Bangladesh: शेख हसीना के अत्याचारों के रिकॉर्ड को संरक्षित करने को लेकर क्या बोले मुहम्मद यूनुस

'ढाका ट्रिब्यून' अखबार की खबर के अनुसार संयुक्त राष्ट्र के अधिकारियों के साथ रविवार को हुई बैठक के दौरान यूनुस ने इस बात पर जोर दिया कि उचित अभिलेखीय प्रणाली के बिना सच्चाई जानना और न्याय सुनिश्चित करना मुश्किल है।

वेबदुनिया न्यूज डेस्क
सोमवार, 3 मार्च 2025 (12:06 IST)
Bangladesh News: बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मुहम्मद यूनुस (Muhammad Yunus) ने पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के प्रशासन के दौरान किए गए कथित अत्याचारों के दस्तावेजों को सावधानीपूर्वक संरक्षित करने का आह्वान किया है। 'ढाका ट्रिब्यून' (Dhaka Tribune) अखबार की खबर के अनुसार संयुक्त राष्ट्र के अधिकारियों के साथ रविवार को हुई बैठक के दौरान यूनुस ने इस बात पर जोर दिया कि उचित अभिलेखीय प्रणाली के बिना सच्चाई जानना और न्याय सुनिश्चित करना मुश्किल है।ALSO READ: बांग्लादेश में युनूस सरकार को बड़ा झटका, स्टूडेंट लीडर नाहिद इस्लाम ने दिया इस्तीफा
 
पुलिस की बर्बरता और वर्षों की कथित न्यायेतर हत्याओं का हवाला दिया : मुख्य सलाहकार की 'प्रेस शाखा' द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है कि संयुक्त राष्ट्र की 'रेजिडेंट को-ऑर्डिनेटर' ग्वेन लुईस और संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार विशेषज्ञ हुमा खान के साथ बातचीत के दौरान मुख्य सलाहकार ने शापला चत्तर में प्रदर्शनकारियों पर की गई कार्रवाई, डेलवर हुसैन सईदी के फैसले के बाद प्रदर्शनकारियों के खिलाफ पुलिस की बर्बरता और वर्षों की कथित न्यायेतर हत्याओं का हवाला दिया।ALSO READ: बांग्लादेश में छात्रों ने बनाई राजनीतिक पार्टी, भारत पाक समर्थक राजनीति के लिए जगह नहीं
 
इसके जवाब में संयुक्त राष्ट्र के अधिकारियों ने मानवाधिकारों के हनन के दस्तावेजीकरण में बांग्लादेश की सहायता करने की अपनी इच्छा की पुष्टि की। तकनीकी सहायता और क्षमता निर्माण में संयुक्त राष्ट्र की विशेषज्ञता की पेशकश करते हुए लुईस ने कहा कि यह (अत्याचारों के शिकार लोगों को) मरहम लगाने और सत्य-निर्माण की एक प्रक्रिया है।
 
यूनुस ने तथ्यान्वेषी रिपोर्ट की सराहना की : यूनुस ने जुलाई-अगस्त 2024 के विद्रोह के बाद मानवाधिकार उल्लंघन पर संगठन की हालिया तथ्यान्वेषी रिपोर्ट की भी सराहना की जिसके कारण अवामी लीग के 15 साल के शासन का खात्मा हो गया और हसीना पलायन कर भारत चली गईं। लुईस के अनुसार मानवाधिकारों के लिए संयुक्त राष्ट्र के उच्चायुक्त वोल्कर तुर्क 5 मार्च को जिनेवा में मानवाधिकार परिषद के सत्र में दस्तावेज पेश करेंगे।ALSO READ: बांग्लादेश में फिर भड़क पड़ी हिंसा, एयरफोर्स बेस पर हुआ हमला, यूनुस सरकार में ऐसा पहला हमला
 
यूनुस ने कहा कि हमें बहुत खुशी है कि संयुक्त राष्ट्र ने यह रिपोर्ट प्रकाशित की है, यह समय पर हुआ। चर्चा में रोहिंग्या शरणार्थियों की दुर्दशा पर भी चर्चा हुई जिसमें लुईस ने घटती अंतरराष्ट्रीय सहायता पर चिंता व्यक्त की। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुतारेस 13 से 16 मार्च तक बांग्लादेश का दौरा करेंगे।
 
लुईस ने उम्मीद जताई कि गुतारेस की यह यात्रा शरणार्थी संकट पर विश्व का ध्यान आकर्षित करेगी। लुईस ने कहा कि हम धन की स्थिति को लेकर बहुत चिंतित हैं। उन्होंने कहा कि रोहिंग्या शरणार्थियों को खाद्य आपूर्ति और अन्य बुनियादी जरूरतों को पूरा करने के लिए प्रतिमाह 150 लाख अमरीकी डॉलर की आवश्यकता है।(भाषा)
 
Edited by: Ravindra Gupta

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