इन राज्यों में नहीं मिलेगा आयुष्मान भारत योजना का लाभ, निर्मला सीतारमण नाराज

Webdunia
रविवार, 27 जनवरी 2019 (08:15 IST)
नई दिल्ली। रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि कुछ राज्यों ने राजनीतिक फायदे के लिए केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी आयुष्मान भारत योजना को नहीं अपनाया है, जो दुर्भाग्यपूर्ण है। उल्लेखनीय है कि पश्चिम बंगाल और दिल्ली में लोगों को आयुष्मान भारत योजना का लाभ नहीं होना चाहिए। 
 
सीतारमण ने 23 जनवरी को एक फेसबुक पोस्ट में लिखा, 'आयुष्मान भारत योजना के शुभारंभ के तीन महीने के भीतर स्वास्थ्य देखभाल के क्षेत्र में एक प्रतिमान स्थापित किया जा चुका है और गरीब से गरीब तथा मध्यम वर्ग को लाभ पहुंचा है। बहुत दुर्भाग्य की बात है कि कुछ राज्यों ने राजनीतिक फायदे की वजह से योजना को नहीं अपनाया है।'
 
रक्षा मंत्री ने कहा कि आयुष्मान भारत जब पूरी तरह लागू हो जाएगी तो यह दुनिया की सबसे बड़ी सरकार द्वारा वित्तपोषित स्वास्थ्य बीमा योजना बन जाएगी।
 
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने 10 जनवरी को घोषणा की थी कि राज्य योजना से खुद को हटा रहा है। उन्होंने नरेंद्र मोदी नीत राजग सरकार पर स्वास्थ्य बीमा कार्यक्रम की आड़ में गंदी राजनीति करने का आरोप लगाया था। दिल्ली में अरविंद केजरीवाल नीत आप सरकार ने भी योजना को नहीं अपनाया है। (भाषा)
चित्र सौजन्य : ट्‍विटर

सम्बंधित जानकारी

Show comments

महाराष्ट्र में कौनसी पार्टी असली और कौनसी नकली, भ्रमित हुआ मतदाता

Prajwal Revanna : यौन उत्पीड़न मामले में JDS सांसद प्रज्वल रेवन्ना पर एक्शन, पार्टी से कर दिए गए सस्पेंड

क्या इस्लाम न मानने वालों पर शरिया कानून लागू होगा, महिला की याचिका पर केंद्र व केरल सरकार को SC का नोटिस

MP कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी और MLA विक्रांत भूरिया पर पास्को एक्ट में FIR दर्ज

टूड्रो के सामने लगे खालिस्तान जिंदाबाद के नारे, भारत ने राजदूत को किया तलब

कोविशील्ड वैक्सीन लगवाने वालों को साइड इफेक्ट का कितना डर, डॉ. रमन गंगाखेडकर से जानें आपके हर सवाल का जवाब?

Covishield Vaccine से Blood clotting और Heart attack पर क्‍या कहते हैं डॉक्‍टर्स, जानिए कितना है रिस्‍क?

इस्लामाबाद हाई कोर्ट का अहम फैसला, नहीं मिला इमरान के पास गोपनीय दस्तावेज होने का कोई सबूत

पुलिस ने स्कूलों को धमकी को बताया फर्जी, कहा जांच में कुछ नहीं मिला

दिल्ली-NCR के कितने स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी, अब तक क्या एक्शन हुआ?

अगला लेख