महंगाई और बढ़ी, खुदरा मुद्रास्फीति बढ़कर 5.08 फीसदी

वेबदुनिया न्यूज डेस्क
शुक्रवार, 12 जुलाई 2024 (19:02 IST)
Inflation increased further : खाने का सामान महंगा होने से जून में खुदरा मुद्रास्फीति बढ़कर 5.08 प्रतिशत हो गई। शुक्रवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों में यह जानकारी दी गई। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (NSO) के आंकड़ों के मुताबिक, उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI) पर आधारित खुदरा मुद्रास्फीति मई 2024 में 4.8 प्रतिशत और जून 2023 में 4.87 प्रतिशत पर रही थी।
ALSO READ: महंगाई की मार, दिल्ली में टमाटर 80 रुपए किलो हुआ
इन आंकड़ों से पता चलता है कि जून के महीने में खाद्य वस्तुओं की मुद्रास्फीति बढ़कर 9.36 प्रतिशत हो गई जो मई में 8.69 प्रतिशत पर थी। सरकार ने भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) को यह सुनिश्चित करने का दायित्व सौंपा हुआ है कि खुदरा मुद्रास्फीति दो प्रतिशत की घट-बढ़ के साथ चार प्रतिशत पर बनी रहे। आरबीआई नीतिगत दरों पर फैसला करते समय खुदरा मुद्रास्फीति को ही मुख्य तौर पर ध्यान में रखता है।
ALSO READ: क्यों नहीं घट रही महंगाई दर, RBI गवर्नर ने बताया
रिजर्व बैंक ने वित्त वर्ष 2024-25 के लिए खुदरा मुद्रास्फीति के 4.5 प्रतिशत पर रहने का अनुमान लगाया है। पहली तिमाही में इसके 4.9 प्रतिशत, दूसरी तिमाही में 3.8 प्रतिशत, तीसरी तिमाही में 4.6 प्रतिशत और चौथी तिमाही में 4.5 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया गया है।
देश के औद्योगिक उत्पादन में हुई बढ़ोतरी : खनन और बिजली क्षेत्रों के अच्छे प्रदर्शन के कारण इस साल मई में देश का औद्योगिक उत्पादन 5.9 प्रतिशत बढ़ा। शुक्रवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों में यह जानकारी दी गई। औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) पर आधारित औद्योगिक उत्पादन मई 2023 में 5.7 प्रतिशत बढ़ा था।
 
एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि मई 2024 में भारत का औद्योगिक उत्पादन सूचकांक 5.9 प्रतिशत बढ़ा। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) के आंकड़ों के मुताबिक मई 2024 में खनन उत्पादन 6.6 प्रतिशत और बिजली उत्पादन 13.7 फीसदी बढ़ा।
 
आंकड़ों के मुताबिक इस साल मई में विनिर्माण क्षेत्र के उत्पादन की वृद्धि दर घटकर 4.6 प्रतिशत रह गई, जो इस साल पहले इसी माह में 6.3 प्रतिशत थी। चालू वित्त वर्ष में अप्रैल-मई के दौरान औद्योगिक उत्पादन में वृद्धि 5.4 प्रतिशत रही जो एक साल पहले इसी अवधि में 5.1 प्रतिशत थी।
 
आंकड़ों के मुताबिक, बुनियादी ढांचा/ निर्माण वस्तुओं ने मार्च 2024 में 6.9 की वृद्धि दर्ज की, जबकि एक साल पहले की अवधि में इसकी वृद्धि दर 7.2 प्रतिशत थी। इस साल मार्च में प्राथमिक वस्तुओं के उत्पादन में 2.5 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई, जो एक साल पहले 3.3 प्रतिशत थी। (एजेंसियां)
Edited By : Chetan Gour 

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

30 साल में ऐसी लापरवाही नहीं देखी, पुलिस की भूमिका पर भी संदेह, कोलकाता रेप-मर्डर केस पर सुप्रीम कोर्ट ने क्या-क्या कहा

Jammu and Kashmir : श्रीनगर में जमकर गरजे राहुल गांधी, PM मोदी की भाव-भंगिमा को लेकर दिया यह बयान

कौन है भारत को परमाणु बम की धमकी देने वाला ब्रिटिश यूट्यूबर माइल्स राउटल्ज, पढ़िए पूरा मामला

video : क्या Covid जितना खतरनाक है Mpox, जानिए Myths और Facts, Ministry of Health ने जारी की चेतावनी

पोर्न इंडस्‍ट्री, सेक्‍स एजुकेशन और रेप की घटनाएं— आखिर कहां थमेगा ये सिलसिला?

सभी देखें

नवीनतम

Medicine Ban in India: पेनकिलर, मल्टी विटामिन समेत केंइ्र सरकार ने इन 156 दवाओं को किया प्रतिबंधित

नेपाल में बड़ा हादसा, नदी में गिरी बस, 14 भारतीयों की मौत

सिंधिया समर्थक नेता ने मोदी से की ‘महाराज’ की तुलना, लिखा महाराज हैं तो मुमकिन है

केजरीवाल की जमानत याचिका पर सुनवाई 5 सितंबर तक स्थगित

श्रीलंका में चुनावों से पहले बढ़ते ख़तरे की चेतावनी

अगला लेख