25 साल से सलमान खान के बॉडीगार्ड हैं शेरा, इतनी है सैलरी

Webdunia
रविवार, 14 जून 2020 (11:24 IST)
बॉलीवुड सुपरस्टार सलमान खान के बॉडीगार्ड शेरा को कौन नहीं जानता है। शेरा भी उतने ही फेमस हैं जितने सलमान खान। शेरा का असली नाम गुरमीत सिंह जॉली है। शेरा का जन्म मुंबई के एक सिख परिवार में हुआ था और बचपन से ही उन्हें बॉडी बिल्डिंग का शौक है।

 
शेरा को सलमान की सुरक्षा करते हुए कई साल हो गए हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि अपनी सुरक्षा के लिए सलमान, शेरा को कितनी सैलरी देते हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक सलमान खान अपनी सिक्यॉरिटी के लिए शेरा को सालाना 2 करोड़ से ज्यादा की रकम देते हैं। यानी शेरा की सैलरी हर महीने 16 लाख रुपए से ज्यादा है। 

ALSO READ: कियारा आडवाणी की डेब्यू फिल्म 'फुगली' को 6 साल पूरे, एक्ट्रेस बोलीं- मेरे लिए हमेशा खास रहेगी
 
एक इंटरव्यू में शेरा ने कहा था, 'मैं भाईजान (सलमान खान) के साथ अपनी आखिरी सांस तक रहूंगा। जब तक जिंदा हूं मैं भाईजान के साथ ही हूं।'
 
पिछले साल नवंबर में शेरा को सलमान के साथ काम करते हुए 25 साल हो गए हैं। शेरा ने इस मौके पर सलमान के लिए लिखा था, '25 साल हो गए हैं। मैं मालिक सलमान खान के साथ परछाई की तरह हूं, लेकिन आज भी उनके औरा को देखकर मैं उनका फैन हो जाता हूं'।
 
बता दें कि शेरा की खुद की एक सिक्योरिटी एजेंसी है जो बिजनसमैन और सिलेब्रिटीज को सुरक्षा मुहैया कराती है। इस सिक्योरिटी एजेंसी का नाम शेरा ने अपने बेटे टाइगर के नाम पर रखा है। 
 

सम्बंधित जानकारी

Show comments

परिणीति चोपड़ा ने इंडस्ट्री में नेपोटिज्म पर की बात, बोलीं- खुद को साबित करना ही पड़ता है...

फिल्म इंडस्ट्री के स्टाइल आइकॉन थे फिरोज खान, ठुकरा दिए थे कई फिल्मों के ऑफर

पिता नहीं चाहते थे एक्टर बने विनोद खन्ना, तान दी थी बंदूक

हॉलीवुड डेब्यू को लेकर कैटरीना कैफ ने तोड़ी चुप्पी, बोलीं- मेरी जिंदगी का नया चैप्टर होगा...

बेटे के जन्म के बाद 32 किलो बढ़ गया था सोनम कपूर का वजन, बोलीं- सब कुछ बदल जाता है...

शिल्पा शेट्टी का सिल्क साड़ी-गाउन में किलर अंदाज, फैंस ने कहा गजब ढा दिया

Shaitaan movie preview: अजनबी बना शैतान, आफत में पड़ गई जान

तब्बू-करीना-कृति स्टारर फिल्म क्रू के प्रति दिलचस्पी जगाने वाले 5 कारण

शाहरुख खान एक-दो नहीं बल्कि 17 मोबाइल रखते हैं अपने पास

12वीं फेल एक्ट्रेस मेधा शंकर के पास अकाउंट में थे सिर्फ 257 रुपये, करना पड़ा कठिन संघर्ष

अगला लेख