राम जन्मभूमि ट्रस्ट कैसा भी पर पूजा पद्धति न बदले-अवधेश दास

संदीप श्रीवास्तव
मंगलवार, 26 नवंबर 2019 (20:05 IST)
अयोध्या। अयोध्या में राम जन्मभूमि मंदिर निर्माण के लिए केंद्र सरकार द्वारा बनाए जाने वाले ट्रस्ट में शामिल होने के लिए अधिकांश साधु- संत जोरआजमाइश कर रहे हैं, वहीं अयोध्या स्थित बड़ा भक्त महल के महंत व विहिप में मार्गदर्शक महंत अवधेश दास ने साफ कहा है राम जन्मभूमि मंदिर की पूजा पद्धति में किसी भी तरह का बदलाव नहीं होना चाहिए। 
 
हालांकि उन्होंने कहा कि ट्रस्ट का स्वरूप कैसा होगा, उस ट्रस्ट में कौन-कौन शामिल होगा, यह सब सरकार का काम है, हमें उसमें किसी प्रकार का कोई हस्तक्षेप भी नहीं करना है, लेकिन एक मांग जरूर है कि राम जन्मभूमि में जो पूजा पद्धति है, वह विशुद्ध वैदिक व्यवस्था के आधार पर होनी चाहिए। यदि उसमें किसी प्रकार का फेरबदल होता है तो यह अयोध्या के संतों के साथ बड़ा अन्याय होगा।
 
महंत अवधेश दास ने कहा कि ट्रस्ट में पूजा पद्धति के स्वरूप को भी जरूर स्पष्ट किया जाए। उन्होंने कहा कि वैदिक आधार पर पूजा की अष्टांग व्यवस्था जिस तरह से तिरुपति बालाजी में हजारों वर्षों से चली आ रही और अयोध्या के भी अधिकांश प्रमुख मंदिरो में अष्टांग शिला का विधान है, भगवान का वैदिक पूजा का विधान है। इसे ध्यान रखना अति आवश्यक है।
 
उन्होंने कहा कि ट्रस्ट का निर्माण करते समय किसी आचार्य, महापुरुष या फिर किसी वैष्णवाचार्य की सलाह लेकर पूजा पद्धति की रूपरेखा सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि अयोध्या रसिकजनों का बहुत बडा केंद्र है और अयोध्या के कई बड़े व प्रसिद्ध मंदिर हैं, जहां जहां के पूर्वाचार्यों को भगवान का साक्षात्कार हुआ है,  इसलिए वैदिक पूजा पद्धति आवश्यक है।

सम्बंधित जानकारी

Show comments
सभी देखें

श्रीराम कथा

भगवान राम का जन्म लाखों वर्ष पहले हुआ था या 5114 ईसा पूर्व? जानिए रहस्य

भगवान राम के संबंध में 12 रोचक तथ्‍य, आप भी जानिए इस रहस्य को...

उत्तर रामायण : लव और कुश का जीवन परिचय

दिवाली पर जब श्रीराम अयोध्या आए तो हुआ इस तरह स्वागत

राम के वंशज आज भी हैं, जानिए कौन हैं और रहते हैं कहां

भगवान राम की सेना में कौन क्या था, आप भी जानकर हैरान रह जाएंगे

महर्षि वाल्मीकि की रामायण और गोस्वामी तुलसीदास की रामचरितमानस के उत्तर कांड में फर्क क्यूं?

रामायण काल की 5 खास बातें, जानकर चौंक जाएंगे

वन में प्रभु श्रीराम ने किए थे ये 7 कार्य

कैसे हुई थी प्रभु श्रीराम की मृत्यु

भगवान श्री राम ने भी उड़ाई थी पतंग, रामचरित मानस के बालकांड में है उल्लेख

रामचरित मानस की ये 10 चौपाई आपके जीवन को बदल देगी, होगा चमत्कार

एकश्लोकी रामायण : मात्र एक श्लोक में संपूर्ण रामायण, राम कथा

रामायण का जटायु पक्षी गिद्ध, गरुड़ या कुछ और

भगवान श्री राम अयोध्या आगमन के पहले कहां रुके थे?

सभी देखें

अन्य समाचार

पाकिस्तानी PM शहबाज शरीफ ने बताया आसिम मुनीर को पदोन्नत करने का फैसला किसका था...

इंदौर के कारोबारी संगठन का बड़ा फैसला, चीन और बांग्लादेश में बने कपड़े बेचे तो 1.11 लाख रुपए जुर्माना

Delhi NCR Weather : दिल्ली- NCR में आंधी का कहर, बारिश के साथ गिरे ओले, टूटे पेड़, 2 की मौत

Operation Sindoor : सांबा सेक्टर में घुसपैठ की फिराक में थे 45-50 आतंकी, BSF ने भारी गोलाबारी कर दिया था मुंहतोड़ जवाब

मध्यप्रदेश देश का दिल है, इसकी धड़कनों में प्रदेश की आहट होना चाहिए : मोहन यादव

अगला लेख