sharad purnima पर चांद सा चेहरा पाने के लिए जानिए गोल्ड फेशियल करने की विधि

Webdunia
शरद पूर्णिमा के अवसर पर चेहरे पर चांद सा निखार पाने चाहती है, तो हम आपको बता रहे हैं घर पर ही गोल्ड फेशियल करने की आसान विधि -
 
1. घर पर ही गोल्ड फेशियल करने के लिए सबसे पहले बाजार से एक अच्छी कंपनी का गोल्ड फेशियल किट खरीदें। फेशियल किट खरीदते समय ये भी सुनिश्चित कर ले कि उसमें सभी जरूरी सामग्री मौजूद हो। साथ ही किट पर लिखी एक्सपायरी डेट भी चेक कर लें।
 
2. गोल्ड फेशियल शुरू करने के लिए किट में मौजूद कलींजर से अपने चेहरे को साफ करें। इसके लिए कलींजर को चेहरे पर लगाएं फिर हल्के गुनगुने पानी को हाथों में लेकर कलींजर को फैलाते हुए चेहरे पर मले। इसके बाद अपना चेहरा तौलिए से पोछ लें।

ALSO READ: Karwa Chauth Pujan सामग्री की List में अवश्‍य होना चाहिए ये 36 चीजें
 
3. अब किट में मौजूद स्क्रब से चेहरे पर हल्के हाथों से मसाज करें। अपने हाथ और उंगलियों की मदद से पूरे चेहरे पर लगभग 30 मिनट तक मसाज करें, फिर चेहरे को हल्के गर्म पानी से पोछ दें।
 
4. अब किट में मौजूद गोल्ड फैशियल क्रीम को इस्तेमाल करने की बारी है। इस क्रीम में बहुत सारे गुण होते है जो चेहरे और त्वचा के लिए फायदेमंद होते है। इस क्रीम को अपने पूरे चेहरे और गर्दन पर लगाएं। कुछ देर बाद किसी गीले कपड़े या फोम की मदद से पोछ लें।
 
5. अब मास्क को इस्तेमाक करना है। गोल्ड मास्क को अपने पूरे चेहरे पर कुछ देर लगाकर रखें। जब वह सूख जाए तो चेहरे को साफ कर लें।

ALSO READ: करवा चौथ पर दिखना है खूबसूरत? तो अभी से शुरू कर दें तैयारी, 5 काम के टिप्स
 
6. आखिर में मॉइश्चराइजर को अपने चेहरे और गर्दन पर लगाएं और सोने से चमकती त्वचा को खुद ही महसूस करें।
 
7. 2-3 महीने में आप गोल्ड फेशियल को घर पर दोहराते रह सकती है।
 

सम्बंधित जानकारी

Show comments
सभी देखें

जरुर पढ़ें

होली विशेष भांग की ठंडाई कैसे बनाएं, अभी नोट कर लें यह रेसिपी

महिलाओं के लिए टॉनिक से कम नहीं है हनुमान फल, जानिए इसके सेवन के लाभ

चुकंदर वाली छाछ पीने से सेहत को मिलते हैं ये अद्भुत फायदे, जानिए कैसे बनती है ये स्वादिष्ट छाछ

मुलेठी चबाने से शरीर को मिलते हैं ये 3 गजब के फायदे, जानकर रह जाएंगे दंग

वास्‍तु के संग, रंगों की भूमिका हमारे जीवन में

सभी देखें

नवीनतम

विचार बीज है और प्रचार बीजों का अप्राकृतिक विस्तार!

यूक्रेन बन रहा है यूरोप के लिए एक निर्णायक परीक्षा का समय

क्या है होली और भगोरिया उत्सव से ताड़ी का कनेक्शन? क्या सच में ताड़ी पीने से होता है नशा?

पुण्यतिथि विशेष: सावित्रीबाई फुले कौन थीं, जानें उनका योगदान

Womens Day: पुरुषों की आत्‍महत्‍याओं के बीच महिलाएं हर वक्‍त अपनी आजादी की बात नहीं कर सकतीं

अगला लेख