MP : कमलनाथ बोले- शिवराजजी अब आपकी कुर्सी नहीं बचने वाली

Webdunia
सोमवार, 25 अक्टूबर 2021 (13:34 IST)
भोपाल। मध्यप्रदेश के खंडवा संसदीय क्षेत्र में आज चुनावी सभा के दौरान कांग्रेस विधायक सचिन बिरला के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के समक्ष भाजपा में शामिल होने के बाद कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने भाजपा पर सौदेबाजी करने का आरोप लगाए हैं।
 
कमलनाथ ने ट्वीट के जरिए लिखा है कि 'भाजपा ने सौदेबाज़ी व बोली से प्रदेश में अपनी सरकार बनायी क्योंकि जनता ने तो उन्हें चुनावों में नकार दिया था, घर बैठा दिया था। अब प्रदेश में हो रहे इन चार उपचुनावों में भी भाजपा ने जनता का मूड देख लिया है।'
वरिष्ठ कांग्रेस नेता श्री कमलनाथ ने सिलसिलेवार ट्वीट में लिखा है कि 'भाजपा को संभावित परिणामों का अंदेशा हो चला है, उनका जनाधार ख़त्म हो चुका है, जनता अब उनको एक पल भी सत्ता में देखना नही चाहती है, तो अब अपनी सरकार व खोये जनाधार को बचाने के लिए भाजपा एक बार फिर सौदेबाज़ी कर प्रदेश की राजनीति को कलंकित करने में व लोकतंत्र में जनता को मिले वोट के अधिकार का अपमान करने में लग गई है।'


कमलनाथ ने लिखा है कि  'शिवराज जी अपनी कुर्सी बचाने के लिये आप कितनी भी सौदेबाज़ी की राजनीति कर लो लेकिन आपकी यह कुर्सी अब बचने वाली नहीं है, क्योंकि जनता आपको नकार चुकी है और आपकी इस सौदेबाज़ी की राजनीति को इन चुनावों में वह मुँह तोड़ जवाब देगी।'

सम्बंधित जानकारी

Show comments

UP : आगरा में जूता कारोबारियों के ठिकानों पर इनकम टैक्स की छापेमारी, 30 करोड़ बरामद

Swati Maliwal Case : स्वाति मालीवाल बोली- एक गुंडे के दबाव में झुकी AAP, अब मेरे चरित्र पर सवाल उठा रही है

छत्तीसगढ़ में एक ही परिवार के 5 लोगों की हत्‍या, फांसी पर लटका मिला एक अन्‍य शव

कोर्ट ने क्यों खारिज की विभव कुमार की जमानत याचिका, बताया कारण

अमेठी में इस बार आसान नहीं है केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी की राह

स्वाति मालीवाल का आरोप, सिर्फ 50 सेकंड का वीडियो रिलीज किया, CCTV फुटेज भी गायब

Lok Sabha Elections 2024 : रायबरेली में भाजपा ही करेगी राहुल गांधी की जीत आसान

UP : आगरा में जूता कारोबारियों के ठिकानों पर इनकम टैक्स की छापेमारी, 30 करोड़ बरामद

Swati Maliwal Case : स्वाति मालीवाल बोली- एक गुंडे के दबाव में झुकी AAP, अब मेरे चरित्र पर सवाल उठा रही है

जर्मन मीडिया को भारतीय मुसलमान प्रिय हैं, जर्मन मुसलमान अप्रिय

अगला लेख