धरती से डायनासोर का सफाया करने वाले क्षुद्रग्रह के टक्कर वाले स्थल के पास जीवन तेजी से लौटा

Webdunia
गुरुवार, 31 मई 2018 (21:18 IST)
वॉशिंगटन। धरती पर 6.6 करोड़ साल पहले एक विनाशकारी क्षुद्रग्रह गिरा था और तब यहां 75 फीसदी जीवन समेत डायनासोर के साम्राज्य का सफाया हो गया था। लेकिन इस टक्कर से जो गहरा गड्ढा (क्रेटर) बना था उसमें महज 10 साल के अंदर ही फिर जीवन लौट आया था। वैज्ञानिकों ने ऐसा कहा है।
 
 
अमेरिका के टेक्सास विश्वविद्यालय के अनुसंधानकर्ताओं ने पाया कि यह विशाल गड्ढा महज 10 साल से भी कम समय में समुद्री जीवन का घर बन गया। उसमें महज 30,000 साल के अंदर एक फलता-फूलता पारस्थितिकी तंत्र बन गया, जो धरती पर किसी अन्य स्थल पर सामान्य (जीवन) स्थिति बनने की गति से अधिक तेज रफ्तार थी।
 
इस अध्ययन से यह सिद्धांत बौना हो जाता है कि ऐसी टक्कर से बनने वाले विशाल गड्ढों के आसपास स्थिति (जीवन) सामान्य होने की रफ्तार जहरीले धातु, जो टक्कर की वजह से निकलते हैं, काफी कम हो जाती है।
 
यह साक्ष्य दर्शाता है कि दुनियाभर में ऐसे में स्थिति सामान्य होने में स्थानीय कारकों का बड़ा असर होता है। इन निष्कर्ष का पर्यावरण पर असर हो सकता है, जो आज जलवायु परिवर्तन के प्रभाव में है। टेक्सास विश्वविद्यालय के इंस्टीट्यूट ऑफ जियोफिजिक्स के अनुसंधानकर्ता क्रिस लावेरी ने कहा कि हमने क्रेटर में कुछ ही सालों के अंदर जीवन पाया, जो वाकई बहुत तेज है। (भाषा)

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

हाइवे पर सेक्‍स कांड के बाद अंडरग्राउंड हुए BJP के धाकड़ नेता

‍किसने बनाया था ऑपरेशन सिंदूर का Logo, दो सैन्यकर्मियों के नाम आए सामने

Jyoti Malhotra Effect, पूर्वी रेलवे ने स्टेशनों के फोटो, वीडियो बनाने पर लगाई रोक

कौन हैं एरोल मस्क, जो अयोध्या में करेंगे रामलला के दर्शन, क्या है एलन मस्क से संबंध?

नारायण राणे की उद्धव ठाकरे को चेतावनी, ...तो भुगतने होंगे गंभीर परिणाम

सभी देखें

नवीनतम

शशि थरूर के बयान पर क्‍यों भड़के कांग्रेस नेता उदित राज, बोले- भाजपा का मुख्य प्रवक्ता घोषित कर देना चाहिए

Apple और Samsung को डोनाल्ड ट्रंप की चेतावनी, टैरिफ की धमकी के बाद क्या भारत में निर्माण बंद करेंगी कंपनियां

NXTPAPER डिस्प्ले वाला स्मार्टफोन भारत में पहली बार लॉन्च, जानिए क्या है यह टेक्नोलॉजी

बेटियां बहुत बचा लीं, अब बेटों को भी बचा लो, ये लिखकर प्रेमी ने की आत्‍महत्‍या

देहरादून में आयोजित अहिल्या स्मृति मैराथन एक विरासत, एक संकल्प

अगला लेख