लोकसभा चुनाव 2019 : कमलनाथ चाहते हैं कोई 'बिग शॉट' ही इंदौर से चुनाव लड़े

अरविन्द तिवारी
कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह को भोपाल से मैदान में लाने के बाद मुख्यमंत्री कमलनाथ अब इंदौर से भी किसी बिग शॉट को मैदान में लाने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगाए हुए हैं। इंदौर के मामले में कमलनाथ की पहली पसंद ज्योतिरादित्य सिंधिया हैं, लेकिन उनके साफतौर पर मना करने के बाद अब वे फिल्म अभिनेता गोविंदा को इंदौर से चुनाव लड़ने के लिए राजी करने में लगे हैं।

इसके पहले वे सलमान खान पर भी दांव खेल चुके हैं, लेकिन बात नहीं बनी। वैसे मुख्यमंत्री बरास्ता राहुल गांधी इस कोशिश में भी हैं कि कैसे भी हो, सिंधिया इंदौर से चुनाव लड़ने के लिए राजी हो जाएं।
 
इंदौर, भोपाल, ग्वालियर और जबलपुर जैसी कांग्रेस के लिए टफ मानी जाने वाली सीटों पर कमलनाथ मजबूत उम्मीदवार मैदान में लाकर भाजपा को कड़ी चुनौती देने के पक्षधर हैं। इसी क्रम में उन्होंने भोपाल से दिग्विजय सिंह की उम्मीदवारी तय करवाई। दिग्विजय राजगढ़ से चुनाव लड़ना चाहते थे, पर केंद्रीय नेतृत्व के सामने भोपाल का जो चित्र मुख्यमंत्री ने रखा उसके बाद दिग्विजय को भोपाल से उम्मीदवार बनाने का फैसला हुआ।
 
ठीक इसी तरह मुख्यमंत्री सिंधिया को इंदौर से मैदान में लाना चाहते हैं। सिंधिया इससे साफ इंकार कर चुके हैं और इसके पीछे उनका तर्क पश्चिमी उत्तरप्रदेश की 39 सीटों की जवाबदेही का रहा। नेतृत्व द्वारा पुन: विचार करने की बात कहने पर सिंधिया ने यह जरूर कहा था कि मौका आने पर वे ग्वालियर जैसी टफ सीट की जवाबदेही लेने के लिए तैयार हैं। इसी के चलते यहां से उनकी पत्नी प्रियदर्शिनी राजे का नाम ताबड़तोड़ आगे लाया गया।
 
सूत्रों के मुताबिक सिंधिया के इंदौर से न लड़ने की बात पर अडिग रहने के चलते ही मुख्यमंत्री ने गोविंदा का नाम आगे बढ़ाया और शुक्रवार सुबह उन्होंने मुख्यमंत्री से मुलाकात भी की। इस मुलाकात के बाद गोविंदा के इंदौर से चुनाव लडऩे की अटकलें तेज हो गईं। हालांकि गोविंदा के नजदीकी सूत्रों का कहना है कि वे इंदौर से चुनाव लड़ने के ज्यादा इच्छुक नहीं है, क्योंकि इस सीट पर कांग्रेस की स्थिति से वे अच्छे से वाकिफ हैं।
इधर मुख्यमंत्री इंदौर से सिंधिया या गोविंदा में से ही किसी को चुनाव लड़वाना चाहते हैं। मुख्यमंत्री के कट्टर समर्थक और इंदौर से कांग्रेस के टिकट के दावेदार पंकज संघवी इसी के चलते अपनी उम्मीदवारी की संभावना को अब क्षीण मानकर चल रहे हैं। संघवी इंदौर की पूरी स्थिति से मुख्यमंत्री को वाकिफ करवा चुके हैं और उन्होंने बूथ स्तर पर तैयारी भी शुरू कर दी थी।
 
दिग्विजय सिंह ने भी अपने इंदौरी समर्थकों को संघवी के नाम पर रजामंदी दे दी थी। उनका कहना था कि यदि कमलनाथ संघवी को इंदौर से चुनाव लड़वाना चाहते हैं तो उन्हें कोई आपत्ति नहीं। सिंधिया द्वारा चुनाव लड़ने से इंकार करने के बाद संघवी को थोड़ी आस बंधी थी, लेकिन अब गोविंदा का नाम सामने आने और मुख्यमंत्री से उनकी मुलाकात के बाद वे फिर निराश हैं। (इस लेख में व्यक्त विचार/विश्लेषण लेखक के निजी हैं। इसमें शामिल तथ्य तथा विचार/विश्लेषण वेबदुनिया के नहीं हैं और वेबदुनिया इसकी कोई ज़िम्मेदारी नहीं लेती है)

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