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उपराष्ट्रपति चुनाव से पहले सुदर्शन रेड्डी ने की सांसदों से यह अपील...

वेबदुनिया न्यूज डेस्क
रविवार, 7 सितम्बर 2025 (19:54 IST)
B. Sudarshan Reddy News : उपराष्ट्रपति चुनाव से पहले विपक्ष के उम्मीदवार बी सुदर्शन रेड्डी ने रविवार को सांसदों से अपील की कि वे पार्टी निष्ठा को अपने चयन का आधार न बनने दें और उन्हें इस पद के लिए जिताकर यह सुनिश्चित करें कि राज्यसभा लोकतंत्र के एक सच्चे मंदिर के रूप में स्थापित हो। उन्होंने कहा कि यह सिर्फ उपराष्ट्रपति चुनने के लिए वोट नहीं है- यह भारत की भावना के लिए वोट है। आप सभी की नैतिक ज़िम्मेदारी है कि हम अपने प्रिय राष्ट्र की अंतरात्मा और आत्मा की रक्षा करें।
 
खबरों के अनुसार, उपराष्ट्रपति पद के विपक्षी उम्मीदवार बी सुदर्शन रेड्डी ने चुनाव से पहले सांसदों से अपील की कि वे पार्टी निष्ठा को अपने चयन का आधार न बनने दें और उन्हें इस पद के लिए जिताकर यह सुनिश्चित करें कि राज्यसभा लोकतंत्र के एक सच्चे मंदिर के रूप में स्थापित हो।
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उन्होंने कहा कि यह सिर्फ उपराष्ट्रपति चुनने के लिए वोट नहीं है- यह भारत की भावना के लिए वोट है। आप सभी की नैतिक ज़िम्मेदारी है कि हम अपने प्रिय राष्ट्र की अंतरात्मा और आत्मा की रक्षा करें। रेड्डी ने अपने वीडियो संदेश में कहा, इस चुनाव में कोई पार्टी व्हिप नहीं है और मतदान गुप्त है।
 
उन्होंने कहा, भारत का लोकतंत्र हमारे स्वतंत्रता सेनानियों के सर्वोच्च बलिदान पर निर्मित हुआ है और दशकों तक उनकी दूरदर्शिता से पोषित हुआ है। रेड्डी ने कहा, आज, जब लोकतांत्रिक स्थान सिकुड़ रहा है और नागरिकों के अधिकार दबाव में हैं, तो हमारे लोकतांत्रिक गणराज्य की आत्मा की रक्षा करना हमारा कर्तव्य है।
 
उपराष्ट्रपति को भत्ते तो मिलते हैं, लेकिन नियमित वेतन नहीं : भारत के उपराष्ट्रपति का पद संभवत: एकमात्र ऐसा पद है जिसे नियमित वेतन का लाभ नहीं मिलता है। देश में दूसरे सर्वोच्च संवैधानिक पद उपराष्ट्रपति को संसद के ऊपरी सदन, राज्यसभा के पदेन सभापति के रूप में अपनी भूमिका के लिए वेतन मिलता है।
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उपराष्ट्रपति का वेतन और भत्ते संसद अधिकारियों के वेतन और भत्ते अधिनियम, 1953 के तहत निर्धारित किए जाते हैं। उपराष्ट्रपति, कार्यवाहक राष्ट्रपति की भूमिका में कार्यभार संभालने पर भारत के राष्ट्रपति का वेतन पाने के हकदार होते हैं। ऐसी स्थिति में उपराष्ट्रपति राज्यसभा के सभापति नहीं रह जाते।
 
राज्यसभा के सभापति को चार लाख रुपए प्रति माह वेतन मिलता है। उपराष्ट्रपति को कई सुविधाएं और भत्ते मिलते हैं, जैसे निःशुल्क आवास, चिकित्सा देखभाल, रेल और हवाई यात्रा, लैंडलाइन कनेक्शन, मोबाइल फोन सेवा, व्यक्तिगत सुरक्षा और कर्मचारी। 
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गौरतलब है कि उपराष्ट्रपति पद के लिए चुनाव 9 सितंबर को होगा। सत्तारूढ़ राजग के उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन और संयुक्त विपक्ष के उम्मीदवार रेड्डी के बीच सीधा मुकाबला होगा। मतदान के लिए दोनों सदनों के सांसद हिस्सा लेंगे, जिसमें 233 राज्यसभा के निर्वाचित सदस्य, 12 राज्यसभा के नामित सदस्य और 543 लोकसभा के निर्वाचित सदस्य शामिल हैं।
Edited By : Chetan Gour

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