आखिर कहां लापता हुई अर्चना तिवारी, इंदौर समेत 4 जिलों की पुलिस को अब तक नहीं मिला कोई सुराग

वेबदुनिया न्यूज डेस्क
मंगलवार, 12 अगस्त 2025 (17:09 IST)
इंदौर के सत्कार गर्ल्स हॉस्टल में रहकर सिविल जज की तैयारी कर रही अर्चना तिवारी 7 अगस्त को चलती ट्रेन से रहस्यमयी तरीके से लापता हो गई। ट्रेन में उसका बैग मिला। लेकिन अर्चन का कहीं कोई पता नहीं चला है। पिछले 100 घंटों से लापता अर्चना को लेकर इंदौर पुलिस के पास कोई सुराग नहीं है। बता दें कि अर्चना की आखिरी लोकेशन नर्मदापुरम बताई जा रही है। प्रदेश के 4 जिलों की जीआरपी पुलिस करीब लंबे समय से उसकी तलाश कर रही है, लेकिन अब तक उसका कुछ पता नहीं चल सका है। अर्चना के लापता होने का रहस्‍य लगातार उलझते जा रहा है।

आखिर कौन है अर्चना तिवारी : कटनी जिले के मंगलनगर इलाके की रहने वाली 28 वर्षीय अर्चना तिवारी जो शुरू से ही होनहार और पढ़ाई में बेहद आगे थी। अर्चना ने LLB कटनी तो LLM की पढ़ाई जबलपुर में रहकर पूरी की, इस दौरान वो हाइकोर्ट की प्रैक्टिस भी करती थी। पिता का साया हटने के बाद बड़े पिता बाबू प्रकाश तिवारी, जो खुद भी कटनी न्यायालय में वकील हैं। उन्‍होंने बेटी अर्चना तिवारी की लगन को देखते हुए उसे सिविल जज की तैयारी के लिए इंदौर भेजा था। अर्चना सत्कार गर्ल्स हॉस्टल में रहकर कौटिल्य एकेडमी से सिविल जज करती ओर बाकी समय में कोर्ट की प्रैक्टिस। पिछले आठ महीने से वह इंदौर में रहकर सिविल जज की तैयारी के लिए कोचिंग कर रही थी।

इंदौर से निकली कटनी नहीं पहुंची : अर्चना तिवारी रहस्यमयी तरीके से चलती ट्रेन से लापता हो गई थी। उसके परिजन कभी भोपाल, कभी इटारसी तो कभी नर्मदापुरम तो कभी कटनी के चक्कर लगा रहे हैं। दरअसल, वो रक्षाबंधन के लिए 7 अगस्‍त को ट्रेन क्रमांक 18233 इंदौर बिलासपुर से कटनी के लिए निकली थी। अपने सामान के साथ ही अपने भाइयों के लिए राखी आदि लेकर वो ट्रेन में सवार हुई थी। लेकिन कटनी नहीं पहुंची। उसका बैग ट्रेन में ही मिला है।

3 बार मोबाइल पर बात हुई : परिजनों के मुताबिक ट्रेन में बैठने से लेकर भोपाल पहुंचने तक करीब 2 से 3 बार मोबाइल फोन में बात हुई। वहीं जब ट्रेन कटनी साउथ स्टेशन पहुंची तो बेटी अर्चना नहीं मिली कॉल किया तो फोन बंद आ रहा था। पिता अर्चना के भाई के साथ स्टेशन पहुंचे, लेकिन ट्रेन में नहीं मिली। परिजनों को पहले लगा मोबाइल चोरी नहीं हो गया, या शायद अर्चना को नींद लग गई होगी। इसके बाद उमरिया जिले में रह रहे मामा को कॉल करके स्टेशन जाकर बेटी अर्चना की स्थिति जानने और उतारने की बात कही। मामा स्टेशन पहुंचे तो नर्मदा एक्सप्रेस के एसी कोच B3 के बर्थ नंबर 3 में सिर्फ अर्चना का बैग मिला। अर्चना नहीं थी।

सीसीटीवी ब्‍लर होने से नहीं मिले फुटेज : अर्चना की लास्ट लोकेशन नर्मदापुरम में निकली है। मामला हाई प्रोफाइल होने के चलते इंदौर, भोपाल, नर्मदापुरम से लेकर कटनी रेल पुलिस एक्‍शन में है। बता दें कि एसी कोच में लगे CCTV कैमरे के फुटेज ब्लर होने के चलते पुलिस अब तक उसका सुराग नहीं लगा सकी कि वो कहां और किसके साथ उतरी है। या उसके साथ क्‍या हुआ है।
रिपोर्ट : नवीन रांगियाल

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