क्या एयर स्ट्राइक से लोकसभा चुनाव में सधेंगे सियासी समीकरण?

विकास सिंह
सोमवार, 4 मार्च 2019 (12:36 IST)
पुलवामा हमले और उसके बाद भारत की पाकिस्तान के सीमा में स्थित आतंकी ठिकानों को नष्ट करने के लिए की गई एयर स्ट्राइक के बाद अब सियासत गरम हो गई है। एयर स्ट्राइक पर विपक्ष के सवालों के जवाब देने के लिए अब मोर्चा खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संभाल लिया है। मोदी लगातार अपनी सभाओं में एयर स्ट्राइक पर कांग्रेस समेत पूरे विपक्ष को जमकर घेर रहे हैं। 
 
 
प्रधानमंत्री अपनी सभाओं में लोगों को ये बताने की कोशिश कर रहे हैं आतंकियों को करारा जवाब केवल बीजेपी सरकार ही कर सकती है। भाजपा एयर स्ट्राइक का चुनावी माइलेज लेने में जुट गई है, वहीं कांग्रेस जो तीन राज्यों मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में सरकार बनाने के बाद लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी पर हमलावर थी। वो कांग्रेस नए सिरे से चुनावी रणनीति बनाती हुई दिखाई दे रही है।
 
 
ऐसे में सवाल यहीं खड़ा हो रहा है कि लोकसभा चुनाव से ठीक पहले एयर स्ट्राइक का मुद्दा क्या चुनावी बिसात को पलटने में अहम भूमिका निभाएगा? इस सवाल का जवाब तलाश करने की कोशिश में वेबदुनिया ने सत्ता के सबसे बड़े केंद्र उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में वरिष्ठ पत्रकार और बीबीसी के पूर्व संवाददाता रामदत्त त्रिपाठी से पूरे सियासी हालात पर बात की।

बीजेपी के एयर स्ट्राइक को मुद्दा बनाने के सवाल पर रामदत्त त्रिपाठी कहते हैं कि राजनीतिक दल लोकसभा चुनाव से पहले अपने हिसाब से चुनाव के मुद्दे गढ़ने की कोशिश करते हैं और आज बीजेपी राष्ट्रवाद और पकिस्तान के खिलाफ माहौल बनाकर फिर से ध्रुवीकरण का कार्ड खेलना चाह रही है।
 
 
वेबदुनिया के इस सवाल पर कि एयर स्ट्राइक लोकसभा चुनाव में बीजेपी को फायदा दिलाने में  कितना अहम मुद्दा साबित होगा पर त्रिपाठी कहते हैं कि लोकसभा चुनाव किसी भी सरकार की पांच साल की उपलब्धियों पर लड़ा जाता है और इस बार भी चुनाव मोदी सरकार की पांच साल की उपलब्धियों पर होगा, जिसमें एयर स्ट्राइक मोदी सरकार की एक उपलब्धि है, जिस पर जनता निर्णय करेगी।
 
 
वहीं एयर स्ट्राइक पर बीजेपी नेताओं के बयानों को वरिष्ठ पत्रकार रामदत्त त्रिपाठी प्रोपेगंडा पॉलिटिक्स बताते हुए कहते हैं कि एयर स्ट्राइक के बारे में जो प्रचार किया गया कि वायुसेना ने पाकिस्तान के आतंकी अड्डे नष्ट कर दिए हैं, उसके दावों की पुष्टि धरातल पर नहीं हो पी रही है। इसलिए प्रधानमंत्री मोदी को खुद कहना पड़ा है कि राफेल होता तो नतीजे कुछ और होते।
 
 
वेबदुनिया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की संसदीय सीट बनारस में स्थित महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ से जुड़े पंडित मदन मोहन मालवीय पत्रकारिता संस्थान के निदेशक डॉक्टर ओमप्रकाशसिंह से एयर स्ट्राइक के बाद के सियासी माहौल के बारे में बातचीत की। बातचीत में डॉक्टर ओमप्रकाशसिंह कहते है कि चुनाव की दृष्टि से एयर स्ट्राइक का मूल्यांकन नहीं करना चाहिए और आज के हालात में ऐसा करना थोड़ी जल्दबाजी होगी।
 
 
सिंह आगे कहते है कि निश्चित तौर पर पाकिस्तान के खिलाफ हुए एक्शन से लोगों में खुशी है और जो कांग्रेस तीन राज्यों के विधानसभा चुनाव जीतने के बाद बीजेपी से बढ़त लेती हुई दिखाई दे रही थी अब एयर स्ट्राइक के बाद वो लाभ बीजेपी को मिलेगा। ओमप्रकाश कहते हैं कि राष्ट्रीय सुरक्षा एक ऐसा विषय होता जिस पर जो भी दल या व्यक्ति देश के जनमानस के साथ खड़ा होता है निश्चित तौर पर उसको लाभ मिलता है। जैसा 1971 भारत पाकिस्तान युद्ध के बाद बांग्लादेश बनने पर इंदिरा गांधी को मिला था।
 
 
दूसरी ओर बीजेपी के वरिष्ठ नेता और मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर भी साफ कहते हैं कि लोकसभा चुनाव में बीजेपी को पाकिस्तान के खिलाफ एयर स्ट्राइक का फायदा मिलेगा। गौर कहते हैं कि अब पूरा मामला राजनीतिक हो गया है और इसका लाभ बीजेपी और नरेंद्र मोदी को चुनाव में मिलेगा जैसा हर युद्ध में सत्तारूढ़ दल को मिलता रहा है।
 

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