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दिल्ली ने 2012 के बाद आईपीएल के प्लेऑफ के लिए क्वालीफाई किया

Webdunia
सोमवार, 29 अप्रैल 2019 (01:02 IST)
नई दिल्ली। दिल्ली कैपिटल्स ने 2012 के बाद इंडियन प्रीमियर लीग के प्लेऑफ के लिए क्वालीफाई किया और इसे बड़ी उपलब्धि बताते हुए उसके स्पिनर अमित मिश्रा ने कहा कि इसके लिए सबसे अच्छी चीज टीम का तालमेल है और खिलाड़ी मैदान पर जाकर अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हैं।
 
दिल्ली ने रविवार को यहां इंडियन प्रीमियर लीग में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर को 16 रन हराने के बाद आठवीं जीत दर्ज करते हुए प्लेऑफ में जगह पक्की की।
 
मिश्रा ने मैच के बाद प्रेस कांफ्रेंस में कहा, ‘निश्चित रूप से यह हम सभी के लिए बड़ी उपलब्धि है। मैं पिछले तीन साल से इसके साथ खेल रहा हूं। बहुत अच्छा लग रहा है, टीम का माहौल बहुत अच्छा है। टीम का संयोजन बेहतरीन है। सब एक दूसरे का सहयोग कर रहे हैं जो बहुत अच्छी बात है।'
 
उन्होंने कहा, ‘सबसे अच्छी बात, हमने चीज बहुत सरल रखी है। सर्वश्रेष्ठ चीज मैदान में करते हैं जो बहुत अहम है। इस प्रारूप में समय काफी कम होता है, इसमें रिकवरी करना बहुत मुश्किल होता है। कोशिश होती है कि कम से कम गलतियां करें और मुख्य चीज पर ज्यादा ध्यान दें।’
 
मिश्रा आईपीएल में सर्वाधिक विकेट चटकाने वाले गेंदबाजों में दूसरे स्थान पर हैं, उन्होंने इस उपलब्धि के बारे में कहा, ‘मुझे लगता है कि सबसे बढ़िया चीज यह है कि खिलाड़ी मैदान पर जाकर सर्वश्रेष्ठ करते हैं।’ 
 
उन्होंने इसके लिए टीम के सलाहकार सौरव गांगुली और कोच रिकी पोंटिंग को भी श्रेय दिय। उन्होंने कहा, ‘दादा (सौरव गांगुली) के आने से बहुत फर्क पड़ा है। रिकी पोंटिंग के आने से टीम काफी बेहतर हुई है। ये दोनों काफी आक्रामकता से प्रदर्शन करने वाले हैं लेकिन ये चीजों को इतनी आराम से समझाते हैं जिससे मदद मिलती है। इन्होंने टीम में एक अच्छा माहौल बना रखा है जो मुझे लगता है कि टीम के लिए फायदेमंद हो रहा है।’ 
 
मिश्रा का तीसरा ओवर दिल्ली के लिए बेहतरीन रहा, जिसमें उन्होंने 4 रन देकर हेनरिक क्लासन और शिवम दुबे (24 रन) के विकेट झटके। इस स्पिनर ने कहा, ‘‘मुझे और भी विकेट मिल जाते लेकिन कैच छूट गया।’
 
रायल चैलेंजर्स बेंगलोर के कोच आशीष नेहरा ने कहा, ‘इस बार जितने भी गेंदबाज हैं, वे दबाव में अच्छा नहीं कर पा रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘मैंने पहले भी बोला है जितने भी गेंदबाज है वो सभी काफी बेहतर हैं लेकिन इस प्रारूप में सबसे अहम दबाव से निपटना होता है। उम्मीद करता हूं कि ये अगली बार अच्छी तैयारी के साथ आएंगे। 

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