chhat puja

weekly muhurat 2022 : नए सप्ताह के सर्वश्रेष्‍ठ साप्ताहिक मुहूर्त, यहां पढ़ें...

पं. हेमन्त रिछारिया
इस बार 30 मई से नया सप्ताह शुरू हो रहा है और वह 5 जून 2022 तक जारी रहेगा। 'वेबदुनिया' खास आपके लिए लेकर आई हैं यहां मुहूर्त और चौघड़िए के आधार पर इन 7 दिनों के अंतर्गत आने वाले पंचांग मुहूर्त की सौगात। अगर आप भी इन दिनों में मकान, प्लॉट या वाहन खरीदने या कोई नया व्यापार आरंभ करने जा रहे हैं तो इस शुभ मुहूर्त में ही कार्य करें ताकि आपके कार्य सफलतापूर्वक संपन्न हो सकें। जानिए यहां... 
 
(साप्ताहिक मुहूर्त : 30 मई से 5 जून 2022 तक)
 
30 मई 2022, सोमवार के शुभ मुहूर्त
 
शुभ विक्रम संवत्-2079, शक संवत्-1944, हिजरी सन्-1443, ईस्वी सन्-2022
संवत्सर नाम-राक्षस
अयन-उत्तरायण
मास-ज्येष्ठ
पक्ष-कृष्ण
ऋतु-ग्रीष्म
वार-सोमवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-अमावस
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-कृत्तिका
योग (सूर्योदयकालीन)-सुकर्मा
करण (सूर्योदयकालीन)-नागव
लग्न (सूर्योदयकालीन)-वृष
शुभ समय- 6:00 से 7:30 तक, 9:00 से 10:30 तक, 3:31 से 6:41 तक
राहुकाल-प्रात: 7:30 से 9:00 बजे तक  
दिशा शूल-आग्नेय 
योगिनी वास-ईशान
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-वृष
व्रत/मुहूर्त-सोमवती अमावस्या/वट सावित्री व्रत पूर्ण
यात्रा शकुन- मीठा दूध पीकर यात्रा करें।
आज का मंत्र-ॐ सौं सोमाय नम:।
आज का उपाय-किसी विप्र को घी से भरा कलश भेंट करें।
वनस्पति तंत्र उपाय- पलाश के वृक्ष में जल चढ़ाएं।

31 मई 2022, मंगलवार के शुभ मुहूर्त
 
शुभ विक्रम संवत्-2079, शक संवत्-1944, हिजरी सन्-1443, ईस्वी सन्-2022
संवत्सर नाम-राक्षस
अयन-उत्तरायण
मास-ज्येष्ठ
पक्ष-शुक्ल
ऋतु-ग्रीष्म
वार-मंगलवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-प्रतिपदा
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-रोहिणी
योग (सूर्योदयकालीन)-धृति
करण (सूर्योदयकालीन)-किंस्तुघ्न
लग्न (सूर्योदयकालीन)-वृष
शुभ समय-10:46 से 1:55, 3:30 5:05 तक
राहुकाल- दोप. 3:00 से 4:30 बजे तक
दिशा शूल-उत्तर 
योगिनी वास-पूर्व
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-मिथुन
व्रत/मुहूर्त-द्विपुष्कर योग/करवीर व्रत 
यात्रा शकुन- दलिया का सेवन कर यात्रा पर निकलें।
आज का मंत्र-ॐ अं अंगारकाय नम:।
आज का उपाय-मंदिर में कनेर के पुष्प की माला चढाएं।
वनस्पति तंत्र उपाय- खैर के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
 

