International Picnic Day : विश्व पिकनिक दिवस आज, जानें इतिहास

WD Feature Desk
मंगलवार, 18 जून 2024 (12:56 IST)
International Picnic Day
 
Highlights 
 
विश्व पिकनिक दिवस आज।  
विश्व पिकनिक दिवस क्यों जरूरी हैं।  
विश्व पिकनिक दिवस के बारे में जानें।  
 
International Picnic Day: विश्व पिकनिक दिवस हर साल 18 जून को मनाया जाता है। आपको बता दें कि पिकनिक शब्द फ्रेंच भाषा से लिया गया है, जिसका अर्थ होता है प्रकृति के बीच बैठकर भोजन या नाश्ता करना।  
 
अक्सर बहुत लोगों को पिकनिक मनाने और नेचर के बीच जाना ज्यादा पसंद होता हैं, और बहुत ही ख़ुशी और मन से सभी इसको एन्जॉय भी करते हैं।  वैसे भी पिकनिक का नाम सुनते ही बच्चे हो या बड़ें सभी के चेहरे पर ख़ुशी नज़र आती हैं। तथा यही स्माइल तब और बड़ी सी हो जाती है, जब हम सचमुच ही पिकनिक पर जाने के लिए तैयारी करते हैं। 
 
बता दें कि दुनियाभर में हर साल मनाए जाने वाले अंतरराष्ट्रीय पिकनिक दिवस को मनाने की शुरुआत 18 जून को फ्रांसीसी क्रांति के दौरान हुई थी और उस ज़माने में बाहर जाकर एक प्रकार का अनौपचारिक भोजन किया जाता था। अतः ऐसा भी कहा जाता है कि फ्रांस रेवोल्यूशन के बाद ही  पिकनिक का ट्रेंड काफी प्रचलन में आया और इसे पूरी दुनिया में अपना लिया गया है। 
 
पिकनिक इतिहास की नज़र से : यदि इस दिन के इतिहास पर नज़र डालें तो हम देखेंगे कि 19वीं शताब्दी में इंग्लैंड की पिकनिक बहुत ही मशहूर हुई थी, जब वहां होने वाले सामाजिक अवसरों पर खाने-पीने की कई चीजों को शामिल किया गया। फिर कुछ ही वर्षों में पिकनिक आम लोगों के बीच गैदरिंग बन गई। 
 
पुर्तगाल में तो पिकनिक पर सन 2009 में गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया गया। माना जाता है कि पिकनिक में उस दौरान 22 हजार 232 लोग शामिल हुए थे, उस समय पहले तो सभी लोगों को काउंट किया गया और इसके बाद उनके हाथों पर बैंड भी लगाया गया था, जिससे कि सभी लोगों की सही गिनती हो सके और कोई छूट न जाए। तथा यह सबसे बड़ी पिकनिक का रिकॉर्ड भी माना जाता हैं।  
 
बस तभी से भारत सहित दुनियाभर में अपने दोस्तों, परिवार और जान-पहचान वाले लोगों के साथ प्रकृति के बीच जाकर आरामदायक पिकनिक का आंनद लेना शुरू हुआ और वर्तमान समय में तो लोग पिकनिक के दीवाने हो चुके हैं जो कि जगह-जगह की यात्रा, तथा धार्मिक स्थानों पर जाकर प्राकृतिक जगहों के बीच मस्ती करते हैं और पिकनिक का लुफ्त उठाते हैं, जिसकी तैयारी भी जोर-शोर से कुछ दिनों पहले शुरू की जाती हैं और जिसमें प्रकृति के हरियाली के बीच चादर बिछाकर एकसाथ बैठकर खान-पान और पिकनिक के साथ-साथ आउटडोर गेम्स का भी मज़ा लेते हैं। 

अस्वीकरण (Disclaimer) : चिकित्सा, स्वास्थ्य संबंधी नुस्खे, योग, धर्म, ज्योतिष, इतिहास, पुराण आदि विषयों पर वेबदुनिया में प्रकाशित/प्रसारित वीडियो, आलेख एवं समाचार सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हैं, जो विभिन्न सोर्स से लिए जाते हैं। इनसे संबंधित सत्यता की पुष्टि वेबदुनिया नहीं करता है। सेहत या ज्योतिष संबंधी किसी भी प्रयोग से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें। इस कंटेंट को जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है जिसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है।

सम्बंधित जानकारी

Show comments
सभी देखें

जरुर पढ़ें

अपनों का दिन बनाएं मंगलमय, भेजें सुन्दर आध्यात्मिक सुप्रभात् संदेश

रात को शहद में भिगोकर रख दें यह एक चीज, सुबह खाने से मिलेंगे सेहत को अनगिनत फायदे

इम्युनिटी बढ़ाने के साथ दिन भर तरोताजा रखेंगे ये गोल्डन आइस क्यूब, जानिए कैसे तैयार करें

कॉर्टिसोल हार्मोन को दुरुस्त करने के लिए डाईट में शामिल करें ये 4 चीजें, स्ट्रेस को कहें बाय-बाय

क्या प्रोटीन सप्लीमेंट्स लेने से जल्दी आता है बुढ़ापा, जानिए सच्चाई

सभी देखें

नवीनतम

24 मार्च: विश्व टीबी दिवस 2025 की क्या है थीम, जानिए कितनी खतरनाक है ये बीमारी?

कैंसर के इलाज में क्रांति है CAR टी-सेल थेरेपी, जानिए कैसे करती है काम

गुड़ी पड़वा के खास मौके पर अपने दोस्तों और प्रियजनों को भेजें ये सौभाग्य और समृद्धि की कामना वाले संदेश

शीतला सप्तमी-अष्टमी पर बासी खाने का भोग क्यों लगाया जाता है? क्या है इस दिन का आपकी सेहत से कनेक्शन

गुड़ी पड़वा के और भी हैं नाम, जानिए अन्य राज्यों में किन नामों से जाना जाता है यह त्योहार?

अगला लेख