CJI चंद्रचूड़ बोले, प्रतिबद्धता के साथ जागा हूं और संतुष्टि के साथ सोता हूं

वेबदुनिया न्यूज डेस्क
बुधवार, 9 अक्टूबर 2024 (19:48 IST)
Chief Justice DY Chandrachud News: प्रधान न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ अगले महीने सेवानिवृत्त हो रहे हैं और उनका कहना है कि उन्होंने इस ‘भय और चिंता’ के बीच पूरे समर्पण के साथ देश की सेवा की है कि इतिहास उनके कार्यकाल का कैसे मूल्यांकन करेगा। भारत के 50वें प्रधान न्यायाधीश का दो साल का कार्यकाल 10 नवंबर को समाप्त हो जाएगा।
 
उन्होंने कहा कि मैं खुद को इन सवालों पर विचार करते हुए पाता हूं कि क्या मैंने वह सब हासिल किया जो मैंने लक्ष्य रखा था? इतिहास मेरे कार्यकाल का कैसे मूल्यांकन करेगा? क्या मैं कुछ अलग कर सकता था? मैं न्यायाधीशों और कानूनी पेशेवरों की भावी पीढ़ियों के लिए क्या विरासत छोड़ जाऊंगा? ALSO READ: सिर्फ कड़े कानून से न्यायपूर्ण समाज नहीं बनता, CJI डीवाई चंद्रचूड़ ने क्‍यों कहा ऐसा...
 
पूरी लगन के साथ देश की सेवा की : प्रधान न्यायाधीश ने भूटान में जिग्मे सिंग्ये वांगचुक स्कूल ऑफ लॉ के तीसरे दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि इनमें से ज्यादातर सवालों के जवाब मेरे नियंत्रण से बाहर हैं और शायद, मैं इनमें से कुछ सवालों के जवाब कभी नहीं पा सकूंगा। हालांकि, मैं जानता हूं कि पिछले दो साल में, मैं हर सुबह इस प्रतिबद्धता के साथ जागा हूं कि मैं अपना काम पूर्ण समर्पण भाव से करूंगा और इस संतुष्टि के साथ सोता हूं कि मैंने अपने देश की पूरी लगन से सेवा की है। ALSO READ: पीएम मोदी CJI डीवाई चंद्रचूड़ के आवास पर आयोजित गणेश पूजा में हुए शामिल, मोदी ने X पर किया पोस्ट
 
दुनिया को कैसे नेताओं की जरूरत? : प्रधान न्यायाधीश ने ऐसे समय में ‘कमजोर’ पड़ने के लिए खेद जताया, जब वह पद छोड़ने वाले हैं। उन्होंने कहा कि वह भविष्य और अतीत की डर और चिंताओं से ‘बहुत अधिक चिंतित’ हैं। उन्होंने कहा कि जब आप अपनी यात्रा की जटिलताओं से निपट रहे हों, तो एक कदम पीछे हटने, पुनर्मूल्यांकन करने और खुद से पूछने से न डरें कि ‘क्या मैं किसी मंजिल की ओर दौड़ रहा हूं, या मैं खुद की ओर दौड़ रहा हूं? अंतर सूक्ष्म है, फिर भी गहरा है। आखिरकार, दुनिया को ऐसे नेताओं की जरूरत है जो सिर्फ महत्वाकांक्षा से नहीं बल्कि उद्देश्य से प्रेरित हों।’ ALSO READ: NEET UG 2024 SC Hearing : वकील पर क्यों भड़के CJI डीवाई चंद्रचूड़, बोले- इन्हें बाहर निकालो
 
यात्रा का आनंद लेना चाहिए : सीजेआई चंद्रचूड़ ने कहा कि जब किसी को अपनी क्षमताओं और मंशाओं में विश्वास की भावना होती है तो उसके लिए परिणामों के बारे में अधिक चिंता करना छोड़ देना तथा उन परिणामों की ओर जाने वाली प्रक्रिया और यात्रा को महत्व देना आसान हो जाता है। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ सालों में मैंने इस बात को महसूस किया है कि हमारे समाज के लिए योगदान की हमारी क्षमता की जड़ें हमारे आत्म-बोध में और आत्म-कल्याण की क्षमता में निहित हैं।
 
न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ ने कहा कि गंतव्य तक पहुंचने को लेकर आशंकाओं में उलझने के बजाय लक्ष्य की ओर यात्रा का आनंद लेना चाहिए। प्रधान न्यायाधीश ने न्याय प्रणाली की दक्षता बढ़ाने के लिए तकनीकी, प्रशासनिक और बुनियादी ढांचे में सुधार की शुरुआत करने के अलावा सार्वजनिक जीवन को प्रभावित करने वाले महत्वपूर्ण मुद्दों पर फैसले सुनाए हैं। न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ ने 13 मई, 2016 को शीर्ष अदालत में पदभार ग्रहण किया था। (भाषा/वेबदुनिया)
Edited by: Vrijendra Singh Jhala
 

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

ऑटो ड्राइवर ने निकाला कमाई का नायाब तरीका, सुनकर उड़ जाएंगे होश, जानिए कितनी होती है इंकम

अब आसानी से मिलेगा तत्काल टिकट, 10 मिनट सिर्फ आधार OTP से कर सकेंगे बुकिंग

Mahua Moitra marries : कौन हैं पिनाकी मिश्र, जिनसे TMC की तेजतर्रार सांसद महुआ मोइत्रा ने की शादी

Russia-Ukraine war : रूस छुपकर हमला करने वाले ड्रोन पर कर रहा काम, जानें कैसे मचाते हैं दुश्मन देश में तबाही

श्रीकांत शिंदे का बड़ा बयान, पाकिस्तान भारत के खिलाफ करता है राहुल के बयानों का इस्तेमाल

सभी देखें

नवीनतम

बांग्लादेश में अप्रैल 2026 में होंगे चुनाव, मोहम्मद यूनुस का ऐलान

ट्रंप को झटका, हार्वर्ड मामले में अमेरिकी जज ने दी विदेशी छात्रों को राहत

जंग रुकवाने के डोनाल्ड ट्रंप के दावे पर क्या बोले शशि थरूर

बेंगलुरु भगदड़ केस में RCB और इवेंट कंपनी के 4 अधिकारी गिरफ्तार, विराट के खिलाफ शिकायत

राहुल गांधी फिर बोले, डोनाल्ड ट्रंप ने नरेन्द्र मोदी को मजबूर किया

अगला लेख