ज्योतिष से जानिए सुखी वैवाहिक जीवन के सूत्र

पं. प्रणयन एम. पाठक
* कुंडली के ग्रहों को सुधारें और पाएं सुखी वैवाहिक जीवन
 
 
मित्रो, आज के समय में इंसान को धन-दौलत, स्वास्थ्य के सुख के साथ सुखी वैवाहिक जीवन की सबसे ज्यादा आवश्यकता होती है। किसी इंसान के पास कितनी भी सुख-सुविधा हो, कितनी भी धन-दौलत हो लेकिन जब तक उसको उत्तम गृहस्थ सुख न मिले, ये सब बेमानी होते हैं।

 
जैसा कि हम जानते हैं कि पति-पत्नी दोनों का घरेलू परिवेश अलग-अलग होता है। दोनों अलग-अलग माहौल में पले-बढ़े होते हैं। ऐसे में जब शादी होती है तो पति चाहता है कि उसकी पत्नी उसके घरेलू वातावरण को एकदम से अपना लें जबकि ऐसा व्यावहारिक रूप से संभव नहीं होता जबकि उसकी होने वाली पत्नी चाहती है कि उसको पीहर जैसा वातावरण मिले औरवो भी संभव नहीं होता। ऐसे में पति-पत्नी दोनों को ही सामंजस्य बनाकर जीवन की गाड़ी को चलाना पड़ता है। ऐसे में दोनों एक-दूसरे की भावनाओं की कद्र करते हुए जीवन को चलाएं तो काफी हद तक समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है।
 

चूंकि हमारा विषय ज्योतिष है और कुंडली में कई ऐसे दोष होते हैं जिनके कारण हम चाहते हुए भी अच्छा वैवाहिक जीवन नहीं जी पाते। इसका पहला उपाय तो यही है कि शादी कुंडली का मिलान करवाकर की जाए। शादी में केवल गुण मिलान पर निर्भर रहकर शादी न की जाए बल्कि जिससे भी शादी की जा रही है, उसकी कुंडली में उसके स्वास्थ्य, धन, चरित्र, गृहस्थ सुख, संतान सुख व आयु आदि को भी ध्यान में रखा जाए। यदि जातक में सभी गुण मिलते हैं तभी शादी के लिए आगे बढ़ना चाहिए।
 

शादी को करवाने का कार्य गुरु ग्रह का होता है लेकिन शादी को चलाने का कार्य शुक्र ग्रह के अधीन है। ऐसे में आपके वैवाहिक जीवन में किसी प्रकार की परेशानी आ रही है तो आपकी कुंडली में कहीं न कहीं शुक्र दूषित या कमजोर मिलेंगे। ऐसे में आपको मां लक्ष्मीजी की आराधना करनी चाहिए, क्रीम रंग के वस्त्र ज्यादा से ज्यादा धारण करने चाहिए, सेंट, परफ्यूम व डिओ आदि का प्रयोग करना चाहिए। वस्त्र का खासतौर पर आपको ख्याल रखना होगा। वस्त्र कभी भी फटे हुए और मैले-कुचेले न पहनें। गाय की सेवा करें और अपने परोसे गए भोजन में से एक हिस्सा निकालकर गाय को खिलाएं। यदि आपकी कुंडली allow कर रही है तो शुक्र का रत्न ओपल आप धारण कर सकते हैं।
 

पुरुष जातक अपनी पत्नी को कोई डिजाइनर साड़ी आदि देता रहे। स्त्री जातक को चाहिए कि वह गुरुवार के व्रत करे, केले के पेड़ की पूजा करे। घर के अंदर आपका शुक्र कायम अवश्य होना चाहिए। उसके लिए घर में थोड़ा कच्चा आंगन अवश्य हो। यदि ये न हो तो घर में आलू का पौधा लगाना चाहिए या फिर कुछ मुल्तानी मिट्टी घर में लाकर रख देनी चाहिए। अग्निकोण में आपके टॉयलेट आदि न हो यानी कि ये कोण किसी कारण से दूषित न हों। आपके शयनकक्ष में देवी-देवताओं और पितरों आदि की फोटो न हो। झूला झूलते हुए राधाकृष्ण की फोटो घर में लगाना पति-पत्नी के आपसी संबंधी के लिए अच्छा माना जाता है।
 

शुक्र के बाद अच्छे वैवाहिक जीवन में मंगल की भी बहुत भूमिका होती है, क्योंकि घर में सभी मांगलिक कार्यों के कारक मंगलदेव होते हैं। ऐसे में यदि मंगल ग्रह के कारण समस्या आ रही है तो मंगल के दान जैसे लाल कपड़ा, लाल मिठाई आदि का दान करना चाहिए। बाकी कुंडली में अन्य ग्रह भी अपना प्रभाव अपनी स्थिति के अनुसार डालते हैं लेकिन यदि आप ऊपर लिखित उपाय करते हैं तो आपको काफी हद तक राहत मिल सकती है।

ALSO READ: वैदिक ज्योतिष से एकदम अलग है लाल किताब, कैसे जानिए...

सम्बंधित जानकारी

Show comments

ज़रूर पढ़ें

वृश्चिक संक्रांति का महत्व, कौनसा धार्मिक कर्म करना चाहिए इस दिन?

Indian Calendar 2025 : जानें 2025 का वार्षिक कैलेंडर

December Month Festival Calendar : दिसंबर पर्व एवं त्योहार 2024

Mokshada ekadashi 2024: मोक्षदा एकादशी कब है, क्या है श्रीकृष्‍ण पूजा का शुभ मुहूर्त?

Surya in vrishchi 2024: सूर्य का वृश्चिक राशि में गोचर, 4 राशियों के लिए बहुत ही शुभ

सभी देखें

नवीनतम

18 नवंबर 2024 : आपका जन्मदिन

18 नवंबर 2024, सोमवार के शुभ मुहूर्त

Aaj Ka Rashifal: 17 नवंबर का दैनिक राशिफल, जानें आज किसे मिलेगी खुशी और किसे क्लेश

17 नवंबर 2024 : आपका जन्मदिन

17 नवंबर 2024, रविवार के शुभ मुहूर्त

अगला लेख