ट्रांसपोर्टरों की हड़ताल से मप्र में 23000 ट्रकों के चक्के थमे

Webdunia
मंगलवार, 10 अक्टूबर 2017 (00:45 IST)
इंदौर। जीएसटी की विसंगतियों और डीजल की बढ़ी कीमतों को लेकर ट्रांसपोर्टरों की सोमवार से शुरू राष्ट्रव्यापी हड़ताल का मध्यप्रदेश में खासा असर देखा गया। ट्रक परिचालकों के शीर्ष संगठन ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस ने यह हड़ताल दो दिन के लिए बुलाई है। 
 
मध्यप्रदेश मोटर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष परविंदर सिंह भाटिया ने बताया, हड़ताल के कारण सूबे के कुल 25,000 ट्रकों में से 23,000 ट्रक रोक दिए गए हैं। खाने-पीने की चीजों और अन्य जरूरी वस्तुओं की आपूर्ति के लिए करीब 2000 ट्रक चलाए जा रहे हैं, ताकि आम लोगों को त्योहारों के दौरान परेशानी न हो। 
 
भाटिया ने कहा कि दो दिवसीय हड़ताल से सूबे में करीब 400 करोड़ रुपए का ट्रांसपोर्ट कारोबार ठप पड़ने का अनुमान है। उन्होंने मांग की कि डीजल को जीएसटी के दायरे में लाया जाना चाहिए, क्योंकि अलग-अलग राज्यों में इस ईंधन की अलग-अलग कीमतों के कारण ट्रांसपोर्टरों को खासी परेशानी हो रही है।
 
भाटिया ने कहा, मध्यप्रदेश में राज्य सरकार डीजल पर ऊंची दर से मूल्य संवर्धित कर (वैट) और अन्य कर वसूलती है। सूबे में मिलने वाला डीजल अन्य राज्यों के मुकाबले काफी महंगा है जिससे हमें कारोबार में वित्तीय मुश्किलें हो रही हैं। 

सम्बंधित जानकारी

Show comments

महाराष्ट्र में कौनसी पार्टी असली और कौनसी नकली, भ्रमित हुआ मतदाता

Prajwal Revanna : यौन उत्पीड़न मामले में JDS सांसद प्रज्वल रेवन्ना पर एक्शन, पार्टी से कर दिए गए सस्पेंड

क्या इस्लाम न मानने वालों पर शरिया कानून लागू होगा, महिला की याचिका पर केंद्र व केरल सरकार को SC का नोटिस

MP कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी और MLA विक्रांत भूरिया पर पास्को एक्ट में FIR दर्ज

टूड्रो के सामने लगे खालिस्तान जिंदाबाद के नारे, भारत ने राजदूत को किया तलब

कोविशील्ड वैक्सीन लगवाने वालों को साइड इफेक्ट का कितना डर, डॉ. रमन गंगाखेडकर से जानें आपके हर सवाल का जवाब?

Covishield Vaccine से Blood clotting और Heart attack पर क्‍या कहते हैं डॉक्‍टर्स, जानिए कितना है रिस्‍क?

इस्लामाबाद हाई कोर्ट का अहम फैसला, नहीं मिला इमरान के पास गोपनीय दस्तावेज होने का कोई सबूत

पुलिस ने स्कूलों को धमकी को बताया फर्जी, कहा जांच में कुछ नहीं मिला

दिल्ली-NCR के कितने स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी, अब तक क्या एक्शन हुआ?

अगला लेख