World Global Parents Day 2023 क्यों मनाया जाता है? Parents Quotes in Hindi

Webdunia
Global Day of Parents 2023
आपने अक्सर अपने पेरेंट्स के साथ 'बाग़बान' फिल्म तो देखि ही होगी। उस मूवी को देखने के बाद हर पेरेंट्स कुछ मिनट के लिए अपने आप को उस परिस्थिति में इमेजिन कर लेते हैं। रियल लाइफ में देखा जाए तो हम अपने पेरेंट्स से काफी प्यार करते है। हां, आपमें से कई लोग इतने एक्सप्रेसिव (expressive) नहीं होते हैं पर प्यार तो बहुत करते हैं। पेरेंट्स हमारी ज़िंदगी का ऐसा हिस्सा हैं जिनके बिना हमारी ज़िंदगी अधूरी है। भारतीय सभ्यता में माता-पिता को भगवान के रूप में माना जाता है। दरअसल, हमारे माता-पिता भगवान से कम भी नहीं हैं क्योंकि हमारी खुशी के लिए वो हर तरह के प्रयास करते हैं। पेरेंट्स के इन्हीं महत्व को ध्यान में रखते हुए हर साल 1 जून को ग्लोबल डे ऑफ पेरेंट्स (global day of parents) मनाया जाता है। चलिए जानते हैं इस दिवस के बारे में.......

क्या है ग्लोबल डे ऑफ पेरेंट्स का इतिहास?
1980 के दशक के दौरान संयुक्त राष्ट्र ने परिवार से संबंधित मुद्दों पर ध्यान देना शुरू किया। 1983 में इकनोमिक एंड सोशल कौंसिल ने सुझाव दिया कि इंटरनेशनल कम्युनिटी  द्वारा परिवार के विकास और उनकी समस्या के समाधान पर ध्यान देने की आवश्यकता है। संयुक्त राष्ट्र महासभा ने साल 1994 को ‘international year of the family’ घोषित किया गया था। साथ ही 15 मई को हर साल ‘international day of families’ दिवस मनाने की घोषणा की। इसके बाद 2012 में सभी पेरेंट्स को सम्मान देने के लिए 1 जून को ग्लोबल डे ऑफ पेरेंट्स मनाने का फैसला लिया गया।


ग्लोबल डे ऑफ पेरेंट्स पर विचार
ALSO READ: World Tobacco Day: क्यों मनाया जाता है? क्या है 2023 की थीम?

सम्बंधित जानकारी

Show comments
सभी देखें

जरुर पढ़ें

विवाह के बाद गृह प्रवेश के दौरान नई दुल्हन पैर से क्यों गिराती है चावल से भरा कलश? जानिए क्या है इस रस्म के पीछे का कारण

सावधान! धीरे धीरे आपको मार रहे हैं ये 6 फूड्स, तुरंत जानें कैसे बचें

Easy Feetcare at Home : एल्युमिनियम फॉयल को पैरों पर लपेटने का ये नुस्खा आपको चौंका देगा

जानिए नवजोत सिद्धू के पत्नी के कैंसर फ्री होने वाले दावे पर क्या बोले डॉक्टर्स और एक्सपर्ट

Winter Fashion : सर्दियों में परफेक्ट लुक के लिए इस तरह करें ओवरसाइज्ड कपड़ों को स्टाइल

सभी देखें

नवीनतम

बॉडी पॉलिशिंग का है मन और सैलून जाने का नहीं है टाइम तो कम खर्च में घर पर ही पाएं पार्लर जैसे रिजल्ट

मजेदार बाल गीत : गुड़िया रानी क्या खाएगी

क्या बच्‍चों का माथा गर्म रहना है सामान्य बात या ये है चिंता का विषय?

आपकी ये फेवरेट चीज, बच्चों के लिए है जहर से भी ख़तरनाक , तुरंत संभल जाइए वरना बच्चों को हो सकते हैं ये नुकसान ...

कितना सच है महिलाओं को लेकर आचार्य चाणक्य का ये दावा, चाणक्य नीति में मिलता है विशेष उल्लेख

अगला लेख