स्वामी विवेकानंद से संबंधित 10 प्रश्न उत्तर

Webdunia
बुधवार, 11 जनवरी 2023 (15:34 IST)
राष्‍ट्र संत और दार्शनीक स्वामी विवेकानंद का 12 जनवरी को जन्म दिवस मनाया जाता है। उनका जन्मदिन युवा दिवस के रूप में मनाया जाता है। उनका जन्म 12 जनवरी सन्‌ 1863 को कोलकाता में हुआ। वे श्री रामकृष्ण परमहंस के शिष्य थे। अमेरिका के शिकागो में आयोजित धर्म संसद में उन्होंने प्रसिद्ध भाषण दिया था। आओ जानते हैं उनके जीवन और व्यक्तित्व के संबंध में कुछ प्राश्नों के उत्तर।
 
 
1. प्रश्न : स्वामी विवेकानंद क्यों प्रसिद्ध है?
उत्तर : स्वामी विवेकानंद चार बातों के लिए प्रसिद्ध हैं, पहला यह कि वे श्री रामकृष्‍ण परमहंस के शिष्य हैं। दूसरा कि उन्होंने शिकागो में बहुत ही प्रसिद्ध भाषण दिया था। तीसरा कि उन्होंने श्रीराम कृष्ण मिशन और मठ की स्थापना की थी। चौथा कि उनके विचार युवाओं को प्रभावित करते हैं। वे आधुनिक भारत के युवा थे जिन्होंने अध्यात्म और मानव जीवन का सहसम्बन्ध बताया। हिन्दू धर्म को उन्होंने पूरे विश्व से परिचय करवाया।
 
2. प्रश्न : स्वामी विवेकानंद कितने घंटे सोते थे?
उत्तर : कहते हैं कि वे दिन और रात में डेढ से 2 घंटे ही सोते थे। हर चार घंटे बाद वे 15 मिनट की छपकी लेते थे।
 
3. प्रश्न : स्वामी विवेकानंद द्वारा दिया गया नारा क्या था? स्वामी विवेकानंद ने क्या नारा दिया था?
उत्तर : स्वामी विवेकानंद का एक नारा है, 'उठो, जागो और तब तक मत रुको जब तक लक्ष्य की प्राप्ति न हो जाए। 
 
4. प्रश्न : स्वामी विवेकानंद के जीवन से हमें क्या शिक्षा मिलती है?
उत्तर : स्वामी विवेकानंद से हमें गुरु की सेवा करने, जीवन में लक्ष्य के प्रति आगे बढ़ते रहने, धर्म और देश की रक्षा करने, हमेशा पढ़ते और सीखते रहने के साथ ही मानव सेवा करने की शिक्षा मिलती है।
 
5. प्रश्न : स्वामी विवेकानंद पढ़ाई कैसे करते थे?
उत्तर : विवेकानंद ध्यान साधना करते थे जिसके कारण उनकी एकाग्रता बहुत तीव्र थी। वह बहुत बुद्धिमान भी थे। इसी कारण वे एक ही दिन में 10-10 किताबें पढ़ लेते थे और उन्हें किस लाइन में क्या लिखा है और किस पृष्ठ पर क्या लिखा है यह सभी याद रहता था।
6. प्रश्न : स्वामी विवेकानंद ने शादी क्यों नहीं की?
उत्तर : वे और उनका परिवार बहुत ही गरीब था। 21 वर्ष कि उम्र में पिता के निधन के बाद उन्होंने नौकरी की तलाश की लेकिन नहीं मिली। विवाह के कई प्रस्ताव मिले लेकिन उन्होंने इसके लिए यह सोचकर इनकार कर दिया कि मैं किस तरह अपनी पत्नी को सुखी रख सकता हूं? एक अमीर महिला ने उनके समक्ष विवाह का प्रस्ताव रखा ताकी इससे उनकी गरीबी भी दूर हो जाए। लेकिन उन्होंने यह कहकर इनकार कर दिया कि यह तो दहेज लेने जैसा है। फिर उनका मन आध्यात्म की ओर रमने लगा और 25 वर्ष की उम्र में उन्होंने संन्यास ले लिया।  
 
