अमेरिका में क्यों हावी है गन कल्चर, क्या बाइडन लगा पाएंगे लगाम?

Webdunia
बुधवार, 25 मई 2022 (14:40 IST)
वॉशिंगटन। अमेरिका के स्कूल में 18 साल के युवक ने अंधाधुंध गोलीबारी कर तीसरी, चौथी और पांचवीं में पढ़ने वाले 18 मासूमों की जान ले ली। इस दर्दनाक हादसे में 3 टीचर्स भी मारे गए। कहा जा रहा है कि इस जघन्य नरसंहार को अंजाम देने से पहले आरोपी ने अपनी दाद को भी गोली मारी थी। इस घटना से अमेरिका में हड़कंप मच गया। गन लॉबी पर एक बार फिर सवाल उठने लगे। राष्‍ट्रपति बाइडन ने भी इस बार एक्शन में नजर आ रहे हैं। हालांकि अमेरिका में गन लॉबी बेहद मजबूत है और इस पर कार्रवाई आसान नहीं है।
 
पिछले 10 दिनों में अमेरिका के 3 बड़े राज्यों में गोलीबारी की 3 बड़ी घटनाएं हुई। 15 मई 2022 को बफेलो में सुपर मार्केट में गोलीबारी में 10 अश्वेत लोगों की मौत हो गई। 20 मई को शिकागो में गोलीबारी में 2 लोग मारे गए जबकि 25 मई को टेक्सास में स्कूल में गोलीबारी 21 लोगों की मौत हो गई। वहीं 2022 में अमेरिका में सामूहिक गोलीबारी की 200 से ज्यादा घटनाएं सामने आ चुकी हैं। 
 
FBI की एक रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका में सन 2000 से 2020 के बीच 20 सालों में 345 शूटिंग की बड़ी घटनाएं हुई। इनमें 1024 लोगों की मौत हो गई जबकि 1828 लोग घायल हुए।
 
2018 में अमेरिका की आबादी 32.68 करोड़ थी, लेकिन बंदूकों की संख्या 39 करोड़ थी। वहीं CDC के अनुसार, 2020 में बंदूक की वजह से 45,222 लोग मारे गए। इनमें से 54 फीसदी लोगों ने सुसाइड किया और 43 प्रतिशत हत्याएं हुई।
 
अमेरिका में क्यों आसान है बंदूकों की खरीदारी : अमेरिका में बंदूक की खरीदारी बेहद आसान है। गन कंट्रोल एक्ट 1968 (GCA) के मुताबिक, राइफल या कोई भी छोटा हथियार खरीदने के लिए उम्र कम से कम 18 साल होनी चाहिए, दूसरे हथियार मसलन हैंडगन खरीदने के लिए 21 साल की उम्र होनी चाहिए।
 
एक तरफ बंदूकों पर प्रतिबंध की मांग की जाती है तो दूसरी ओर कई राज्य बंदूक ले जाने पर प्रतिबंधों को बड़े पैमाने पर समाप्त करने के लिए चले गए हैं। जून 2021 में, उदाहरण के लिए, टेक्सास के गवर्नर ग्रेग एबॉट ने कानून में एक 'परमिटलेस कैरी बिल' पर हस्ताक्षर किए, जो राज्य के निवासियों को बिना लाइसेंस या प्रशिक्षण के हैंडगन ले जाने की अनुमति देता है।
 
एक्शन में बाइडन : राष्ट्रपति जो बाइडन ने गोलीबारी की घटना के बाद कहा कि देश में हथियारों की बिक्री पर नए प्रतिबंध लगाने के लिए अब कदम उठाना ही होगा। उन्होंने कहा कि हम बंदूकों का समर्थन करने वालों के खिलाफ आखिर कब खड़े होंगे? उन्होंने कहा कि मैं उकता चुका हूं, मैं थक चुका हूं। हमें कदम उठाना ही होगा। इस प्रकार की सामूहिक गोलीबारी की घटनाएं दुनिया में और कहीं कभी-कभार ही होती हैं। क्यों?

सम्बंधित जानकारी

Show comments

महाराष्ट्र में कौनसी पार्टी असली और कौनसी नकली, भ्रमित हुआ मतदाता

Prajwal Revanna : यौन उत्पीड़न मामले में JDS सांसद प्रज्वल रेवन्ना पर एक्शन, पार्टी से कर दिए गए सस्पेंड

क्या इस्लाम न मानने वालों पर शरिया कानून लागू होगा, महिला की याचिका पर केंद्र व केरल सरकार को SC का नोटिस

MP कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी और MLA विक्रांत भूरिया पर पास्को एक्ट में FIR दर्ज

टूड्रो के सामने लगे खालिस्तान जिंदाबाद के नारे, भारत ने राजदूत को किया तलब

कोविशील्ड वैक्सीन लगवाने वालों को साइड इफेक्ट का कितना डर, डॉ. रमन गंगाखेडकर से जानें आपके हर सवाल का जवाब?

Covishield Vaccine से Blood clotting और Heart attack पर क्‍या कहते हैं डॉक्‍टर्स, जानिए कितना है रिस्‍क?

इस्लामाबाद हाई कोर्ट का अहम फैसला, नहीं मिला इमरान के पास गोपनीय दस्तावेज होने का कोई सबूत

पुलिस ने स्कूलों को धमकी को बताया फर्जी, कहा जांच में कुछ नहीं मिला

दिल्ली-NCR के कितने स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी, अब तक क्या एक्शन हुआ?

अगला लेख