महाराष्ट्र में Corona के 8129 नए मामले, 200 मरीजों की मौत

Webdunia
मंगलवार, 15 जून 2021 (00:34 IST)
मुंबई। महाराष्ट्र में सोमवार को कोरोनावायरस (Coronavirus) कोविड-19 के 8129 नए मामले सामने आए, जो कि 2 मार्च के बाद एक दिन में दर्ज किए गए मामलों की सबसे कम संख्या है। नए मामले सामने आने के साथ कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 59,17,121 हो गई, वहीं 200 और मरीज़ों की मौत के बाद मृतकों की संख्या बढ़कर 1,12,696 हो गई। स्वास्थ्य विभाग ने यह जानकारी दी।

इससे पहले राज्य में दो मार्च को कोरोनावायरस संक्रमण के 7,863 नए मामले सामने आए थे। महाराष्ट्र में पिछले कुछ दिनों से कोविड-19 के दैनिक मामलों की संख्या 10 हजार के आसपास रही है। स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि राज्य में बीते 24 घंटे में 14,732 मरीज संक्रमण मुक्त हुए, जिसके बाद कुल स्वस्थ हुए लोगों की संख्या बढ़कर 56,54,003 हो गई। विभाग ने बताया कि राज्य में स्वस्थ होने की दर 95.55 फीसदी और मृत्यु दर 1.90 फ़ीसदी है।

इसके अनुसार प्रदेश में फ़िलहाल 1,47,354 मरीज़ों का उपचार चल रहा है। स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि वहीं मुंबई में कोविड-19 के 530 नए मामले सामने आने के बाद कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 7,16,190 हो गई, वहीं 19 और लोगों की मौत के बाद मृतकों की संख्या बढ़कर 15,202 हो गई।(भाषा)

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

महाराष्‍ट्र की राजनीति में नई दुकान... प्रोप्रायटर्स हैं ठाकरे ब्रदर्स, हमारे यहां मराठी पर राजनीति की जाती है

उत्तराधिकारी की घोषणा टली, 90 साल के दलाई लामा बोले, मैं 30-40 साल और जीवित रहूंगा

20 साल बाद उद्धव-राज साथ, किसे नफा, किसे नुकसान, क्या महाराष्ट्र की राजनीति में लौट पाएगी 'ठाकरे' की धाक

तेजी से बढ़ता स्‍मार्ट और सबसे स्‍वच्‍छ इंदौर आखिर सड़क पर हुए भ्रष्‍टाचार के गड्ढों में क्‍यों गिर रहा है?

अमेरिका के खिलाफ भारत ने लिया बड़ा एक्शन, WTO में जवाबी टैरिफ का रखा प्रस्ताव

सभी देखें

नवीनतम

झांसी रेलवे स्टेशन पर दर्द से कराह रही थी महिला, सेना के डॉक्टर ने कराई डिलिवरी

बिहार में वोटिंग लिस्ट पर बवाल, महुआ मोइत्रा ने सुप्रीम कोर्ट में दी EC के फैसले को चुनौती

रुपए पर क्यों लगी महात्मा गांधी की तस्वीर, इन नामों पर भी हुआ था विचार

गुजरात : AAP विधायक चैतर वसावा गिरफ्तार, इस मामले में हैं आरोपी

ब्राजील पहुंचे प्रधानमंत्री मोदी, कांग्रेस को क्‍यों याद आया 2012 का शिखर सम्मेलन

अगला लेख