Astrology weekly muhurat : 28 फरवरी से 6 मार्च 2022 तक के साप्ताहिक मुहूर्त, जानिए यहां

पं. हेमन्त रिछारिया
नया सप्ताह का प्रारंभ 28 फरवरी से हो रहा है, जोकि 6 मार्च 2022 तक जारी रहेगा। अगर आप भी मकान, प्लॉट या वाहन खरीदने का विचार कर रहे हैं या कोई नया व्यापार आरंभ करने जा रहे हैं तो इस शुभ मुहूर्त में ही कार्य करें ताकि आपके कार्य सफलतापूर्वक संपन्न हो सकें। 'वेबदुनिया' खास आपके लिए मुहूर्त और चौघड़िए के आधार पर 28 फरवरी से 6 मार्च 2022 के बीच आने वाले इन सात दिनों के अंतर्गत आनेवाले प्रतिदिन के खास मुहूर्त की सौगात लेकर आई है। जानिए यहां... 
 
(साप्ताहिक मुहूर्त: 28 फरवरी से 6 मार्च 2022 तक)
 
28 फरवरी 2022, सोमवार के शुभ मुहूर्त
 
शुभ विक्रम संवत्-2078, शक संवत्-1943, हिजरी सन्-1442, ईस्वी सन्-2022
संवत्सर नाम-आनन्द
अयन-उत्तरायण
मास-फाल्गुन
पक्ष-कृष्ण
ऋतु-वसन्त
वार-सोमवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-त्रयोदशी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-श्रवण
योग (सूर्योदयकालीन)-वरियान
करण (सूर्योदयकालीन)-गरज
लग्न (सूर्योदयकालीन)-कुम्भ
शुभ समय- 6:00 से 7:30 तक, 9:00 से 10:30 तक, 3:31 से 6:41 तक
राहुकाल- प्रात: 7:30 से 9:00 बजे तक  
दिशा शूल-आग्नेय 
योगिनी वास-दक्षिण
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-मकर
व्रत/मुहूर्त-सोम प्रदोष व्रत/व्यापार मुहूर्त/सर्वार्थसिद्धि योग
यात्रा शकुन- मीठा दूध पीकर यात्रा करें।
आज का मंत्र- ॐ सौं सोमाय नम:।
आज का उपाय-स्फ़टिक शिवलिंग का दुग्धाभिषेक करें।
वनस्पति तंत्र उपाय- पलाश के वृक्ष में जल चढ़ाएं।

1 मार्च 2022, मंगलवार के शुभ मुहूर्त
 
शुभ विक्रम संवत्-2078, शक संवत्-1943, हिजरी सन्-1442, ईस्वी सन्-2022
संवत्सर नाम-आनन्द
अयन-उत्तरायण
मास-फाल्गुन
पक्ष-कृष्ण
ऋतु-वसन्त
वार-मंगलवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-चतुर्दशी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-धनिष्ठा
योग (सूर्योदयकालीन)-परिघ 
करण (सूर्योदयकालीन)-विष्टि
लग्न (सूर्योदयकालीन)-कुम्भ
शुभ समय-10:46 से 1:55, 3:30 5:05 तक
राहुकाल- दोप. 3:00 से 4:30 बजे तक
दिशा शूल-उत्तर 
योगिनी वास-पश्चिम
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-कुम्भ
व्रत/मुहूर्त-महाशिवरात्रि व्रत/पंचक प्रारंभ
यात्रा शकुन- दलिया का सेवन कर यात्रा पर निकलें।
आज का मंत्र- ॐ अं अंगारकाय नम:।
आज का उपाय-शिव मंदिर में अभिषेक कर मसूर की दाल चढाएं।
वनस्पति तंत्र उपाय- खैर के वृक्ष में जल चढ़ाएं।

