Festival Posters

जोशीमठ मामले में दिल्ली हाईकोर्ट ने वकील से कहा- न्यायालय में लंबित ऐसे मामले का पता लगाएं...

Webdunia
सोमवार, 9 जनवरी 2023 (16:00 IST)
नई दिल्ली। दिल्ली उच्च न्यायालय ने उत्तराखंड के जोशीमठ में जमीन धंसने के मामले से जुड़ी एक याचिका पर याचिकाकर्ता को उच्चतम न्यायालय में लंबित इसी प्रकार के अन्य मामले का पता लगाने के निर्देश दिए।

अधिवक्ता रोहित दांद्रियाल ने मुख्य न्यायाधीश सतीशचंद्र शर्मा और न्यायमूर्ति सुब्रमण्यम प्रसाद की पीठ के समक्ष अपनी याचिका को सूचीबद्ध करने के लिए पेश किया। इस पर पीठ ने इसी प्रकार के लंबित मामले पर जानकारी हासिल करने के बाद उसके समक्ष आने के निर्देश दिए।

पीठ ने कहा, अगर इसी समस्या पर उच्चतम न्यायालय में एक याचिका है तो क्या उच्च न्यायालय और उच्चतम न्यायालय, दोनों को इसे देखना चाहिए? इस पर जानकारी लीजिए और उसके बाद आप इसका जिक्र कर सकते हैं। पहले पता कीजिए।

अधिवक्ता ने अपनी याचिका में जोशीमठ में जमीन धंसने के मुद्दे की जांच के वास्ते सेवानिवृत्त न्यायाधीश की अगुवाई में समिति गठित करने के लिए केंद्र सरकार को निर्देश देने तथा प्रभावित परिवारों के पुनर्वास की अपील की है।

याचिका में जोशीमठ में रहने वाले 3000 से अधिक लोगों की समस्याओं को रेखांकित करते हुए कहा गया है कि लगातार भूमि धंसने के कारण कम से कम 570 घरों में दरारें आ गई हैं।
Edited By : Chetan Gour (भाषा)

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

Gold ने लगाई ऊंची छलांग, 2 हफ्ते के हाईलेवल पर दाम, चांदी में भी आई तेजी, बैंक ऑफ अमेरिका का बड़ा बयान

SIR में मतदाता सूची में नाम जोड़ने के लिए कौनसा फॉर्म भरें और उसके साथ कौनसे दस्तावेज लगेंगे

Delhi blasts के बीच नूंह से वकील गिरफ्तार, ISI को देता था खूफियां जानकारियां

Aadhaar अपडेट के नए नियम लागू, UIDAI ने जारी की 2025 की नई गाइडलाइंस, बदले डॉक्टूमेंट्‍स के नियम

दिल्ली ब्लास्ट : NIA ने गिरफ्तार किया एक और आतंकी, क्या है उसका अल फलाह यूनिवर्सिटी से कनेक्शन?

सभी देखें

नवीनतम

अयोध्या में आराध्य और शिखर के दर्शन को उमड़े श्रद्धालु, राम भक्त मोदी और योगी सरकार के विकास कार्यों का कर रहे बखान

लखनऊ में भारत स्काउट्स एंड गाइड्स की 19वीं राष्ट्रीय जंबूरी, 32000 प्रतिभागी हुए शामिल, दिखा गर्ल्स पॉवर

रूस और यूक्रेन युद्ध के अंत की ट्रम्प की 28 सूत्रीय योजना

Assam Anti Polygamy Bill : बहुविवाह पर कड़ा कानून, इस राज्य में पारित हुआ विधेयक, 7 साल की जेल के देना होगा मुआवजा

भारत की परंपरा संतों, ऋषि-मुनियों व महापुरुषों के त्याग-बलिदान की महागाथा : योगी आदित्यनाथ

अगला लेख