✕
समाचार
मुख्य ख़बरें
राष्ट्रीय
अंतरराष्ट्रीय
प्रादेशिक
मध्यप्रदेश
उत्तर प्रदेश
क्राइम
फैक्ट चेक
ऑटो मोबाइल
व्यापार
मोबाइल मेनिया
लोकसभा चुनाव
समाचार
स्पेशल स्टोरीज
रोचक तथ्य
चर्चित लोकसभा क्षेत्र
लोकसभा चुनाव का इतिहास
भारत के प्रधानमंत्री
IPL 2024
IPL टीम प्रीव्यू
बॉलीवुड
बॉलीवुड न्यूज़
मूवी रिव्यू
वेब स्टोरी
आने वाली फिल्म
खुल जा सिम सिम
बॉलीवुड फोकस
आलेख
सलमान खान
सनी लियोन
टीवी
मुलाकात
धर्म-संसार
एकादशी
श्री कृष्णा
रामायण
महाभारत
व्रत-त्योहार
धर्म-दर्शन
शिरडी साईं बाबा
श्रीरामचरितमानस
आलेख
ज्योतिष
दैनिक राशिफल
रामशलाका
राशियां
आज का जन्मदिन
आज का मुहूर्त
लाल किताब
वास्तु-फेंगशुई
टैरो भविष्यवाणी
चौघड़िया
श्रीरामचरितमानस
लाइफ स्टाइल
वीमेन कॉर्नर
सेहत
योग
NRI
मोटिवेशनल
रेसिपी
नन्ही दुनिया
पर्यटन
रोमांस
साहित्य
धर्म संग्रह
काम की बात
क्रिकेट
अन्य खेल
खेल-संसार
शेड्यूल
श्रीराम शलाका
मध्यप्रदेश
एक्सप्लेनर
क्राइम
प्रचलित
रामायण
महाभारत
फनी जोक्स
चुटकुले
वीडियो
फोटो गैलरी
अन्य
Hindi
English
தமிழ்
मराठी
తెలుగు
മലയാളം
ಕನ್ನಡ
ગુજરાતી
समाचार
लोकसभा चुनाव
IPL 2024
बॉलीवुड
धर्म-संसार
ज्योतिष
श्रीरामचरितमानस
लाइफ स्टाइल
धर्म संग्रह
काम की बात
क्रिकेट
श्रीराम शलाका
मध्यप्रदेश
एक्सप्लेनर
क्राइम
प्रचलित
रामायण
महाभारत
फनी जोक्स
वीडियो
फोटो गैलरी
अन्य
कविता : ऐ दिल जरा बचपन की गलियों से गुजर आऊं!!
डॉ. निशा माथुर
ऐ दिल जरा बचपन की गलियों से गुजर आऊं
गरमी की छुट्टियों को तगड़े आलस में जी आऊं
भानुमति के पिटारे से निकलूं छोटी सी छोरी बन
बाईस्कोप में मुंह ढांप अपना छुटपन देख आऊं!!
आसमान में आंख टांग के कुछ पतंगें लूट लाऊं
पेड़ों की फुनगी तक जाकर बादल छू के आऊं
छुपन-छपाई खेलूं सखा संग रूठूं और मनाऊं
मेरे दाम की बारी आए तो सब पर रौब जमाऊं
ऐ दिल जरा बचपन की गलियों से गुजर आऊं!!
लट्टू को रस्सी पे लपेटूं और दुनिया को घुमाऊं
गिल्ली-डंडे से खिड़की के कांच फोड़ के आऊं
रेलगाड़ी की पटरी से कुछ गुट्टे बीन के लाऊं
गोल-गोल से कंचों में काल्पनिक संसार बसाऊं
ऐ दिल जरा बचपन की गलियों से गुजर आऊं!!
हाथ गुलेल लूं निशाना साधूं, पके आम टपकाऊं
सितौलिये पर गेंद को मारूं, जोर-जोर चिल्लाऊं
घोड़ा बादाम छाई के पीछे, सोटे से मार लगाऊं
राजा-मंत्री, चोर-सिपाही सबको ये खेल खिलाऊं
ऐ दिल जरा बचपन की गलियों से गुजर आऊं!!
खो-खो में यूं चौकन्नी हो खुद को ही खो जाऊं
सांप-सीढ़ी पे चढ़ी-उतरती जीतूं, कभी हार जाऊं
बारिश का पानी गड्ढों में छपाक छलांग लगाऊं
बरखा के बहते पानी में कागज की नाव चलाऊं
ऐ दिल जरा बचपन की गलियों से गुजर आऊं!!
रंग-बिरंगी तितली पकड़ूं, खुद तितली बन जाऊं
साइकल के पुराने टायर संग जमके दौड़ लगाऊं
चिड़िया जब उड़ जाए अंगुली से, भैंस भी उड़ाऊं
लंगड़ी टांग से छपट-पटक के पलटी मार गिराऊं
ऐ दिल जरा बचपन की गलियों से गुजर आऊं!!
वेबदुनिया पर पढ़ें
समाचार
बॉलीवुड
ज्योतिष
लाइफ स्टाइल
धर्म-संसार
महाभारत के किस्से
रामायण की कहानियां
रोचक और रोमांचक
सम्बंधित जानकारी
कथनी और करनी
किसे कहें?
हिन्दी कविता : ऋण
कविता : कोयल रानी
Show comments
सभी देखें
जरुर पढ़ें
डायबिटीज के हैं मरीज और रात को लगती है भूख? तो ऐसे करें नाइट क्रेविंग को कंट्रोल
बीमारियों की असली वजह हैं हेल्दी दिखने वाले ये फल, डाइटिशियन से जानें इन फलों का सच
सिर्फ त्वचा के लिए ही नहीं, हेल्थ के लिए भी बहुत फायदेमंद है गुलाब, जानें 7 फायदे
लू से बचना है तो घर से निकलने से पहले पिएं ये देसी ड्रिंक
ऑफिस में लंच के बाद आए नींद तो करें ये 5 काम
सभी देखें
नवीनतम
इन 7 लोगों को नहीं पीना चाहिए गन्ने का रस, जानिए सावधानियां
सोने से पहले खाएं सिर्फ 2 मुनक्के, सेहत को मिलेंगे बेहतरीन फायदे
ग्लोइंग स्किन के लिए चेहरे पर लगाएं चंदन और मुल्तानी मिट्टी का उबटन
रात को सोते समय क्या आपकी भी पैरों की नस चढ़ जाती है? हो सकते हैं ये कारण
अगला लेख
चार अधूरी बातें : अधूरी कहानियों का पूरा उपन्यास