1 जून 2022, बुधवार के शुभ मुहूर्त
 
शुभ विक्रम संवत्-2079, शक संवत्-1944, हिजरी सन्-1443, ईस्वी सन्-2022
संवत्सर नाम-राक्षस
अयन-उत्तरायण
मास-ज्येष्ठ
पक्ष-शुक्ल
ऋतु-ग्रीष्म
वार-बुधवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-द्वितीया
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-मृगशिरा
योग (सूर्योदयकालीन)-शूल
करण (सूर्योदयकालीन)-बालव
लग्न (सूर्योदयकालीन)-वृष
शुभ समय- 6:00 से 9:11, 5:00 से 6:30 तक
राहुकाल- दोप. 12:00 से 1:30 बजे तक
दिशा शूल-ईशान
योगिनी वास-उत्तर
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-मिथुन
व्रत/मुहूर्त-कर्णवेध/मुण्डन संस्कार मुहूर्त
यात्रा शकुन-हरे फल खाकर अथवा दूध पीकर यात्रा पर निकलें।
आज का मंत्र-ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं स: बुधाय नम:।
आज का उपाय-किसी बटुक को कांस्य पात्र में मूंग भेंट करें।
वनस्पति तंत्र उपाय- अपामार्ग के वृक्ष में जल चढ़ाएं।

2 जून 2022, गुरुवार के शुभ मुहूर्त
 
शुभ विक्रम संवत्-2079, शक संवत्-1944, हिजरी सन्-1443, ईस्वी सन्-2022
संवत्सर नाम-राक्षस
अयन-उत्तरायण
मास-ज्येष्ठ
पक्ष-शुक्ल
ऋतु-ग्रीष्म
वार-गुरुवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-तृतीया
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-आर्द्रा
योग (सूर्योदयकालीन)-गण्ड
करण (सूर्योदयकालीन)-तैतिल
लग्न (सूर्योदयकालीन)-वृष
शुभ समय- 6:00 से 7:30, 12:20 से 3:30, 5:00 से 6:30 तक
राहुकाल-दोप. 1:30 से 3:00 बजे तक
दिशा शूल-दक्षिण  
योगिनी वास- आग्नेय 
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-मिथुन
व्रत/मुहूर्त-सर्वार्थसिद्धि योग
यात्रा शकुन- बेसन से बनी मिठाई खाकर यात्रा पर निकलें।
आज का मंत्र-ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं स: गुरुवै नम:।
आज का उपाय-किसी विप्र को शहद भेंट करें ।
वनस्पति तंत्र उपाय-पीपल के वृक्ष में जल चढ़ाएं।

3 जून 2022, शुक्रवार के शुभ मुहूर्त
 
शुभ विक्रम संवत्-2079, शक संवत्-1944, हिजरी सन्-1443, ईस्वी सन्-2022
संवत्सर नाम-राक्षस
अयन-उत्तरायण 
मास-ज्येष्ठ
पक्ष-शुक्ल
ऋतु-ग्रीष्म
वार-शुक्रवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-चतुर्थी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-पुनर्वसु
योग (सूर्योदयकालीन)-वृद्धि
करण (सूर्योदयकालीन)-वणिज
लग्न (सूर्योदयकालीन)-वृष
शुभ समय- 7:30 से 10:45, 12:20 से 2:00 तक
राहुकाल-प्रात: 10:30 से 12:00 बजे तक
दिशा शूल-वायव्य 
योगिनी वास-नैऋत्य
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-कर्क
व्रत/मुहूर्त-विनायकी चतुर्थी व्रत/भद्रा/रवियोग
यात्रा शकुन- शुक्रवार को मीठा दही खाकर यात्रा पर निकलें।
आज का मंत्र-ॐ द्रां द्रीं द्रौं स: शुक्राय नम:।
आज का उपाय-गणेश मंदिर में खीर का भोग लगाएं।
वनस्पति तंत्र उपाय-गूलर के वृक्ष में जल चढ़ाएं।

4 जून 2022, शनिवार के शुभ मुहूर्त 
 
शुभ विक्रम संवत्-2079, शक संवत्-1944, हिजरी सन्-1443, ईस्वी सन्-2022
संवत्सर नाम-राक्षस
अयन-उत्तरायण
मास-ज्येष्ठ
पक्ष-शुक्ल
ऋतु-ग्रीष्म
वार-शनिवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-पंचमी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-पुष्य
योग (सूर्योदयकालीन)-ध्रुव
करण (सूर्योदयकालीन)-बव
लग्न (सूर्योदयकालीन)-वृष
शुभ समय-प्रात: 7:35 से 9:11, 1:57 से 5:08 बजे तक
राहुकाल-प्रात: 9:00 से 10:30 तक
दिशा शूल-पूर्व
योगिनी वास-दक्षिण
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-कर्क
व्रत/मुहूर्त-श्रुति पंचमी/मूल प्रारंभ
यात्रा शकुन-शर्करा मिश्रित दही खाकर घर से निकलें।
आज का मंत्र-ॐ प्रां प्रीं प्रौं स: शनयै नम:।
आज का उपाय-शनि मंदिर में सवा किलो काले चने चढाएं।
वनस्पति तंत्र उपाय-शमी के वृक्ष में जल चढ़ाएं।

