मुंबई। शिवसेना के विधायकों के एक बड़े वर्ग की बगावत के कारण महाराष्ट्र में उपजे राजनीतिक संकट के बीच राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) ने शनिवार को जानना चाहा कि गुवाहाटी और सूरत में होटल के बिल का भुगतान कौन कर रहा है। शिवसेना के ये बागी विधायक फिलहाल असम में डेरा डाले हुए हैं।
राज्य में शिवसेना और कांग्रेस के साथ सत्ता साझा कर रही शरद पवार के नेतृत्व वाली राकांपा ने आयकर विभाग (आईटी) और प्रवर्तन निदेशालय (ED) से 'काले धन' के स्रोत का पता लगाने के लिए भी कहा।
राकांपा के मुख्य प्रवक्ता महेश तापसे ने पूछा कि सूरत और गुवाहाटी के होटल के साथ-साथ विशेष विमानों के बिल कौन चुका रहा है? क्या यह सच है कि खरीद-फरोख्त की कीमत 50 करोड़ रुपए है? उन्होंने कहा, 'अगर ईडी और आईटी विभाग सक्रिय हो जाते हैं, तो काले धन के स्रोत का खुलासा हो जाएगा।'