Festival Posters

हस्तरेखा से जानिए कि सुखी या दु:खी होगा दांपत्य जीवन?

अनिरुद्ध जोशी
कनिष्ठा अंगुली के नीचे और हृदय रेखा के ऊपर बुध पर्वत पर उपस्थित आड़ी रेखा को विवाह रेखा कहते हैं। हथेली में विवाह रेखाओं की संख्या 4 तक हो सकती है। इनमें से एक रेखा ही सर्वाधिक पुष्ट एवं लंबी होती है। वैवाहिक सुख के लिए हथेली में चंद्र, शनि, मंगल, गुरु और शुक्र पर्वत तथा अन्य रेखाओं की स्थिति भी विचारणीय रहती है। अत: मात्र विवाह रेखा से कोई परिणाम नहीं निकाला जा सकता। यहां मात्र विवाह रेखा से जानिए मान्यता पर आधारित जानकारी।
 
 
दांपत्य जीवन सुखी होगा :
1. विवाह रेखा स्पष्ट, पुष्ट है और किसी अन्य रेखा क्रास नहीं कर रही है साथ ही क्रॉस का निशान नहीं है तो सुखी दांपत्य जीवन की कामना की जा सकती है।
 
2. यदि यह रेखा गहरी और लंबी होती है तो व्यक्ति अपने रिश्तों को महत्व देता है और वह सचमुच में ही प्रेम करता है। विवाह रेखा से प्रारंभ होकर कोई पतली रेखा हृदय रेखा की ओर जाए तो दोनों का साथ जीवनभर बना रहता है।

दांपत्य जीवन दु:खी होगा :
1. खंडित विवाह रेखा प्रेम या दांपत्य जीवन में विरह का संकेत है। यदि यह रेखा दोनों ही हाथों में खंडित है तो विरह के प्रबल योग है। खंडित विवाह रेखा जीवन के मध्य काल में पत्नी वियोग देती है। यह योग पत्नी की मृत्यु होने या तलाक होने से बनता है।
 
2. यदि विवाह रेखा हृदय रेखा को क्रॉस कर दे अर्थात चीरती हुई निकल जाए तो यह विवाह विच्छेद का संकेत है।
 
3. यदि विवाह रेखा का झुकाव कनिष्ठा की ओर हो तो जीवनसाथी की मृत्यु उससे पूर्व होती है।
 
4. यदि विवाह रेखा को कोई अन्य रेखा काट रही हो या आड़ी रेखा से विवाह रेखा का कट रही हो तो यह वैवाहिक सुख में नुकसान के संकेत हैं।
 
5. विवाह रेखा के उद्गम पर द्वीप का चिन्ह वैवाहिक सुख में विघ्न डालता है जबकि विवाह रेखा पर एक से अधिक द्वीप दांपत्य सुख से वंचित रखता है। द्वीप का होना प्रेम में बदनामी होने का संकेत भी है।
 
6. विवाह रेखा में झुकाव हो और उस झुकाव पर क्रॉस बना हो तो पति या पत्नी की आकस्मिक मृत्यु हो सकती है या प्रेम संबंध शीघ्र समाप्त हो सकते हैं।
 
7. विवाह रेखा पर काला धब्बा इस बात की सूचना है कि जातक को पत्नी सुख का अभाव रहेगा।
 
8. ऐसा भी कहते हैं कि विवाह रेखा नीचे की ओर जाकर हृदय रेखा को छुए तो पत्नी की मृत्यु हो जाती है और यदि यह रेखा नीचे झुककर हृदय रेखा में मिल जाए तो यह दांपत्य जीवन में अलगाव की सूचक है।
 
9. स्त्री के हाथ में विवाह रेखा पर नक्षत्र हो, विवाह रेखा झुककर हृदय रेखा को स्पर्श करे, विवाह रेखा पर काला धब्बा हो और विवाह रेखा हृदय रेखा से मिलकर बारीक रेखाएं दोनों रेखाओं को काटे तो वह विधवा हो सकती है।
 
10. विवाह रेखा का अंत में कई भागों में बंट जाना अत्यंत दुखी दांपत्य जीवन का संकेत है। अंत में दोमुंही विवाह रेखा भी दांपत्य जीवन को कलहयुक्त बनाती है।
 
11. ऐसा माना जाता है कि यदि यह रेखा छोटी और हल्की है तो व्यक्ति को अपने रिश्तों की परवाह नहीं है। कमजोर रेखा अल्प समय के लिए प्रेम संबंध होना व्यक्त करती है। हथेली में विवाह रेखा का ज्यादा चौड़ा होना विवाह के प्रति कोई उत्साह न होने का संकेत है।
 
12. यदि विवाह रेखा आयु रेखा को काटे या विवाह रेखा, भाग्य रेखा एवं मस्तक रेखा परस्पर मिले तो दांपत्य दुख एवं कलह से परिपूर्ण रहता है।

सम्बंधित जानकारी

Show comments

ज़रूर पढ़ें

Chhath puja 2025 date: वर्ष 2025 में कब है छठ पूजा, जानिए संपूर्ण दिनों की जानकारी

Diwali 2025: धनतेरस पर भूलकर भी उधार में ना दें ये 4 चीजें, रूठ जाती हैं मां लक्ष्मी

Tula sankranti 2025: तुला संक्रांति पर 12 राशियों के जातक करें ये खास उपाय, मिलेगा मनचाहा फल

Diwali 2025: क्या लक्ष्मी जी के दत्तक पुत्र हैं श्रीगणेश?, जानिए दिवाली पर लक्ष्मी जी के साथ क्यों पूजे जाते हैं

October 2025 Weekly Rashifal: राशिफल अक्टूबर 2025, इस हफ्ते कौन सी राशि रहेगी सबसे भाग्यशाली?

सभी देखें

नवीनतम

Pushya nakshatra 2025: पुष्‍य नक्षत्र क्या होता है, जानिए क्यों कहलाता है नक्षत्रों का राजा, खरीदी के लिए क्यों माना जाता है शुभ

Aaj Ka Rashifal: आज का दैनिक राशिफल: मेष से मीन तक 12 राशियों का राशिफल (14 अक्टूबर, 2025)

14 October Birthday: आपको 14 अक्टूबर, 2025 के लिए जन्मदिन की बधाई!

Aaj ka panchang: आज का शुभ मुहूर्त: 14 अक्टूबर, 2025: मंगवार का पंचांग और शुभ समय

Diwali 2025: धनतेरस की रात क्यों जलाए जाते हैं 13 दीपक? जानें यमराज से लेकर लक्ष्मी के लिए, कहां रखें कौन सा दीया

अगला लेख