ताजा कविता : शिव को कौन रख सका बंदी, परम भक्त गण नंदी

सपना सीपी साहू 'स्वप्निल'
शिव को कौन रख सका बंदी?
देख रहा परमभक्त गण नंदी.....!!!
 
समाधिस्थ शंकर हो गए जागृत,
रूद्रवीणा, डमरू, मृदंग झंकृत।
अब हुआ, नंदी प्रतीक्षा का अंत,
विस्मृत प्रयास विफल, सर्वस्मृत।।
शिव.....परमभक्त गण नंदी.....!!!
 
जो,जिसका हिस्सा, उसने पाया,
असत्य, बस है चार दिन की माया।
सत्यम्, सुंदरम्, शिवत्व का साया
ज्ञानप्रकाश अब भक्तों पर छाया।।
शिव.....परमभक्त गण नंदी.....!!!
 
सनातन ज्ञान व्यापी है चहुँओर,
उल्लासित  होकर आई नवभोर।
उमंगित अवनि से अंबर के छोर,
गूँजता हर-हर महादेव का शोर।।
शिव को कौन रख सका बंदी?
देख रहा परमभक्त गण नंदी.....!!!
 
 
 
सपना सी.पी.साहू "स्वप्निल"
इंदौर (म.प्र.)

सम्बंधित जानकारी

Show comments
सभी देखें

जरुर पढ़ें

पापा सिर्फ शब्द नहीं, पूरी जिंदगी का सहारा हैं...फादर्स डे पर इमोशनल स्पीच

वॉकिंग या जॉगिंग करते समय ना करें ये 8 गलतियां, बन सकती हैं आपकी हेल्थ की सबसे बड़ी दुश्मन

मानसून में हार्ट पेशेंट्स की हेल्थ के लिए ये फूड्स हैं बेहद फायदेमंद, डाइट में तुरंत करें शामिल

फादर्स डे पर पापा को स्पेशल फील कराएं इन खूबसूरत विशेज, कोट्स और व्हाट्सएप मैसेज के साथ

क्या आपको भी ट्रैवल के दौरान होती है एंग्जायटी? अपनाएं ये टॉप टिप्स और दूर करें अपना हॉलिडे स्ट्रेस

सभी देखें

नवीनतम

सावधान! रोज की ये 5 आदतें डैमेज करती हैं आपका दिमाग

ऑफिस में थकान दूर करने वाले 8 हेल्दी स्नैक्स

राष्ट्रकवि मैथिलीशरण गुप्त के 10 प्रेरणादायक विचार, जो जीवन को नई दिशा देते हैं

संबंधों का क्षरण: एक सामाजिक विमर्श

Heart touching पापा पर कविता हिंदी में

अगला लेख