सिंधिया समर्थक मंत्रियों पर BJP सांसद केपी यादव का फूटा गुस्सा, नड्डा को लिखा पत्र, नहीं चेते तो भरपाई में लग जाएंगे दशकों

विकास सिंह
शुक्रवार, 21 जनवरी 2022 (18:57 IST)
भोपाल। मोदी सरकार में कैबिनेट मंत्री और कांग्रेस से भाजपा में शामिल हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया और उनके समर्थक नेताओं के खिलाफ अब भाजपा में विरोध के सुर बुलंद हो गए है। 2019 के लोकसभा चुनाव में गुना-शिवपुरी सीट से ज्योतिरादित्य सिंधिया को हराने वाले भाजपा सांसद केपी यादव ने अब खुलकर विरोध शुरु कर दिया है। शिवपुरी लोकसभा सीट से भाजपा सांसद केपी यादव ने कांग्रेस से भाजपा में आए कैबिनेट मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और उनके समर्थकों के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए सीधे पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को पत्र लिखा दिया है। 

पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को लिखे पत्र में केपी यादव ने सिंधिया समर्थक प्रदेश सरकार के मंत्रियों पर अपनी और गुना शिवपुरी और अशोकनगर के भाजपा कार्यकर्ताओं की उपेक्षा का आरोप लगाया है। केपी यादव ने लिखा है कि सिंधिया समर्थक मंत्री और नेता लगातार क्षेत्र के विकास कार्यों और योजनाओं में उनकी औऱ पार्टी उपेक्षा कर रहे हैं।

भाजपा सांसद केपी यादव ने अपने पत्र में लिखा कि गत लोकसभा चुनावों में भाजपा कार्यकर्ताओं की मेहनत और परिश्रम के बल पर कांग्रेस के अजेय समझे जाने वाले गढ़ गुना शिवपुरी को ध्वस्त किया गया था। पिछले कुछ समय से मेरे लोकसभा क्षेत्र में श्रीमान ज्योतिरादित्य सिंधिया जी के समर्थक प्रदेश के मंत्री गण और उनके समर्थक नेताओं के द्वारा पार्टी के सिद्धांतों के विपरीत परंपराओं का प्रचलन प्रारंभ किया है।

जिसके कारण कार्यकर्ताओं के मध्य भ्रम की स्थिति उत्पन्न हुई है और आम जनता में गलत संदेश जा रहा है। इस कारण वह व्यथित हैं, इस लोकसभा का प्रतिनिधि होने के नाते उन्होंने इस प्रकरण से आपको अवगत कराने का दायित्व मुझे सौंपा इसलिए मैं आपके सामने कुछ तथ्य प्रकट कर रहा हूं।

भाजपा सांसद केपी यादव ने आगे लिखा कि “माननीय मेरे लोकसभा क्षेत्र में श्री सिंधिया समर्थक मंत्री गण और उनके समर्थक नेताओं के द्वारा आयोजित किए जाने वाले पार्टी तथा सरकार के कार्यक्रमों में मेरी तथा पार्टी के कई निष्ठावान पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं की लगातार उपेक्षा की जा रही है यहां तक कि मुझे आमंत्रण भी नहीं दिया जाता है उनके द्वारा किसी कार्य के उद्घाटन या लोकार्पण कार्यक्रम की शिला पट्टिका पर प्रोटोकॉल के अनुसार मुझे उचित स्थान नहीं दिया जाता है”।
 
जबकि उनमें से कई कार्य ऐसे होते हैं जो मेरे निरंतर प्रयासों के कारण केंद्रीय योजनाओं में स्वीकृत हुए हैं और उनके द्वारा पार्टी के आयोजन के संदर्भ में पोस्टर बैनर पोस्ट को लगाते समय का पालन नहीं किया जाता है तथा पार्टी के कार्यकर्ताओं को भी स्थान नहीं दिया जाता है, इससे तीनों जिलों के प्रशासनिक अधिकारी कर्मचारी गलतफहमी के शिकार होकर इच्छा पूर्ण व्यवहार कर रहे हैं।

मेरी अध्यक्षता में आयोजित की बैठक का भी इनके समर्थित जनपद द्वारा लगातार घोषित किया जा रहा है मूल भाजपाईयों की निरंतर उपेक्षा पुलिस/ प्रशासन द्वारा जानबूझकर प्रताड़ना  से परेशाना होकर हताशा का वातावरण बन चुका है जो कि गंभीर चिंता का विषय है।

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

बांग्लादेश में कई हिंदू मंदिरों पर हुआ हमला, भारत ने जताई चिंता, सरकार से की यह मांग

क्या महाराष्ट्र में सरप्राइज देगी BJP, एकनाथ शिंदे डिप्टी CM बनने को तैयार

अडाणी की 11 कंपनियों में से 5 के शेयरों में तूफानी तेजी, 8 दिन में बदल गए हालात, 15 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी

हेमंत सोरेन ने झारखंड के 14वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली, INDIA की 10 पार्टियों के नेता मौजूद रहे

Honda Activa e की इंट्री, Ola, Ather, TVS और Bajaj की उड़ी नींद, फीचर्स से मचा देगी धमाल

सभी देखें

नवीनतम

LIVE: दिल्ली में नहीं बनी बात, अब मुंबई में होगा महाराष्‍ट्र सीएम का फैसला

चलती एंबुलेंस में नाबालिग के साथ दुष्कर्म, 2 आरोपी गिरफ्तार

कौन होगा महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री, शाह के साथ महायुति के नेताओं का देर रात तक मंथन

Krishna Janmabhoomi : श्रीकृष्ण जन्मभूमि केस की सुनवाई 4 दिसंबर तक टली, हिंदू पक्ष ने दाखिल किए हैं 18 मुकदमे

Waqf Issue : केरल में मुनंबम जमीन विवाद की जांच करेगा न्यायिक आयोग

अगला लेख