झाबुआ-रतलाम सीट पर देखने को मिलेगा रोमांचक मुकाबला

Webdunia
मंगलवार, 19 मार्च 2019 (11:51 IST)
झाबुआ। गुजरात की सीमा से सटी मध्यप्रदेश की रतलाम-झाबुआ (अनुसूचित जनजाति) सीट आजादी के बाद से कांग्रेस की खासी मजबूत गढ़ बनी हुई है और अब तक हुए 16 लोकसभा चुनावों में से उसे मात्र दो बार हार का सामना करना पड़ा है। इस बार के चुनाव में झाबुआ-रतलाम सीट पर रोमांचक मुकाबला देखने को मिलेगा।

पिछले लोकसभा चुनाव में यहां से भारतीय जनता पार्टी के दिलीप सिंह भूरिया ने अपने प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस के कांतिलाल भूरिया को शिकस्त देकर यह सीट भाजपा की झोली में डाली। अगले ही साल सांसद दिलीप सिंह भूरिया के निधन के कारण यहां उपचुनाव हुआ जिसमें कांग्रेस के कांतिलाल भूरिया ने जीत हासिल करते हुए ये सीट कांग्रेस के नाम कर ली।

यह सीट पहले झाबुआ नाम से जानी जाती थी लेकिन परिसीमन के बाद इसका नाम रतलाम-झाबुआ हो गया। कांग्रेस के कद्दावर आदिवासी नेता दिलीप सिंह भूरिया यहां से पांच बार सांसद रहे। कांग्रेस ने 12वें लोकसभा चुनाव में कांतिलाल भूरिया को अपना प्रत्याशी बनाया, जिन्होंने इसके बाद लगातार 1998 से 2014 तक इस सीट का प्रतिनिधित्व किया।

क्षेत्र के कद्दावर आदिवासी नेता दिलीप सिंह भूरिया एकमात्र ऐसे नेता रहे जो पहले कांग्रेस से पांच बार सांसद रहे और बाद में भाजपा में आकर भी उन्होंने जीत हासिल की। कांग्रेस की ओर से जहां इस बार फिर से यहां से कांतिलाल भूरिया को ही पार्टी प्रत्याशी बनाए जाने की संभावनाएं हैं, वहीं भाजपा के दावेदारों की फेहरिस्तों में स्वर्गीय दिलीप सिंह भूरिया की बेटी निर्मला भूरिया का नाम प्रमुखता से लिया जा रहा है।

दूसरी ओर संभावना यह भी है कि इस सीट पर भाजपा द्वारा राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की पसंद का प्रत्याशी चुनावी मैदान में उतारा जा सकता है। इस आदिवासी बहुल क्षेत्र में संघ के कई संगठन अपनी गहरी पकड़ रखते हैं। इस संसदीय सीट में झाबुआ जिले की तीन झाबुआ, थांदला, पेटलावद, अलीराजपुर जिले की अलीराजपुर, जोबट और रतलाम जिले की रतलाम ग्रामीण, रतलाम सिटी और सैलाना सीट शामिल हैं।

विधानसभा चुनावों में झाबुआ की तीन में से दो पर कांग्रेस और एक पर भाजपा विजयी हुई है। वहीं रतलाम की तीन में से दो पर कांग्रेस और एक पर भाजपा तथा अलीराजपुर की दो में से दो पर कांग्रेस का कब्जा है। इस प्रकार कुल आठ विधानसभा सीटों में छह कांग्रेस के और दो भाजपा के पास है। कुछ माह पहले हुए विधानसभा चुनाव में झाबुआ सीट पर कांग्रेस के कद्दावर नेता जेवियर मेढ़ा ने पार्टी से टिकट नहीं मिलने के चलते निर्दलीय चुनाव लड़ा था।

मेढ़ा की बगावत के कारण इस सीट पर कांग्रेस को नुकसान झेलना पड़ा था। अब लोकसभा चुनाव के ऐन पहले मेढ़ा ने घोषणा की है कि वे लोकसभा चुनाव में निर्दलीय चुनाव नहीं लड़ेंगे और कांग्रेस के पक्ष में प्रचार करेंगे। रतलाम संसदीय क्षेत्र में सातवें और अंतिम चरण में 19 मई को मतदान होगा।

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

Gold Rate : सस्ता हुआ सोना, कीमतों में 1200 से ज्यादा की गिरावट

भारत को चीन कोई खतरा नहीं, Sam Pitroda के बयान से Congress का किनारा, BJP ने बताया गलवान के शहीदों का अपमान

Apple का सस्ता मोबाइल, iphone 15 से कम कीमत, मचा देगा तूफान, जानिए क्या होंगे फीचर्स

दिल्ली में आज क्‍यों आया भूकंप, वरिष्‍ठ वैज्ञानिक ने दिया यह जवाब

Vivo V50 price : दमदार AI फीचर्स, 50 MP कैमरा, वीवो का सस्ता स्मार्टफोन मचाने आया धमाल, जानिए फीचर्स

सभी देखें

नवीनतम

महाकुंभ के विरोधियों को CM योगी ने दिया यह करारा जवाब

ज्ञानेश कुमार होंगे अगले मुख्य चुनाव आयुक्त, केंद्र सरकार ने जारी की अधिसूचना

CEC के लिए दिए गए नामों पर राहुल गांधी ने जताया विरोध, कांग्रेस ने मोदी सरकार को दिया यह सुझाव

ओडिशा में 5 साल में 44823 लोग हुए लापता, मुख्यमंत्री माझी ने विधानसभा में दिया बयान

SBI MF ने शुरू की JanNivesh SIP, 250 रुपए से कर सकेंगे निवेश

अगला लेख