 
2 मार्च 2022, बुधवार के शुभ मुहूर्त
 
शुभ विक्रम संवत्-2078, शक संवत्-1943, हिजरी सन्-1442, ईस्वी सन्-2022
संवत्सर नाम-आनन्द
अयन-उत्तरायण
मास-फाल्गुन
पक्ष-कृष्ण
ऋतु-वसन्त
वार-बुधवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-अमावस
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-शतभिषा
योग (सूर्योदयकालीन)-शिव
करण (सूर्योदयकालीन)-चतुष्पद
लग्न (सूर्योदयकालीन)-कुम्भ
शुभ समय- 6:00 से 9:11, 5:00 से 6:30 तक
राहुकाल- दोप. 12:00 से 1:30 बजे तक
दिशा शूल-ईशान
योगिनी वास-ईशान
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-कुम्भ
व्रत/मुहूर्त-देवपितृकार्य अमावस/व्यापार मुहूर्त
यात्रा शकुन-हरे फ़ल खाकर अथवा दूध पीकर यात्रा पर निकलें।
आज का मंत्र- ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं स: बुधाय नम:।
आज का उपाय-किसी बटुक को भोजन उपरांत हरा वस्त्र भेंट करें।
वनस्पति तंत्र उपाय- अपामार्ग के वृक्ष में जल चढ़ाएं।

 
3 मार्च 2022, गुरुवार के शुभ मुहूर्त
 
शुभ विक्रम संवत्-2078, शक संवत्-1943, हिजरी सन्-1442, ईस्वी सन्-2022
संवत्सर नाम-आनन्द
अयन-उत्तरायण
मास-फाल्गुन
पक्ष-शुक्ल
ऋतु-वसन्त
वार-गुरुवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-प्रतिपदा
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-पूर्वाभाद्रपद
योग (सूर्योदयकालीन)-साध्य
करण (सूर्योदयकालीन)-किंस्तुघ्न
लग्न (सूर्योदयकालीन)-कुम्भ
शुभ समय- 6:00 से 7:30, 12:20 से 3:30, 5:00 से 6:30 तक
राहुकाल-दोप. 1:30 से 3:00 बजे तक
दिशा शूल-दक्षिण  
योगिनी वास-पूर्व
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-मीन
व्रत/मुहूर्त-देवदर्शन
यात्रा शकुन- बेसन से बनी मिठाई खाकर यात्रा पर निकलें।
आज का मंत्र- ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं स: गुरुवै नम:।
आज का उपाय-विष्णु मंदिर में बूंदी के लड्डू चढाएं।
वनस्पति तंत्र उपाय-पीपल के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
 

4 मार्च 2022, शुक्रवार के शुभ मुहूर्त
 
शुभ विक्रम संवत्-2078, शक संवत्-1943, हिजरी सन्-1442, ईस्वी सन्-2022
संवत्सर नाम-आनन्द
अयन-उत्तरायण 
मास-फाल्गुन
पक्ष-शुक्ल
ऋतु-वसन्त
वार-शुक्रवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-द्वितीया
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-उत्तराभाद्रपद
योग (सूर्योदयकालीन)-शुभ
करण (सूर्योदयकालीन)-बालव
लग्न (सूर्योदयकालीन)-कुम्भ
शुभ समय- 7:30 से 10:45, 12:20 से 2:00 तक
राहुकाल-प्रात: 10:30 से 12:00 बजे तक
दिशा शूल-वायव्य 
योगिनी वास-उत्तर
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-मीन
व्रत/मुहूर्त-मूल प्रारंभ/चंद्रदर्शन/फुलेरा दूज
यात्रा शकुन- शुक्रवार को मीठा दही खाकर यात्रा पर निकलें।
आज का मंत्र- ॐ द्रां द्रीं द्रौं स: शुक्राय नम:।
आज का उपाय-मंदिर में बताशे चढाएं।
वनस्पति तंत्र उपाय-गूलर के वृक्ष में जल चढ़ाएं।

