Holi 2025: 13 को होलिका दहन के बाद 14 को छोड़कर 15 मार्च को क्यों कह रहे हैं होली खेलने का?

WD Feature Desk
शनिवार, 8 मार्च 2025 (17:24 IST)
When is Holi 2025: 7 मार्च 2025 से होलाष्टक प्रारंभ हो गए हैं। 13 मार्च को रात्रि 10 बजकर 44 मिन के बाद होलिका दहन होगा। मान्यता के अनुसार होलिका दहन के दूसरे दिन होली का त्योहार मनाया जाता है जिसे धुलेंडी भी कहते हैं। यानी 14 मार्च को होली खेली जाना चाहिए परंतु कुछ ज्योतिष बता रहे हैं कि 14 नहीं 15 मार्च को होली का त्योहार मनाना चाहिए। ऐसा क्यों? आओ जानते हैं कि होल की सही डेट क्या है।ALSO READ: होलिका दहन और धुलेंडी के बाद क्यों मनाई जाती है रंग पंचमी?
 
फाल्गुन मास पूर्णिमा तिथि:-
- होलिका दहन पूर्णिमा की रात को होता है। दिल्ली समय के अनुसार 13 मार्च को सुबह 10:35 पर पूर्णिमा तिथि प्रारंभ होगी और अगले दिन यानी 14 मार्च को दोपहर 12:23 पर यह तिथि समाप्त होगी। पंचांग भेद और स्थानीय समय के अनुसार तिथि में 1 से 5 मिनट तक की घटबढ़ रहती है। 
 
- कुछ ज्योतिषियों के अनुसार 14 मार्च को दोपहर बाद प्रतिपदा तिथि मान कर होली खेल लेना चाहिए और कुछ का मानना है कि उदयातिथि यानी 15 मार्च को होली मनाना चाहिए।ALSO READ: होलिका दहन की रात को करें ये 5 अचूक उपाय, पूरा वर्ष रहेगा सुखमय
 
- उदयातिथि के अनुसार होलिका दहन पूर्णिमा तिथि में और होली फाल्गुन कृष्‍ण पक्ष प्रतिपदा में मनाने का रिवाज है। इसी मान से मिथिला क्षेत्र में होली 15 मार्च को मनाई जाएगी परंतु बाकी के क्षेत्र में 14 मार्च को ही होली का त्योहार रहेगा। 
 
- शास्त्रों और अधिकतर ज्योतिषियों के अनुसार होलिका दहन पूर्णिमा की रात को होता है इस मान से 13 की रात को पूर्णिमा रहेगी और उसने दूसरे दिन होली को ठंडी करने के बाद होली खेली जा सकती है क्योंकि होली खेलने का त्योहार रात का नहीं दिन का त्योहार है। इसलिए 14 मार्च को होली खेलना सही रहेगा।ALSO READ: Holika Dahan 2025: होली पर चंद्र ग्रहण और भद्रा का साया, जानिए कब होगा होलिका दहन 2025 में?

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