चटपटे शाही बफ बड़े, स्वादिष्‍ट इतने कि हर किसी को पसंद आए

Webdunia
सामग्री : 
 
100 ग्राम साबूदाना, 500 ग्राम आलू, 50 ग्राम राजगिरा आटा, 100 ग्राम मोरधन आटा, 1 टुकड़ा अदरक, 5-7 हरी मिर्च, तेल 200 ग्राम, नमक स्वादानुसार। 
 
फिलिंग्स की सामग्री : खोपरा बूरा, 50 ग्राम मूंगफली दाने सिकें हुए, 8-10 काजू की कतरन, किशमिश, 1/2 चम्मच चारोली, 2-3 हरी मिर्च, 1/2 चम्मच लाल मिर्च, हरा धनिया, 1 नींबू का रस।
 
विधि : 
 
सबसे पहले साबूदाने को गला दें। आलू को उबाल कर छील लें। अब आलू को मसल कर उसमें भीगा हुआ साबूदाना, मोरधन और राजगिरे का आटा, नमक, पिसी अदरक-मिर्च का पेस्ट डालकर आटे की तरह गूंथ कर मिश्रण तैयार करें। इस मिश्रण की बड़ी-बड़ी लोई बना लें।  
 
भरावन तैयार करने के लिए मूंगफली के दाने दरदरे पिस लें। उसमें खोपरा बूरा, बारीक कटी हरी मिर्च, काजू की कतरन डालें और किशमिश, चारोली, नींबू का रस, हरा धनिया और नमक डालकर मिक्स कर लें। अब दाने के पूरे मिश्रण के अपनी पसंद के साइज के अनुसार गोले बनाकर रख लें।
 
तत्पश्चात गूंथे हुए आटे की एक लोई लें। उसे हथेली पर रखकर गोल आकार देते हुए कटोरी जैसी बना लें और भरावन सामग्री के मिश्रण का एक गोला आटे की कटोरी में रखें और ऊपर से मुंह बंद कर दें। अब उसको गरम तेल में कुरकुरे लाल होने तक तल लें। 
 
तैयार चटपटे शाही बफ बड़े को हरी चटनी या दही के रायते के साथ गरमा-गरम परोसें। खाने में लाजवाब इन बड़ों का टेस्ट आपको अवश्य पसंद आएगा।

ALSO READ: कब्ज से बचाकर पाचन तंत्र को मजबूत बनाती है लौकी-साबूदाने की खिचड़ी, व्रत के दिनों में अवश्य खाएं

सम्बंधित जानकारी

Show comments
सभी देखें

जरुर पढ़ें

वैलेंटाइन डे डेट से पहले dull लग रही है स्किन? सिर्फ 5 मिनट में पाएं पार्लर जैसा ग्लो

इस बार वेलेंटाइन पर अपनी पार्टनर को दें हेल्थ केयर से जुड़े ये खास गिफ्ट्स

valentine day 2025: नई-नई हुई है शादी तो ऐसे बनाएं वेलेंटाइन डे को खास

तनाव को कम करने के लिए मजे से पीजिए ये चाय, ऐसे करती है असर

डाइजेशन का रखना है बेहतर तो डाइट में जरूर शामिल करें ये फ्रूट्स

सभी देखें

नवीनतम

यह चुटकुला पढ़कर भूल जाओगे परीक्षा का टेंशन : कौन देगा इस आसान सवाल का जवाब

आज का नया चुटकुला : वेलेंटाइन डे पर प्रेमी बेवकूफ बनाते हैं

छत्रपति शिवाजी महाराज की जयंती पर जानिए उनके जीवन की रोचक बातें

शिवाजी महाराज पर रोचक निबंध

प्रेम कविता : गुमनाम पुल अच्छे थे

अगला लेख