 
5 मार्च 2022, शनिवार के शुभ मुहूर्त
 
शुभ विक्रम संवत्-2078, शक संवत्-1943, हिजरी सन्-1442, ईस्वी सन्-2022
संवत्सर नाम-आनन्द
अयन-उत्तरायण
मास-फाल्गुन
पक्ष-शुक्ल पक्ष
ऋतु-वसन्त
वार-शनिवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-तृतीया
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-रेवती
योग (सूर्योदयकालीन)-शुक्ल
करण (सूर्योदयकालीन)-तैतिल
लग्न (सूर्योदयकालीन)-कुम्भ
शुभ समय-प्रात: 7:35 से 9:11, 1:57 से 5:08 बजे तक
राहुकाल-प्रात: 9:00 से 10:30 तक
दिशा शूल-पूर्व
योगिनी वास-आग्नेय
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-मेष
व्रत/मुहूर्त-पंचक समाप्त/व्यापार मुहूर्त/वाहन क्रय 
यात्रा शकुन-शर्करा मिश्रित दही खाकर घर से निकलें।
आज का मंत्र-ॐ प्रां प्रीं प्रौं स: शनयै नम:।
आज का उपाय-शनि मंदिर में लौह पात्र में सरसों का तिल तेल भरकर शनि प्रतिमा पर चढाएं।
वनस्पति तंत्र उपाय-शमी के वृक्ष में जल चढ़ाएं।

6 मार्च 2022, रविवार के शुभ मुहूर्त
 
शुभ विक्रम संवत्-2078, शक संवत्-1943, हिजरी सन्-1442, ईस्वी सन्-2022
संवत्सर नाम-आनन्द
अयन-उत्तरायण
मास-फाल्गुन
पक्ष-शुक्ल
ऋतु-वसन्त
वार-रविवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-चतुर्थी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-अश्विनी
योग (सूर्योदयकालीन)-ब्रह्म
करण (सूर्योदयकालीन)-वणिज
लग्न (सूर्योदयकालीन)-कुम्भ
शुभ समय-9:11 से 12:21, 1:56 से 3:32 
राहुकाल- सायं 4:30 से 6:00 बजे तक
दिशा शूल-पश्चिम 
योगिनी वास-नैऋत्य
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-मेष
व्रत/मुहूर्त-गणेश चतुर्थी व्रत/सर्वार्थसिद्धि योग/भद्रा/मूल समाप्त
यात्रा शकुन- इलायची खाकर यात्रा प्रारंभ करें।
आज का मंत्र-ॐ घृणि: सूर्याय नम:।
आज का उपाय-किसी विप्र को केसर भेंट करें।
वनस्पति तंत्र उपाय-बेल के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
 
(निवेदन-उपर्युक्त विवरण पंचांग आधारित है पंचांग भेद होने पर तिथि/मुहूर्त/समय में परिवर्तन होना संभव है।)
 
-ज्योतिर्विद् पं. हेमन्त रिछारिया
प्रारब्ध ज्योतिष परामर्श केन्द्र
सम्पर्क: astropoint_hbd@yahoo.com

Today Muhurat
ALSO READ: धरती पर वह कौनसा स्थान है जहां हुआ था माता पार्वती और शिव का विवाह

ALSO READ: मकर राशि में मंगल और शनि के साथ शुक्र, कालसर्प योग भी, क्या होगा तीसरा विश्‍व युद्ध?
 

सम्बंधित जानकारी

Show comments

क्या मुगलों का संपूर्ण भारत पर राज था और क्या अंग्रेजों ने मुगलों से सत्ता छीनी थी?

Parshuram jayanti 2024 : भगवान परशुराम जयंती पर कैसे करें उनकी पूजा?

धरती पर कब आएगा सौर तूफान, हो सकते हैं 10 बड़े भयानक नुकसान

घर के पूजा घर में सुबह और शाम को कितने बजे तक दीया जलाना चाहिए?

100 साल के बाद शश और गजकेसरी योग, 3 राशियों के लिए राजयोग की शुरुआत

Aaj Ka Rashifal: किन राशियों के लिए होगा बेहद खास 05 मई का दिन, जानें अपना राशिफल

05 मई 2024 : आपका जन्मदिन

05 मई 2024, रविवार के शुभ मुहूर्त

Parshuram jayanti 2024 : भगवान परशुराम जयंती पर कैसे करें उनकी पूजा?

धरती पर कब आएगा सौर तूफान, हो सकते हैं 10 बड़े भयानक नुकसान

अगला लेख