलाल और लट्ठमार, बृज में पूरे 40 दिन चलता है फाग का उत्सव, जानिए बृज की होली का इतिहास

Mahashivaratri 2025: महाशिवरात्रि पर शिवलिंग की पूजा का शुभ मुहूर्त, पूजन विधि, आरती और कथा सभी एक साथ

सभी देखें

नवीनतम

chaturthi 2025: द्विजप्रिय संकष्टी चतुर्थी के दिन कब होगा चंद्रोदय?

Aaj Ka Rashifal: नौकरी, व्यापार के लिए कैसा रहेगा आज का दिन, पढ़ें 15 फरवरी का राशिफल

15 फरवरी 2025 : आपका जन्मदिन

15 फरवरी 2025, शनिवार के शुभ मुहूर्त

सूर्य की शत्रु ग्रह शनि से युति के चलते 4 राशियों को मिलेगा फायदा

अगला लेख