आप लगातार लिखते जाइए, रिफाइन अपने आप होते जाएंगे- इंदिरा चंद्रशेखर

सुरभि भटेवरा
शनिवार, 27 नवंबर 2021 (13:08 IST)
Indore literature festival seconds day 202: 'इंदौर लिटरेचर फेस्टिवल सीजन- 7 के दूसरे दिन "अच्छी कहानी छोटा खदान में से रत्न खोजने जैसा है।" वैज्ञानिक इंदिरा चंद्रशेखर ने इस विषय पर चर्चा की। इंदिरा चंद्रशेखर विज्ञान से लेखन के क्षेत्र में आई हैं। उनकी लघु कथाएँ दुनियाभर के एंथोलॉजी और साहित्यिक पत्रिकाओं में छपती हैं।
ALSO READ: Indore literature festival 2021: इंदौर लिटरेचर फेस्टिवल के दूसरे दिन की चित्रमय झलकियां
 
इंदिरा चंद्रशेखर ने सोनाली निरगुंदे से बातचीत करते हुए कहा, "साइंस में अलग-अलग तरह से फॉर्म होते हैं उसी प्रकार इंसानों में भी अलग-अलग व्यक्तित्व होता है जिससे हम एक्सप्लोर करते हैं।" 
*शार्ट स्टोरीज के अलग-अलग रूप क्या है? 
 
- शॉर्ट स्टोरी में एक इंसान या किसी घटना का सारांश होता है। एक संपादक के रूप में कई सारी स्टोरी रिसीव करती हूं एक कहानी जो ईमानदारी से की जाती है और एक कहानी ताकत के साथ खुले मन से कही जाती है। 
 
* युवाओं को किस तरह मार्गदर्शन करेंगे।
 
- अपने आपको फॉलो करते हुए पूरे ध्यान से लिखें। आज के वक्त में कई सारे माध्यम है, जहां आप अपना काम प्रजेंट कर सकते हैं। धीरे-धीरे आप लिखते जाइए आपका काम खुद-ब-खुद अच्छा होता जाएगा। 
 
* अपने आने वाले प्रोजेक्ट के बारे में बताइए? 
 
- अपने आने वाले प्रोजेक्ट में अभी कलेक्शन ऑफ शार्ट स्टोरीज पर काम कर रही है। साथी ही दूसरा प्रोजेक्ट है- नॉन फिक्शन। जिस पर काम कर रही हूं जो विज्ञान से जुड़ा हुआ है। हां यह मेरा पहला पर बड़ा नॉनफिक्शन प्रोजेक्ट है।
 

सम्बंधित जानकारी

Show comments
सभी देखें

जरुर पढ़ें

मैंगो फालूदा आइसक्रीम रेसिपी: घर पर बनाएं स्वादिष्ट आम फालूदा

युद्ध या आतंकवाद, सबसे ज्यादा घातक कौन?

4:3 डाइट: हफ्ते में सिर्फ 3 दिन डाइटिंग करके घटाएं वजन, जानिए कैसे करता है ये वेट लॉस प्लान कमाल

गर्मियों में घर पर बनाएं ठंडी और कूल वाटरमेलन आइसक्रीम, जानिए आसान रेसिपी

खीरे के साथ मिलाकर लगाएं ये चीजें, मिलेगा बेदाग निखार, हर कोई करेगा तारीफ

सभी देखें

नवीनतम

गर्मियों में डिहाइड्रेशन से बचाएगा ये ड्रिंक, जानिए कैसे घर पर आसानी से बनाएं

2025 में भारत के सबसे साक्षर और निरक्षर राज्य, देखिए पूरी लिस्ट

एक कप चाय और सौ जज्बात

शनि जयंती पर शनिदेव को लगाएं ये भोग, जानें कौन से और कैसे चढ़ाएं नैवेद्य

अंतरराष्ट्रीय बुकर प्राइज क्या है? कब शुरू हुआ और किसे मिलता है? जानिए कौन रहे अब तक के प्रमुख विजेता

अगला लेख