#MeToo पर लघुकथा : सीढ़ियां

ज्योति जैन
ज्योति जैन           
 
"तुम्हारे साथ बहुत बुरा हुआ....!"
 
"इन लम्पट पुरुषों का चेहरा तो उजागर होना ही चाहिए....!"
 
"और क्या... कमीनों  की करतूतों के बारे में सबको पता तो चले..."
 
"लेकिन सुनो...! ये सब तुमने तब क्यों नही उजागर कर दिया...?"
 
"..................."
 
"टैल मी.....?"
 
"पागल हूं क्या...? जब सीढ़ी पर चढ़ते हैं,तो उसे अपने ही पैर से गिराते हैं क्या....? बुद्धू...!"
 
"तो अब वो सीढ़ी की लकड़ी सड़कर कमजोर हो गई है...या तुम ऊपर आ गई हो....?"

सम्बंधित जानकारी

Show comments
सभी देखें

जरुर पढ़ें

शिशु को ब्रेस्ट फीड कराते समय एक ब्रेस्ट से दूसरे पर कब करना चाहिए शिफ्ट?

प्रेग्नेंसी के दौरान पोहा खाने से सेहत को मिलेंगे ये 5 फायदे, जानिए गर्भवती महिलाओं के लिए कैसे फायदेमंद है पोहा

Health : इन 7 चीजों को अपनी डाइट में शामिल करने से दूर होगी हॉर्मोनल इम्बैलेंस की समस्या

सर्दियों में नहाने से लगता है डर, ये हैं एब्लूटोफोबिया के लक्षण

घी में मिलाकर लगा लें ये 3 चीजें, छूमंतर हो जाएंगी चेहरे की झुर्रियां और फाइन लाइंस

सभी देखें

नवीनतम

सावधान! धीरे धीरे आपको मार रहे हैं ये 6 फूड्स, तुरंत जानें कैसे बचें

जीवन की ऊर्जा का मूल प्रवाह है आहार

Easy Feetcare at Home : एल्युमिनियम फॉयल को पैरों पर लपेटने का ये नुस्खा आपको चौंका देगा

जानिए नवजोत सिद्धू के पत्नी के कैंसर फ्री होने वाले दावे पर क्या बोले डाक्टर्स और एक्सपर्ट

इतना चटपटा चुटकुला आपने कभी नहीं पढ़ा होगा: इरादे बुलंद होने चाहिए

अगला लेख