मजेदार बाल गीत : सपने सच कर डालो

प्रभुदयाल श्रीवास्तव
बुधवार, 13 नवंबर 2024 (14:18 IST)
तुम्हें नहीं क्या उठना बेटे,
किन सपनों में अब तक खोए।
 
दादाजी तो कब से उठकर,
करने लगे योग अभ्यास।
दादी जी भी गौशाला में,
खिला रहीं गायों को घास।
पापाजी ने नहा लिया है,
अपने सारे कपड़े धोए।
 
तेरी दीदी ने भी उठकर,
हल कर डाले पांच सवाल।
होम वर्क का बोझा सिर से,
मज़े-मज़े से दिया निकल।
चाचा-चाची ने क्यारी में,
बीज सेम, भिंडी के बोए।
 
सभी पडोसी मित्र तुम्हारे,
खेल रहे टेनिस का खेल।
बड़े पिताजी देख रहे हैं,
मोबाइल में आए मेल।
सब्ज़ी वाली काकी आईं,
हरी सब्जियां सिर पर ढोए।
 
सुबह-सबेरे जल्दी उठना,
दिया बड़े बूढों ने ज्ञान।
सूर्य उदय पर जो उठते हैं।
वे बनते हैं बड़े महान।
उठकर जल्दी कर डालो सच,
जो भी तुमने स्वप्न संजोए।

(वेबदुनिया पर दिए किसी भी कंटेट के प्रकाशन के लिए लेखक/वेबदुनिया की अनुमति/स्वीकृति आवश्यक है, इसके बिना रचनाओं/लेखों का उपयोग वर्जित है...)
 

सम्बंधित जानकारी

Show comments
सभी देखें

जरुर पढ़ें

पापा सिर्फ शब्द नहीं, पूरी जिंदगी का सहारा हैं...फादर्स डे पर इमोशनल स्पीच

वॉकिंग या जॉगिंग करते समय ना करें ये 8 गलतियां, बन सकती हैं आपकी हेल्थ की सबसे बड़ी दुश्मन

मानसून में हार्ट पेशेंट्स की हेल्थ के लिए ये फूड्स हैं बेहद फायदेमंद, डाइट में तुरंत करें शामिल

फादर्स डे पर पापा को स्पेशल फील कराएं इन खूबसूरत विशेज, कोट्स और व्हाट्सएप मैसेज के साथ

क्या आपको भी ट्रैवल के दौरान होती है एंग्जायटी? अपनाएं ये टॉप टिप्स और दूर करें अपना हॉलिडे स्ट्रेस

सभी देखें

नवीनतम

याददाश्त बढ़ाने के लिए आज से ही छोड़ दें अपनी ये 8 आदतें, दिमाग पर डालती हैं बुरा असर

मन सच्चा, कर्म अच्छा और बाकी सब महादेव की इच्छा... पढ़ें शिव जी पर लेटेस्ट कोट्स

हादसों पर 10 मशहूर शेर

स्किन के लिए जादुई है ग्रीन टी की पत्तियां, जानिए इससे बनने वाले ये 3 खास फेस पैक्स के बारे में

फादर्स डे 2025: पिता कब हो जाते हैं दुखी, जानिए 5 खास कारण

अगला लेख