भारत जोड़ो यात्रा का नहीं होगा असर, पूर्व कांग्रेस नेता पीसी चाको का बड़ा बयान

Webdunia
रविवार, 11 सितम्बर 2022 (08:32 IST)
नई दिल्ली। NCP नेता पीसी चाको के कांग्रेस पर दिए बयान पर बवाल मच सकता है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ भारतीय राजनीतिक परिदृश्य में कोई परिणाम नहीं देगी और पार्टी ने केवल यह साबित करने के लिए देशभर में पद यात्रा निकाली है कि वह ‘मरी नहीं’ है।
 
राकांपा की विस्तारित कार्यसमिति की बैठक में चाको ने कहा कि कांग्रेस ने लगातार 2 लोकसभा चुनाव और विभिन्न राज्यों के विधानसभा चुनावों में हारने के बाद अपने भविष्य को सुधारने के लिए ‘भारत जोड़ो यात्रा' शुरू की है। उन्होंने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा भारतीय राजनीतिक परिदृश्य में कोई परिणाम नहीं देगी। हमें एकजुट विपक्ष की जरूरत है।
 
कभी गांधी परिवार को देश का पहला परिवार बताने वाले वाले चाको ने 2021 में टिकट बंटवारे से नाराज होकर कांग्रेस से इस्तीफा दिया और NCP में शामिल हो गए। 
 
चाको ने जोर देकर कहा कि राकांपा प्रमुख शरद पवार ही एकमात्र ऐसे व्यक्ति हैं, जो विपक्षी दलों को एकजुट कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि यह स्पष्ट है, क्योंकि 21 राजनीतिक दलों ने राष्ट्रपति चुनाव के लिए उम्मीदवार के रूप में उनके नाम का प्रस्ताव रखा था।
 
उल्लेखनीय है कि शरद पवार, नीतीश कुमार, केसीआर समेत कई दिग्गज 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी दलों को एकजुट करने के प्रयास में जुटे हैं।

सम्बंधित जानकारी

Show comments

कौन थे रजाकार, कैसे सरदार पटेल ने भैरनपल्ली नरसंहार के बाद Operation polo से किया हैदराबाद को भारत में शामिल?

कर्नाटक के दक्षिण कन्नड़ में बंजारुमाले गांव में हुआ 100 प्रतिशत मतदान

धीरेंद्र शास्‍त्री के भाई ने फिर किया हंगामा, टोल कर्मचारियों को पीटा

प्रवेश द्वार पर बम है, जयपुर हवाई अड्‍डे को उड़ाने की धमकी

दिल्ली में देशी Spider Man और उसकी Girlfriend का पुलिस ने काटा चालान, बाइक पर झाड़ रहा था होशियारी

बहू को हुआ सास से प्‍यार, पति के साथ नहीं सोने देती है, सास हुई परेशान

UP के डिप्टी सीएम मौर्य बोले, एक और पाकिस्तान बनाने का जहर बो रही है कांग्रेस

धनंजय सिंह को मिली इलाहाबाद हाईकोर्ट से जमानत, नहीं लड़ सकेंगे चुनाव

कौन है जेल से 20 दिन की पैरोल पर बाहर आया फलाहारी बाबा, क्‍या था मामला?

कांग्रेस का दावा, 2जी स्पेक्ट्रम मामले में दिखा भाजपा का पाखंड

अगला लेख