5 जून 2022, रविवार के शुभ मुहूर्त
 
शुभ विक्रम संवत्-2079, शक संवत्-1944, हिजरी सन्-1443, ईस्वी सन्-2022
संवत्सर नाम-राक्षस
अयन-उत्तरायण
मास-ज्येष्ठ
पक्ष-शुक्ल
ऋतु-ग्रीष्म
वार-रविवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-षष्ठी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-आश्लेषा
योग (सूर्योदयकालीन)-व्याघात
करण (सूर्योदयकालीन)-कौलव
लग्न (सूर्योदयकालीन)-वृष
शुभ समय-9:11 से 12:21, 1:56 से 3:32 
राहुकाल- सायं 4:30 से 6:00 बजे तक
दिशा शूल-पश्चिम 
योगिनी वास-पश्चिम
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-कर्क
व्रत/मुहूर्त-व्यापार मुहूर्त/रवियोग
यात्रा शकुन- इलायची खाकर यात्रा प्रारंभ करें।
आज का मंत्र-ॐ घृणि: सूर्याय नम:।
आज का उपाय-बहते जल में 250 गुड़ प्रवाहित करें।
वनस्पति तंत्र उपाय-बेल के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
 
(निवेदन-उपर्युक्त विवरण पंचांग आधारित है पंचांग भेद होने पर तिथि/मुहूर्त/समय में परिवर्तन होना संभव है।)
 
-ज्योतिर्विद् पं. हेमन्त रिछारिया
प्रारब्ध ज्योतिष परामर्श केन्द्र
सम्पर्क: astropoint_hbd@yahoo.com

Weekly Muhurat

ALSO READ: Weekly Rashifal 2022: नया सप्ताह क्या लेकर आया है खास, जानिए 12 राशियों का साप्ताहिक राशिफल

ALSO READ: जून माह 2022 में क्या होगी ग्रहों की स्थिति, कौन-सा ग्रह बदलेगा अपना घर

सम्बंधित जानकारी

Show comments

ज़रूर पढ़ें

Kartik Purnima 2025: कार्तिक पूर्णिमा पर कौनसा दान रहेगा सबसे अधिक शुभ, जानें अपनी राशिनुसार

Bhishma Panchak 2025: भीष्म पंचक क्या होता है, क्यों लगता हैं, जानें पंचक की तिथियां

Monthly Horoscope November 2025: नवंबर 2025: क्या आपकी राशि के लिए खुलेंगे धन-समृद्धि के द्वार? पढ़ें मासिक राशिफल

Shukra gochar 2025: शुक्र का तुला राशि में गोचर, 2 राशियों को रहना होगा सतर्क

Guru gochar 2025: बृहस्पति का कर्क राशि में गोचर, 4 राशियों को होगा लाभ ही लाभ, चमक जाएगी किस्मत

सभी देखें

नवीनतम

When is Dev Diwali: देव दिवाली कब हैं- देव उठनी एकादशी पर या कार्तिक पूर्णिमा पर?

T Point House Vastu Tips: टी’ पॉइंट वाला घर लेना शुभ या अशुभ, जानें बर्बाद होंगे या आबाद

kartik purnima kab hai: कार्तिक पूर्णिमा कब है?

Kartik Purnima 2025: कार्तिक पूर्णिमा का महत्व और पौराणिक कथा

Dev Diwali 2025: देव दिवाली पर 5 जगहों पर करें दीपदान, देवता स्वयं करेंगे आपकी हर समस्या का समाधान

अगला लेख