खतरे में इमरान की कुर्सी, हजारों समर्थकों के साथ मौलाना करेंगे आजादी मार्च

Webdunia
गुरुवार, 31 अक्टूबर 2019 (09:27 IST)
इस्लामाबाद। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के नेतृत्व को इस हफ्ते एक मौलाना के मार्च से चुनौती मिल रही है। मौलाना फजल-उर-रहमान, इमरान खान के इस्तीफे की मांग के साथ हजारों समर्थकों के संग राजधानी इस्लामाबाद में मार्च करेंगे।
 
रहमान का दावा है कि प्रधानमंत्री ने पिछला चुनाव नहीं जीता था बल्कि ताकतवर फौज ने उनका 'चयन' किया था। खान ने इस आरोप का खंडन किया है लेकिन पाकिस्तान के विपक्ष ने जुलाई में 2018 के चुनाव से पहले ही देशभर में इसे फैला दिया था।
ALSO READ: इमरान खान का इस्तीफा देने से इंकार, कहा- मैं किसी के भी दबाव में नहीं आऊंगा
रहमान ने मार्च से पहले पत्रकारों से कहा कि इस सरकार के जाने तक यह आंदोलन जारी रहेगा। सबसे बड़ी इस्लामी पार्टियों में शुमार जमीयत उलेमा-इस्लाम (जेयूआई-एफ) के अध्यक्ष रहमान ने कहा कि पाकिस्तान को वापस लोकतांत्रिक राह पर लौटाने के लिए इसके अलावा कोई और रास्ता नहीं है।
जेयूआई-एफ 'आजादी मार्च' के लिए देशभर से समर्थकों को जुटा रही है। यह मार्च इस्लामाबाद की ओर बढ़ेगा जिसमें हजारों लोगों के शामिल होने की उम्मीद है। रहमान बुधवार को लाहौर में थे और गुरुवार शाम तक इस्लामाबाद पहुंच सकते हैं। उधर प्रधानमंत्री खान खुद ऐसी परिस्थितियों से वाकिफ हैं। 2014 में विपक्ष के नेता के तौर पर उन्होंने इस्लामाबाद में महीनों तक प्रदर्शनों का आयोजन किया था, लेकिन वे सरकार गिराने में नाकाम रहे थे।
 
जेयूआई-एफ मदरसों में पढ़ने वाले हजारों छात्रों को जुटाने की कुव्वत रखती है और उसका अशांति पैदा करने का इतिहास है। इसे देखते हुए प्रशासन ने राजधानी के राजनयिक इलाके को सील कर दिया है। खान 2018 से भ्रष्टाचाररोधी एजेंडा चला रहे हैं। उन्होंने डीजल का लाइसेंस देने में हुए भ्रष्टाचार में रहमान की कथित संलिप्पता को लेकर उन्हें 'मौलाना डीजल' कहा था।
 
रहमान 2018 के चुनाव में खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के उम्मीदवार से हार गए थे। इस मार्च से पहले देशभर के कारोबारियों ने 2 दिन की हड़ताल शुरू कर दी जिससे खान पर दबाव और बढ़ा है। रहमान चाहते हैं कि खान पद छोड़ें और 'स्वतंत्र और निष्पक्ष' चुनाव हों।

सम्बंधित जानकारी

Show comments

महाराष्ट्र में कौनसी पार्टी असली और कौनसी नकली, भ्रमित हुआ मतदाता

Prajwal Revanna : यौन उत्पीड़न मामले में JDS सांसद प्रज्वल रेवन्ना पर एक्शन, पार्टी से कर दिए गए सस्पेंड

क्या इस्लाम न मानने वालों पर शरिया कानून लागू होगा, महिला की याचिका पर केंद्र व केरल सरकार को SC का नोटिस

MP कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी और MLA विक्रांत भूरिया पर पास्को एक्ट में FIR दर्ज

टूड्रो के सामने लगे खालिस्तान जिंदाबाद के नारे, भारत ने राजदूत को किया तलब

कोविशील्ड वैक्सीन लगवाने वालों को साइड इफेक्ट का कितना डर, डॉ. रमन गंगाखेडकर से जानें आपके हर सवाल का जवाब?

Covishield Vaccine से Blood clotting और Heart attack पर क्‍या कहते हैं डॉक्‍टर्स, जानिए कितना है रिस्‍क?

इस्लामाबाद हाई कोर्ट का अहम फैसला, नहीं मिला इमरान के पास गोपनीय दस्तावेज होने का कोई सबूत

पुलिस ने स्कूलों को धमकी को बताया फर्जी, कहा जांच में कुछ नहीं मिला

दिल्ली-NCR के कितने स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी, अब तक क्या एक्शन हुआ?

अगला लेख