7. प्रश्न : विवेकानंद ने देश के लिए क्या किया? स्वामी विवेकानंद का क्या योगदान था?
उत्तर : स्वामी विवेकानंद ने अपने ज्ञान के दम पर देश और धर्म को विदेशों में लोकप्रियता दिलाई। भारत के दर्शन और अध्यात्मक का विदेश में प्रचार प्रसार किया। अनेक स्थानों पर रामकृष्‍ण मिशन के माध्यम से शिक्षा एवं जन कल्याण के के कार्य किए। विवेकानंद जातिवाद को समाज का कोढ़ मानते थे। उनका संदेश जाति और पंथ की बेड़ियों को तोड़ता है और सार्वभौमिक भाईचारे की भाषा की बात करता है। इसी के साथ अपने संदेशों से वह युवाओं की चेतना को जागृत करते थे, उनका मानना था कि युवा ही भारत का भविष्य हैं। 
 
8. प्रश्न : स्वामी विवेकानंद के माता पिता का क्या नाम था?
उत्तर : स्वामी विवेकानंद के पिता का नाम विश्वनाथ दत्त और माता का भुवनेश्वरी देवी था। विश्वनाथ दत्त कलकत्ता हाईकोर्ट में वकालत करने वाले प्रसिद्ध वकील थे जबकि, मां धार्मिक विचारों वाली गृहणी थीं। विवेकानंद अपने माता पिता की छठवी संतान थे। उनके 10 भाई-बहनों में ज्यादा की अल्पायु में ही मृत्यु हो गई। परिवार की चौथी संतान स्वर्णमयी देवी थीं, वे 72 साल की उम्र तक जीवित रहीं थी। पहली संतान पुत्र थी जो 08 महीने में चल बसी। दूसरी एक लड़की थी, जो 2.5 साल जी पाई। तीसरी संतान हरामोनी देवीं थीं, जो 22 की उम्र में चल बसी। पांचवीं भी लड़की थी, जो 05 साल से ज्यादा नहीं जी पाई। सातवीं संतान किरणबाला देवी थीं, जो 16 या 18 साल की उम्र तक जीवित रहीं। आठवीं संतान जोगिंद्रबाला देवी थीं। जिन्होंने 25 साल की उम्र में 1881 में शिमला में आत्महत्या कर ली थी। इसके बाद विवेकानंद के छोटे भाई महेंद्र नाथ और भूपेंद्र नाथ का जन्म हुआ। ये लंबे समय तक जीवित रहे। महेंद्र दत्त भारतीय क्रांतिकारी बने। भूपेंद्र दत्त युगांतर पत्रिका के संपादक थे, जो क्रांतिकारियों की पैरोकार पत्रिका मानी जाती थी।
 
9. प्रश्न : स्वामी विवेकापंद का असली नाम क्या था?
उत्तर : उनके बचपन का घर का नाम वीरेश्वर रखा गया था। औपचारिक नाम नरेन्द्रनाथ दत्त था। बाद में उनका नाम राजस्थान के शेखावटी अंचल स्थित खेतड़ी के राजा अजित सिंह ने विवेकानंद रख दिया था।
 
10. प्रश्न : स्वामी विवेकानंद का निधन कब और किन कारणों से हुआ।
उत्तर : मात्र 39 वर्ष की उम्र में 4 जुलाई 1902 को उनका निधन हो गया। कहते हैं कि स्वामी जी को दमा और शुगर की बीमारी थी। इसे लेकर उन्‍होंने कहा था, 'ये बीमारियां मुझे 40 साल की उम्र भी पार नहीं करने देंगी।
 

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