बर्मिंघम: भारतीय टीम के मुख्य कोच राहुल द्रविड़ का कहना है कि वह विराट कोहली से मैच जिताने वाला प्रदर्शन चाहते हैं, भले ही वह शतक नहीं हो। कोहली नवंबर 2019 के बाद से शतक नहीं लगा सके हैं लेकिन द्रविड़ ने इस धारणा को खारिज किया कि 27 टेस्ट शतक लगाने वाले बल्लेबाज में प्रेरणा का अभाव है।
इंग्लैंड के खिलाफ शुक्रवार से शुरू हो रहे पांचवें टेस्ट से पहले उन्होंने कहा , खिलाड़ी विभिन्न दौर से गुजरते हैं और मुझे नहीं लगता कि विराट में प्रेरणा या ललक की कमी है।
उन्होंने कहा, हमेशा जोर शतक पर नहीं रहना चाहिये। केपटाउन में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ कठिन हालात में बनाये गए 79 रन भी उम्दा थे। वह तिहरे अंक तक नहीं पहुंचे लेकिन वह बढिया पारी थी। उसने इतने ऊंचे मानदंड बनाये हैं कि लोग शतक को ही कामयाबी मानते हैं लेकिन एक कोच के नजरिये से मैं उससे मैच जिताने वाला योगदान चाहता हूं, भले ही वह 50 या 60 रन क्यो ना हो।
भारत का ध्यान सकारात्मक क्रिकेट खेलने पर: द्रविड़
भारतीय पुरुष क्रिकेट टीम के कोच राहुल द्रविड़ ने इंग्लैंड के साथ होने वाले पांचवे टेस्ट से पहले बुधवार को कहा कि वह इंग्लैंड के हालिया प्रदर्शन से चिंतित नहीं हैं और भारत सकारात्मक क्रिकेट खेलने पर ध्यान केंद्रित कर रहा है।
द्रविड़ ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, 'सच कहूं तो हम एक सकारात्मक टीम रहे हैं। हम पिछले साल समाप्त हुई विश्व टेस्ट चैंपियनशिप में दूसरे स्थान पर रहे थे। इस साल हम तीसरे स्थान पर हैं, यानी हम काफी सफ़ल रहे हैं। हम 20 विकेट निकालकर टेस्ट मैच जीतने में सफल रहे हैं। यह मेरे लिए सकारात्मक क्रिकेट है।
कोच द्रविड़ ने कहा कि लीसेस्टरशायर के खिलाफ हुए मैच में भारत ने अपनी क्षमता के अनुसार अच्छी तैयारी कर ली है।उन्होंने कहा, पिछले हफ्ते, 'हम लेस्टर में जितनी अच्छी तैयारी कर सकते थे, उतनी अच्छी तरह से की। चार दिवसीय मैच वास्तव में अच्छा रहा। हमारा खयाल है कि हमने अपने लड़कों को अपनी सर्वश्रेष्ठ क्षमता के साथ तैयार किया है।
द्रविड़ ने कहा, 'कुछ खिलाड़ी दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ और आयरलैंड में भी टी20 श्रृंखला में खेलने से चूक गए हैं, इसलिए हमने इस टेस्ट मैच को प्राथमिकता देने की कोशिश की और यथासंभव सर्वश्रेष्ठ तैयारी करने का प्रयास किया। मुझे लगता है कि हमारा क्रिकेट का ब्रांड एक बहुत ही सकारात्मक ब्रांड है, चाहे मुकाबला किसी भी विपक्ष के खिलाफ हो।