चंद्र ग्रहण के दौरान होली का रंग खेला जा सकता है या नहीं...

WD Feature Desk
गुरुवार, 13 मार्च 2025 (12:22 IST)
Effect of lunar eclipse on Holi 2025:13 मार्च 2025 गुरुवार को होलिका दहन के बाद अगले दिन धुलेंडी पर होली मनाने की परंपरा है। होलिका दहन फाल्गुन पूर्णिमा के दिन होता है और पूर्णिमा की समाप्ति के बाद फाल्गुन कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि में होली खेली जाती है परंतु इस बार होली पर चंद्र ग्रहण के साथ ही मीन संक्रांति और खरमास का योग भी बन रहे है। ऐसे में होली का रंग खेलना चाहिए या नहीं?
 
दिल्ली टाइम अनुसार पूर्णिमा तिथि का समय:-
पूर्णिमा तिथि प्रारम्भ- 13 मार्च 2025 को सुबह 10:35 बजे से प्रारंभ।
पूर्णिमा तिथि समाप्त- 14 मार्च 2025 को दोपहर 12:23 बजे समाप्त।
उपरोक्त के अनुसार दोपहर 12:23 बजे से फाल्गुन कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि प्रारंभ हो जाएगी।ALSO READ: चंद्र ग्रहण कब से कब तक लगेगा, कहां नजर आएगा, सूतक काल का समय क्या है, किन राशियों पर रहेगा प्रभाव?
होली पर चंद्र ग्रहण का प्रारंभ और समाप्ति का समय:
भारतीय समय अनुसार 14 मार्च 2025 को सुबह 09:29 बजे से चंद्र ग्रहण की शुरुआत हो जाएगी जो दोपहर 03:29 पर पूर्णत: समाप्त हो जाएगा। हालांकि इसका पीक टाइम सुबह 10:41 बजे से दोपहर 02:18 के बीच ही रहेगा। इसलिए दोपहर 02:18 बजे ही चंद्र ग्रहण को समाप्त मान लिया जाएगा।
 
चंद्र ग्रहण के दौरान होली खेल सकते हैं या नहीं?
- भारत में होली पर चंद्र ग्रहण और सूतक काल का कोई प्रभाव नहीं रहेगा क्योंकि यह भारत में दिखाई नहीं देगा। इसलिए धुलेंडी का पर्व पूर्णिमा तिथि की समाप्ति के बाद मनाया जा सकता है।
 
- कुछ ज्योतिषियों के अनुसार 14 मार्च को दोपहर बाद प्रतिपदा तिथि मानकर होली खेल लेना चाहिए और कुछ का मानना है कि उदया तिथि यानी 15 मार्च को होली मनाना चाहिए। इस मान से मिथिला क्षेत्र में होली 15 मार्च को मनाई जाएगी परंतु संपूर्ण भारत में 14 मार्च को ही होली का त्योहार मनाया जाएगा।ALSO READ: चंद्र ग्रहण 2025 का 12 राशियों पर प्रभाव, जानिए किसके लिए शुभ और किसके लिए अशुभ

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