Amit Mishra on Virat Kohli and Rohit Sharma : पूर्व लेग स्पिनर अमित मिश्रा ने विराट कोहली और रोहित शर्मा को लेकर कुछ बड़े खुलासे किए हैं जो चौकाने वाले हैं। अमित मिश्रा ने YouTuber Shubhankar Mishra के Podcast में बात करते हुए रोहित शर्मा और विराट कोहली के स्वाभाव के बीच में अंतर बताया। अमित मिश्रा का कहना है कि पैसे, पावर और फेम मिलने के बाद विराट कोहली समय के साथ पूरी तरह बदल गए हैं, वहीँ रोहित शर्मा का स्वभाव वैसा का वैसा ही है।
कप्तान बनने के बाद विराट कोहली के व्यवहार में आए बदलावों पर उन्होंने चर्चा की। अमित मिश्रा ने 2008 में डेब्यू किया था और भारत के लिए उन्होंने 22 टेस्ट खेले जिसमे से 9 कोहली की कप्तानी में ही आए, अमित मिश्रा का आखिरी टेस्ट भी विराट कोहली की कप्तानी में आया था।
कोहली को पहली बार 2014-15 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज़ में कप्तानी मिली जब एमएस धोनी (MS Dhoni) ने इस फॉर्मेट से संन्यास की घोषणा की थी।
फिर 2017 में उन्होंने वनडे और टी20 टीम की कप्तानी भी संभाली। टी20 वर्ल्ड कप 2021 के बाद कोहली एक के बाद एक फॉर्मेट की कप्तानी से हटते गए। मिश्रा ने भारत के लिए 22 टेस्ट, 36 वनडे और 10 टी20 मैच खेले, जिसमें उन्होंने क्रमशः 76, 64 और 16 विकेट लिए। मिश्रा ने कहा कि रोहित नहीं बदले हैं, जबकि कोहली के व्यवहार में भारी बदलाव आया है, इस हद तक कि उनके बीच बात लगभग बंद ही हो गई।
शुभांकर मिश्रा ने अमित मिश्रा से कहा कि मैं एक बड़ा ही टफ सवाल पूछूंगा आपसे क्योंकि आप बड़े ही ईमादारी से जवाब देते हैं। सौरव गांगुली, राहुल द्रविड़, सचिन तेंदुलकर का सम्मान खिलाड़ियों के बीच बहुत है लेकिन जिनका मैंने नाम लिया है क्या उनके जैसी विराट कोहली की इज्जत और सम्मान क्रिकेट फील्ड पर पर्सनल लेवल पर है? मिश्रा ने कहा "नहीं सबके साथ तो नहीं"
उन्होंने कहा कि रोहित के बारे में एक बात अच्छी है कि जैसा वो पहले रहा आज भी वैसा ही है, वैसे ही प्यार और सम्मान के साथ मिलता है लेकिन विराट में काफी बदलाव आया है हमारी बात बीच में बिलकुल ना के बराबर थी। शुभांकर मिश्रा ने फिर उनसे पूछा कि क्या वजह हो सकती है।
उन्होंने ने कहा कि ताकत और फेम आने के बाद उनमे बदलाव आया। तो क्या आप उससे (रोहित शर्मा) ज्यादा जुड़ेंगे या किसी ऐसे व्यक्ति से जो परिस्थिति के अनुसार बदल जाता है?
उन्होंने आगे कहा "मैंने विराट को बहुत बदलते देखा है। हमने बात करना लगभग बंद कर दिया था। जब आपको प्रसिद्धि और पावर मिलती है, तो वे सोचते हैं कि लोग किसी मतलब के लिए उनके पास पहुंच रहे हैं या बात करना चाह रहे हैं। मैं उनमें से कभी नहीं था। मैं चीकू को तब से जानता हूं जब वह थे 14, जब वह समोसा खाते थे, जब उन्हें हर रात पिज्जा की जरूरत होती थी। लेकिन चीकू और कप्तान विराट कोहली में बहुत अंतर है। वह जब भी मुझसे मिलते हैं, बहुत सम्मानजनक व्यवहार करते हैं, लेकिन जाहिर तौर पर यह वैसा नहीं है अब जैसा पहले था,"