बड़ा हादसा टला, यात्री बस का पहिया नर्मदा पुल पर लटका

Webdunia
बुधवार, 19 दिसंबर 2018 (13:53 IST)
खरगोन। मध्यप्रदेश के खरगोन जिले के बड़वाह थाना क्षेत्र के अंतर्गत इंदौर-इच्छापुर मार्ग पर आज नर्मदा नदी के पुल पर बस-ट्रक की टक्कर के उपरांत बस का पहिया पुल के बाहर लटक गया। इस दौरान सभी यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया, जिससे एक बड़ा हादसा होने से टल गया।

बड़वाह के नगर निरीक्षक शशिकांत चौरसिया ने बताया कि सुबह इंदौर से बुरहानपुर जा रही यात्री बस बड़वाह से सटे नर्मदा नदी के मोरटक्का पुल पर सामने से आ रहे एक ट्रक को क्रॉसिंग के दौरान हल्के से टकराने के चलते उसका अगला बायां पहिया पुल की रेलिंग से बाहर लटक गया। दुर्घटना के दौरान ट्रक भी बस में फंस गया, जिसके चलते बस का संतुलन बरकरार रहा।
घटना की सूचना मिलते ही आसपास से नागरिक और पुलिसबल वहां पहुंचा और उन्होंने बस ड्राइवर की सीट तथा पिछले आपातकालीन गेट से करीब 40 यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया। अगर बस का संतुलन बिगड़ गया होता तो बस नर्मदा नदी में गिर जाती। ऐसे में एक बड़ा हादसा हो सकता था।

चौरसिया ने बताया कि नर्मदा नदी पर स्थित मोरटक्का का यह पुल खरगोन और खंडवा जिलों को जोड़ता है। घटना के चलते करीब डेढ़ घंटे तक यातायात प्रभावित रहा और क्रेन के माध्यम से ट्रक और बस को खींचकर इसे सुचारू कर दिया गया। घटना के उपरांत ट्रक चालक फरार हो गया। ट्रक को हटाए जाने के दौरान यह पाया गया कि उसका स्टेयरिंग फेल हो गया था। इस मामले में पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर जांच आरंभ कर दी है।

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

Operation Mahadev क्या है, जिसमें ढेर हुआ पहलगाम हमले का मास्टरमाइंड हाशिम मूसा

1 घंटे में कैसे मार गिराए आतंकवादी, किसने उठाया ऑपरेशन महादेव पर सवाल

रक्षामंत्री राजनाथ ने संसद में दी जानकारी, पाकिस्तान की गुहार पर रोका गया ऑपरेशन सिंदूर

पहलगाम का बदला, जम्मू कश्मीर के दाचीगाम में 3 आतंकवादी ढेर

अद्भुत संयोग! पीएम मोदी पक्षियों पर बोल रहे थे, तभी मंत्री के कंधे पर आ बैठा पक्षी (वीडियो)

सभी देखें

नवीनतम

राष्ट्रीय कागज़ दिवस विशेष: पर्यावरण का मित्र है कागज, दुश्‍मन नहीं

मोदी जी! आप सरकार का पक्ष रखिए भारत का नहीं, पक्ष भी इसी देश का है और विपक्ष भी

राहुल गांधी का बड़ा बयान, ट्रेड डील में भी दबाएंगे ट्रंप

इंदौर के नंबर वन तमगे पर बट्टा लगा रहे ई रिक्‍शा, सड़कों का बिगाड़ दिया हुलिया, भोपाल ने लगाई लगाम, हम सो रहे

क्या है अखंड भारत? किन देशों तक था विस्तार?, इतिहास की दृष्टि से समझिए इसके अस्तित्व की पूरी कहानी

अगला लेख