12 जून से मांगलिक कार्यों पर लगेगा विराम, 5 माह तक नहीं होंगे शुभ कार्य

पं. हेमन्त रिछारिया
गुरुवार, 22 मई 2025 (11:53 IST)
Jyotish 2025: 13 अप्रैल को खरमास (मलमास) के समाप्त होते विवाह आदि समस्त शुभ कार्यों का प्रारंभ हो गया, किन्तु यह केवल 11 जून 2025 तक ही जारी रहेगा क्योंकि 12 जून 2025 आषाढ़ कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा को गुरु का तारा अस्त होगा जो दिनांक 05 जुलाई 2025, आषाढ़ शुक्ल दशमी, दिन शनिवार को उदित होगा।ALSO READ: वट सावित्री व्रत के दिन नहीं मिले बरगद का पेड़ तो ऐसे करें पूजा
 
06 जुलाई को होगा देवशयन:
 
हमारे सनातन धर्म में देवशयन को अति-महत्त्वपूर्ण माना जाता है। इसे चातुर्मास भी कहा जाता है। देवशयन की अवधि में विवाह विशेष रूप से वर्जित रहता है। गुरु तारे के उदित होते ही आषाढ़ शुक्ल पक्ष की एकादशी (देवशयनी एकादशी), दिनांक 06 जुलाई 2025, दिन रविवार को देवशयन हो जाएगा। अत: उपर्युक्त 12 जून 2025 को गुरु के अस्त होते ही लगभग पांच माह के लिए शुभ एवं मांगलिक कार्यों पर विराम रहेगा, जो देवउठनी एकादशी तक जारी रहेगा।
 
-ज्योतिर्विद् पं. हेमन्त रिछारिया
प्रारब्ध ज्योतिष परामर्श केन्द्र
सम्पर्क: astropoint_hbd@yahoo.com

ALSO READ: वट सावित्री व्रत दो बार क्यों मनाया जाता है?

सम्बंधित जानकारी

Show comments

ज़रूर पढ़ें

राहु का कुंभ में गोचर, इन लक्षणों से जानिए कि क्या हो रहा है दुष्प्रभाव, बचने के उपाय

समय बहुत खराब आने वाला है, हनुमान चालीसा की ये 2 चौपाई बचाएगी

बृहस्पति वर्ष 2025 में अतिचारी होकर 3 बार करेंगे गोचर, वर्ष 2026 में मचाएंगे तबाही, भारत का क्या होगा?

पाकिस्तान में यहां शिव जी के आंसू से बना था अमृत कुंड, जानिए कटासराज शिव मंदिर का अद्भुत इतिहास

नौतपा 2025 : नवतपा के दौरान क्या करें और क्या न करें: जानें काम की बाते

सभी देखें

नवीनतम

वट सावित्री व्रत दो बार क्यों मनाया जाता है?

Aaj Ka Rashifal: 22 मई का दैनिक राशिफल, जानें कैसा रहेगा आज आपका समय

22 मई 2025 : आपका जन्मदिन

22 मई 2025, गुरुवार के शुभ मुहूर्त

राशिनुसार विशेष उपाय: शनि जयंती पर पाएं भाग्य का साथ

अगला लेख