Paytm भुगतान बैंक ने बचत खाते पर ब्याज दर घटाकर 3.5 प्रतिशत की

Webdunia
शुक्रवार, 11 अक्टूबर 2019 (01:01 IST)
नई दिल्ली। पेटीएम भुगतान बैंक (पीपीबी) ने बचत खाते पर ब्याज दर को आधा प्रतिशत घटाकर 3.5 प्रतिशत कर दिया है। बैंक ने गुरुवार को कहा है कि यह कटौती 9 नवंबर से प्रभावी होगी।
 
भुगतान बैंक ने अपने ग्राहकों के लिए सावधि जमा योजना (एफडी) की भी घोषणा की है। इसमें ग्राहकों को अपनी जमा पर पीपीबी के भागीदार बैंक के जरिए 7.5 प्रतिशत का ब्याज मिलेगा।
 
पेटीएम भुगतान बैंक के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी सतीश कुमार गुप्ता ने कहा, रिजर्व बैंक ने हाल में रेपो दर को चौथाई प्रतिशत घटाकर 5.15 प्रतिशत कर दिया है। पिछले 12 माह में केंद्रीय बैंक रेपो दर में 1.35 प्रतिशत की कटौती कर चुका है। इस वजह से पीपीबी ने यह कदम उठाया है।
 
पीपीबी ने कहा कि वह नवंबर के शुरू में मांग पर एफडी शुरू करने जा रहा है। इसमें बचत खाताधारक भागीदार बैंक के जरिए एफडी खाता बना सकते हैं। इसमें निवेश की कोई सीमा नहीं है।
 
गुप्ता ने कहा कि मांग पर एफडी के तहत हमारे ग्राहक एक रुपए में भी एफडी खाता खोल सकते हैं। उन्हें एफडी पर 7.5 प्रतिशत ब्याज मिलेगा। वे किसी भी समय एफडी से आंशिक या पूरी राशि बिना किसी शुल्क के निकाल सकते हैं।

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

फोटोबाजी के चक्कर में 6 फुट गहरे गड्ढे में गिरे नेताजी, नींव में सीमेंट डालने की कोशिश में फिसला पैर

निमिषा प्रिया के परिजन फांसी टलने से खुश, जिंदा रहने की उम्मीद भी बढ़ी

चीन में जिनपिंग-जयशंकर की मुलाकात पर राहुल गांधी का तंज, विदेश मंत्री चला रहे हैं सर्कस

Samosa, जलेबी जैसे फूड प्रोडक्ट पर चेतावनी लेबल, स्वास्थ्य मंत्रालय ने नहीं दिया निर्देश, पीआईबी ने बताया सच

मोटापे की फिक्र या फास्‍टफूड माफिया की साजिश, समोसे जलेबी नाश्‍ते पर चेतावनी, पित्‍जा बर्गर क्‍या अमृत है?

सभी देखें

नवीनतम

मोदी कैबिनेट की पीएम धन-धान्य कृषि योजना को मंजूरी, 1.7 करोड़ किसानों को मिलेगा फायदा

झारखंड में मुठभेड़ में सुरक्षा बलों ने 2 नक्सलियों को किया ढेर, सीआरपीएफ का एक जवान शहीद

Student dies in Odisha: बीजद के प्रदर्शन के दौरान अफरा-तफरी, पुलिस ने की पानी की बौछार

LIVE : मोदी कैबिनेट में 3 बड़े फैसलों को मंजूरी, शुभांशु शुक्ला की अंतरिक्ष यात्रा की सराहना

कब ली गई थी भारत के नोट पर छपी गांधी जी की तस्वीर? जानें इतिहास

अगला लेख