बाल कविता : खुशियों के पैगाम

प्रभुदयाल श्रीवास्तव
आई गलगला से है मौसी,
चाची सदर बाजार से।
 
मामा आए स्कूटर से,
मामी आई कार से।
 
नहीं पता ये सब क्यों आए,
क्यों आए हैं बिना बुलाए।
 
क्या रसगुल्ले लेकर आए,
या फिर मुझे चिढ़ाने आए?
 
दादाजी भी तो आए हैं,
जो कल उठे बुखार से।
 
कारण क्या है, क्यों यह हलचल,
तेरा जनम दिवस बेटा कल।
 
शाम तलक नाना आएंगे,
अजब-गजब-सा कुछ लाएंगे।
 
चक्की वाली बुढ़िया आई,
बुआ के परिवार से।
 
किरणें उजलीं, धूप सुनहली,
बगिया लाल हरहरी पीली।
 
कल का दिन मस्ती का होगा,
तेरा जनम दिवस कल होगा।
 
खुशियों के पैगाम मिलेंगे,
तुमको सब संसार से।

सम्बंधित जानकारी

Show comments

क्या दूध वाली चाय-कॉफी सेहत को पहुंचा सकती है नुकसान?

गर्मी में वैक्सिंग के बाद दाने और खुजली की समस्या से राहत दिलाते हैं ये नुस्खे

ऑयली स्किन को मॉइश्चराइज और हाइड्रेट रखने के लिए अपनाएं ये 5 टिप्स

गर्मियों में चेहरे को हाइड्रेट रखने के लिए लगाएं गुलाब जल और खीरे से बना फेस मिस्ट

क्या पीरियड्स के दौरान स्तन और बगल में दर्द है चिंता का विषय ?

international tea day: अंतरराष्ट्रीय चाय दिवस, जानें इतिहास और इस दिन के बारें में

क्या सेब खाने के बाद होती है गैस की समस्या? जानें 3 प्रमुख कारण

सोने से पहले दूध में मिला लें ये 2 चीज़ें, सुबह आसानी से साफ होगा पेट!

Cardio Exercise करते समय होता है घुटने में दर्द? इन 10 टिप्स को करें ट्राई!

National Crush प्रतिभा रांटा के ये 5 स्टाइल कॉलेज गर्ल के लिए हैं बेहतरीन

अगला लेख